रोजमर्रा की जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि वे खुद पर ध्यान ना दे पाने के साथ ही अपनों को भी समय नहीं दे पाते हैं। ऐसी लाइफ की वजह से बोरियत आने लगती हैं और तनाव हावी होने लगता हैं। ऐसे में आपको अपनी लाइफस्टाइल से थोड़ा ब्रेक लेते हुए घूमने के लिए कहीं जाना चाहिए। घूमने यानि ट्रैवलिंग से व्यक्ति के तन-मन दोनों को शांति मिलती है। मनोवैज्ञानिकों का भी यह मानना है कि ट्रैवलिंग आपके मेंटल हेल्थ और फिजिकल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं ट्रेवलिंग से मिलने वाले फायदों के बारे में जिन्हें जानकर आपका भी हर वीकेंड घूमने जाने का मन करेगा।
स्ट्रेस होता है दूर अगर आप टेंशन और डिप्रेशन से जूझ रहे हैं, तो समुद्र तट, झीलें, नदियां और खाड़ियां आपको इससे बाहर निकलने में मदद कर सकती हैं। बहुत से लोग इस प्राकृतिक चीजों की ओर आकर्षित होते हैं, क्योंकि ये उनके दिमाग को शांत रखती हैं। जब आप कहीं घूमने जाते हैं तो आपके शरीर में कॉर्टिसोल लेवल कम होता है जो स्ट्रेस को तेजी से कम करने का काम करता है। जब स्ट्रेस लेवल कम होता है तो आप अपने काम पर बेहतर तरीके से फोकस कर पाते हैं।
नया एक्सपीरियंसट्रेवलिंग के दौरान आप नई चीजों को एक्सप्लोर करते हैं। नए लोगों से मिलते हैं। ये चीजें हमें परसेंट पर फोकस करने में मदद करती हैं। इस दौरान हम तरह-तरह की एक्टिविटीज एक्सपीरियंस कर पाते हैं। इन जगहों पर आपको बहुत सी चीजों के बारे में न केवल जानने को मिलेगा बल्कि आप बहुत कुछ सीख भी पाएंगे। ऐसा जरूरी नहीं कि आप हर बार किसी अलग जगह पर घूमने के लिए जाएं। आप एक ही जगह को दोबारा भी विजिट कर सकते हैं। ये आपके डेली स्ट्रेस को कम करने का काम करता है।
बढ़ती है रचनात्मकताजब आप दुनिया में बाहर निकलते हैं और एक्सप्लोर करते हैं तो यह आपके अंदर की क्रिएटिविटी को बढ़ाने का काम करता है। आप यात्रा के दौरान नए कल्चर, भाषा, भोजन, लोग, संगीत आदि को देखते और महसूस करते हैं। ये सारी चीजें आपके अंदर प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल को बढ़ाने का काम करता है।
भाषा कौशल को बेहतर बनाने में उपयोगीयात्रा के दौरान आप किसी ऐसे देश या जगह पर जाते हैं, जहां वे आपके जैसी ही भाषा बोलते हैं। तब भी आप कुछ नए शब्द और भाव सीख सकते हैं, जो केवल वहां उपयोग किए जाते हैं। यदि आप किसी ऐसे देश में जाते हैं, जहाँ वे एक अलग भाषा बोलते हैं, तो आप और भी अधिक सीखेंगे।
खुद को अधिक जान पाते हैंये हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम अपने परिवार के साथ ट्रेवल करें या फैमिली के साथ ट्रैवल करें। लेकिन ट्रैवल के दौरान एक सही कंपनी का होना भी बहुत जरूरी है। वहीं कुछ लोग सोलो ट्रैवल करना भी बहुत पसंद करते हैं। इससे आपको न केवल खुद से ब्रेक मिलता है बल्कि आप अपने आप के बारे में भी बेहतर तरीके से जान पाते हैं। इससे हम अपनी खामियों और अच्छाइयों के बारे में बेहतर जान पाते हैं।
लंबी आयु पाने में मददगार कुछ शोध हैं जो बताते हैं कि जो लोग अक्सर यात्रा करते हैं यानि कि घूमते हैं, उनमें बाकी लोगों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहने की संभावना रहती है। तनाव में कमी और शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि के साथ, आपके जीवित रहने की संभावना बाकी लोगों की तुलना औसतन 2 गुना से अधिक होती है। इसलिए अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में छोटे-छोटे ट्रिप प्लान जरूर करते रहें।
मिलती है नई ऊर्जाट्रेवल के दौरान आप बीच पर घूमने, लेक और रिवर के सुंदर नजारों का लुत्फ उठाते हैं। ये चीजें आपके तनाव और डिप्रेशन को कम करने का काम करती हैं। पानी की कल-कल करती आवाज मन को शांति देने का काम करती है। इसके साथ ही हिल स्टेशन का एटमॉस्फेयर बहुत ही सुखद होता है। ऐसे में फिर से काम पर लौटने की नई ऊर्जा मिलती हैं।