जब भी कभी घूमने जाते हैं और कोई परेशानी आती हैं तो साथ मिलकर उसका सामना करते हैं, लेकिन कई लोग सोलो ट्रिप पर जाना पसंद करते हैं। ऐसे में उन्हें अकेले ही सामने आई किसी भी परेशानी को झेलना पड़ता हैं। सोलो ट्रैवल एक अलग तरह का रोमांच भी है। अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना, नए-नए लोगों से मिलना, नई-नई चीज़ों को ट्राय करना जहां कई बार मज़ेदार होता है तो कई बार परेशानी भी। ऐसे में अगर सोलो ट्रेवल की प्लानिंग कर रहे हो तो उससे पहले आपको पूरी प्लानिंग करने की जरूरत होती हैं। इन बातों का ध्यान रखकर आप अपनी यात्रा को और खुशनुमा और आनंददायक बना सकते हैं। आइये जानते हैं ध्यान देने वाली इन बातों के बारे में...
# एडवांस बुकिंगहॉलिडे के दौरान आपने पहले से ही घूमने की प्लानिंग कर रखी है तो बेहतर होगा कि आप एडवांस में ही अपनी फ्लाइट या ट्रेन टिकट को बुक कर लें। ये आपके यात्रा बजट को कम करने में मददगार रहेगा। पहले से फ्लाइट बुक करने पर ये आपको ज्यादा सस्ती पड़ेगी। इसके अलावा जिस जगह पर आप छुट्टियां बिताना चाहते हैं वहां भी किसी होटल, लॉज में पहले से ही एडवांस बुकिंग कर लें, जिससे यात्रा का समय नजदीक आने पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
# जरूरी डॉक्यूमेंट्स रखें साथवैसे तो ये टिप हर तरह के ट्रैवलर पर लागू होती है लेकिन सोलो ट्रैवलर के लिए ये बहुत ही जरूरी टिप है। डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होटल से लेकर होमस्टे, फ्लाइट और कई व्यू प्वॉइट्स पर भी पड़ सकती है तो इस वजह स इन्हें साथ रखना जरूरी है। ऑरिजनल कॉपी के साथ ही आप इनकी फोटोकॉपी भी करवा लें तो बेहतर।
# सोच-समझकर करें पैकिंगसोलो ट्रिप पर अपनी जिम्मेदारी के साथ अपना बैग भी खुद ही उठाना पड़ता है तो बहुत ज्यादा सामान बैग में न भरें। हो सके तो बैकपैक ही कैरी करें जिसमें कपड़ों से लेकर डॉक्यूमेंट्स तक सभी जरूरी चीज़ें आसानी से रखी जा सकें। ऐसे कपड़े पैक करें जिन्हें आप मल्टीपल तरीकों से पहन सकते हैं और इस्तेमाल कर सकते हैं।
# जगह के मुताबिक जरूरत की चीजेंआप चाहे बीच पर जाएं या पहाड़ पर, हर जगह पर मौसम और स्थिति के लिहाज से कुछ चीजों की जरूरत होती है। जैसे बीचवेयर या बर्फ में पहने जाने वाले बूट्स। ऐसे में अक्सर लोग इन्हें खरीदकर साथ ले जाते हैं। अगर आप एक्स्ट्रा लगेज और चीजें सम्भालने के झंझट से बचना चाहती हैं, तो उन जगहों पर बेस्ट किराए के साधनों की खोज पहले से करके रखें। इसके लिए स्थानीय होटल या दुकानों से भी राय ली जा सकती है। अगर आपको हाइजीन को लेकर चिंता है तो उक्त साधनों को एक दिन पहले से लेकर सेनेटाइज कर लें और फिर इस्तेमाल करें। बीच वेयर को तो आसानी से धोकर सुखाया जा सकता है।
# जगह की हो पूरी जानकारीजिस भी जगह जा रही हैं वहां के लोकल ट्रांसपोर्ट, लैंग्वेज और खान पान की पूरी जानकारी लें। कम से कम जरूरी शब्द जैसे हेल्प, बाथरूम, खाना, होटल, पुलिस स्टेशन आदि को लोकल लैंग्वेज में क्या कहते हैं यह ध्यान रखें। अपने खानपान की आदत (शाकाहारी-मांसाहारी) के हिसाब से उस जगह पर ऑप्शन ढूंढ कर रखें। वहां जाने से पहले मौसम, पहने जाने वाले कपड़े, दवा और दूसरी जरूरी चीजों के बारे में जानकारी जरूर हासिल करें। यह भी पता करें कि उन स्थानों पर कौन सी जगहें देखने लायक हैं और किन जगहों को आप छोड़ सकते हैं। आपको ये सब जानकारियां ऑनलाइन मिल सकती हैं। ये डिटेल मिलने के बाद आपकी काफी सारी परेशानियां पहले ही हल हो जाती हैं।
# फैमिली से शेयर करें अपनी लोकेशनअपनी लोकेशन अपनी फैमिली से शेयर करते रहें। साथ ही मैप्स और जीपीएस का इस्तेमाल करें, ताकि आपको अपनी डेस्टिनेशन की दूरी का पता हो। अकेले सफर करने के दौरान अपनी डाइट उतनी ही रखें, जितना खाकर आपकी भूख मिट जाए। ज़्यादा खाने की वजह से वॉशरूम जाने की ज़रूरत पड़ सकती है, जो अकेले ट्रैवल करने वालों के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है।
# कॉन्फिडेंट रहेंआप किसी भी जगह पर घूमने जाएं तो वहां कॉन्फिडेंट होकर घूमें। आपकी बॉडी लैंग्वेज से ऐसा बिल्कुल जाहिर ना होने दें कि आप वहां के लिए नए हैं। इससे आपके आसपास के लोगों को लगता है कि आप उस जगह पर आती-जाती रहती हैं और वहां की जानकार भी हैं, साथ ही आपके जानने वाले भी उस शहर में रहते हैं। ग्रुप में या परिवार के साथ ट्रैवल करने पर आपको खुद को लेकर सतर्कता कम रखनी पड़ती है लेकिन अकेले रहने पर हर जिम्मेदारी खुद पर होती है। इसलिए पहले से पूरी प्लानिंग करें और सारे जरूरी सुरक्षा साधनों के साथ अपनी यात्रा का आनंद लें।