ट्रेवलिंग समाज और खुद को बेहतर ढंग से समझने और एक बेहतर इंसान बनने में मदद करती है। यात्रा का उद्देश्य देश और दुनिया की ऐसी अलग-अलग जगह जाना होता है जो सुन्दर, सुख की अनुभूति कराने वाली तो हो हीं, साथ ही वहां के लोगों के पहनावें, बोलचाल, व्यवहार, आचार व संस्कृति आदि का अनुभव भी कराएं। कुछ लोग अकेले ट्रेवल करना पसंद करते हैं, तो कुछ लोग समूह में। ट्रैवलिंग से जुड़े कई फायदे हैं जो हमें जिंदगी की सीख भी दे जाते हैं, आज हम आपको उन्हीं फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।
* नए लोगों को जानने का मौका नए-नए लोगों के साथ ट्रेवन करने से आपका इंसान को समझने का हुनर बेहतर होता है। यात्रा के दौरान आप उनसे कई नए गुर सीख पाते हैं, और अपनी जानकारी करा आदान प्रदान कर पाते हैं। इस तरह आप ज्यादा सामाजिक और शालीन बन पाते हैं।
* व्यक्तित्व विकास घूमना-फिरना और नई-नई जगहों पर लगातार एक्सप्लोर करते रहना लाइफ को हमेशा तरोताजा बनाए रखता है। यात्राओं से मिलने वाले नए अनुभव जिंदगी के दायरे को बढ़ाते हैं और व्यक्तित्व का विकास भी करते हैं।
* खुद को जानना जब आप किसी यात्रा में अकेले जाते हैं तो आप को अपने से जुड़ने का पूरा समय मिलता है, अपने से प्यार करने का और सबसे बड़ी बात, जो आप हो वही रहने का मौका होता है आपके पास। दूसरों से बातें करना बहुत आम बात है, पर अपने से बातें करना थोड़ा अलग और अपने लिए फ़ायदेमंद भी होता है। यात्रा आपको, आपकी ही खोज में मदद करती है और एक बेहतर इंसान बनाने में भी।
* समस्याओं का समाधान करने में सक्षम कुछ समय के लिए घर से दूर जाकर इंसान सुकुन महसूस करता है और अपनी परेशानियों को या तो भूल जाता है या अपनी परेशानियां कम लगने लगती हैं। जिससे परेशानी का समाधान आप रिलैक्स होकर आसानी से निकाल सकते हैं।
* खुशी सिर्फ़ किसी व्यक्ति या परिस्थिति पर निर्भर नहीं करती यात्रा आपको हर जगह खुशी ढूँढने में मदद करती है। यह हमे एहसास कराती है कि खुशियाँ छोटे छोटे पलों में भी होती हैं और हमें हमेशा खुशी के लिए किसी मनुष्य या परिस्थिति पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। खुश रहना और खुशनुमा ज़िंदगी हमारे जीवन की सबसे हसीन चीज़ होती है।
* बीमारियों का खतरा होता है कम बाहर घूमने जाने से आप टेंशन मुक्त होते हैं, साथ ही बीमारियों का खतरा भी बहुत हद तक कम हो जाता है। जो लोग घूमने नहीं जाते उनके मुकाबले घूमने जाने वालों में दिल की बीमारी का खतरा कम होता है।
* कम होता है आपका मोह दोस्तों और परिवार से हमेशा हम उम्मीदें लगाए रहते हैं, और यही कारण है कि हम ज्यादा आहत होते हैं और अपना बेस्ट नहीं दे पाते हैं। लेकिन जब आप किसी ने अंजान व्यक्ति के साथ ट्रेवल करते हैं तो आपकी जिम्मेदारी आपको खुद उठानी होती है और उम्मीद भी आप कम ही लगाते हैं। हालांकि आप एक दूसरे की मदद करते हैं, लेकिन इस तरह ट्रेवल कर आप उम्मीद लगाने के मोह से परे हो पाते हैं और अपना बेस्ट देना सीखते हैं।