भारत के इन 7 जल स्त्रोत में नहाने से दूर होगी कई बीमारियां, जरूर जाएं यहां

भारत को अपने अद्भुद और अनोखे रहस्यों के लिए जाना जाता हैं जहां आपको कई ऐसी जगहें देखने को मिलती हैं जो अपनेआप में विचित्र दृश्य पेश करती हैं। ऐसे ही देश में कई जल स्त्रोत भी हैं जिनसे जुडी कुछ विचित्र मान्यताएं भी हैं। हिंदु धर्म के अनुसार जल में इतनी ऊर्जा होती है कि वह मनुष्यों की शारीरिक समस्यों को हर लेता है। ऐसे में आज हम आपको देश के कुछ ऐसे ही अनोखे जल स्त्रोत के बारे में बताने जा रहे हैं जहां नहाने से कई बीमारियां दूर होती हैं। वैसे तो जल के सभी स्रोतों को उपचारक माना गया है लेकिन भारत में इन जल स्रोत पर लोग विशेषकर शारीरिक और मानसिक विकारों को दूर करने के लिए ही जाते हैं। आइये जानते हैं इन जल स्त्रोतों के बारे में...

गुरुडोंग्मार झील
गुरुडोंग्मार झील भारत की सबसे ऊंची झीलों में से एक है। सिक्किम की इस झील को सिखों, हिंदुओं और बौद्ध तीनों के द्वारा पवित्र माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि गुरु नानक देव जी ने एक बार झील के एक हिस्से को छुआ था और छूते ही वो हिस्सा जम गया था। तब ही से स्थानीय लोगों का दावा है कि अगर कोई व्यक्ति गुरुडोंगमार के पवित्र जल को पीता है तो उसके शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत आ जाती है।

सहस्त्रधारा

सहस्त्रधारा का झरना मशहूर हिल स्टेशन देहरादून से मात्र 20 किमी दूर है। यह लंबे समय से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है कि इस झरने के पानी में सल्फर की मात्रा अधिक होने से केवल एक डुबकी ना सिर्फ़ आपकी शारीरिक बीमारियों को ठीक कर सकती है बल्कि आपको मानसिक स्तर में भी सुधार कर सकती है। कई लोग यहां नहाकर ठीक भी हुए हैं।

पुष्कर सरोवर

राजस्थान के पुष्कर में स्थित इस सरोवर की ख्याति प्राचीन काल से ही है। स्थानीय लोगों का ये मानना है कि इस पवित्र झील में डुबकी लगाने से सारे पाप धुलते हैं और शारीरिक बीमारियां भी दूर हो जाती हैं। कई लोगों का दावा है कि यहाँ लगाई एक डुबकी से कैंसर का इलाज भी होता है।

भीमकुंड

साधारण रूपी दिखने वाली प्राकृतिक गुफा के बीच में स्थित भीमकुंड भारत के सबसे रहस्यमय जल निकायों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि यह कुंड महाभारत काल से अस्तित्व में है और कोई भी आजतक इसकी गहराई को माप नहीं पाया है। डिस्कवरी चैनल का एक दल भी इस रहस्यमय जल निकाय की गहराई का सच ढूंढ नहीं पाया। साथ ही, प्राकृतिक आपदा के दौरान यहां का जल स्तर हर बार बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों का दावा है कि विशेष रूप से मकर संक्रांति पर भीमकुंड में डुबकी लगाने से आपके स्वास्थ्य में तो सुधार होता ही है साथ सभी पापों से भी मुक्ति मिल जाती है।

मणिमहेश

कैलाश चोटी की तलहटी में बनी इस ऊंची झील को अपनी जादुई शक्तियों के लिए जाना जाता है। स्थानीय लोगों का दावा है कि यहां का पानी मांसपेशियों को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर के घावों को भी ठीक करता है। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस पवित्र झील में डुबकी लगाने आते हैं और तीन बार इसकी परिक्रमा भी लगाते हैं।

बकरेश्वर हॉट स्प्रिंग
बकरेश्वर, पश्चिम बंगाल का एक छोटा सा गांव है जिसमें 10 से भी ज्यादा गर्म पानी के सोते हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि इस पानी में एक डुबकी लगाने से शरीर के रोग दूर होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इन सोते के पानी में खनिज भरपूर मात्रा में मौजूद है, जो शारीरिक विकार को दूर करता है।

गंगनानी

यह छोटा गांव प्रसिद्ध गंगोत्री मार्ग पर पड़ता है। यहां आने जाने वाले भक्त गर्म पानी में डुबकी जरूर लगाकर जाते हैं। यहां आए हुए कई यात्रियों का मानना है कि डुबकी लगाने से उनका शरीर तरोताजा महसूस तो करता ही है, साथ ही उनके शरीर के रोग भी दूर हो गए हैं।