खानपान के साथ ही मशहूर है पंजाब के ये 6 पर्यटन स्थल, दिल को पहुंचाते है सुकून

पंजाब की धरती को वीरों की धरती कहा जाता हैं और यहाँ के एतिहासिक स्थान आपमें जोश भर देते हैं। जिस तरह से यहाँ का खानपान पूरे विश्व में जाना जाता है उसी तरह से यहाँ के पर्यटन स्थल भी पूरे विश्वभर में प्रसिद्द हैं और देश-विदेश से सैलानी यहाँ पर आते हैं। आज हम आपके लिए पंजाब की कुछ प्रसिद्द जगहों की जानकारी लेकर आए हैं जहाँ पर आपको जरूर जाना चाहिए। तो आइये जानते हैं पंजाब के इन पर्यटन स्थलों के बारे में और इनकी विशेषता के बारे में।

* मोतीबाग़ पैलेस

पटियाला में स्थित यह बाग़ 19वी शताब्दी में बना हुआ है। इसे लाहौर के प्रसिद्ध शालीमार बाह की तर्ज पर बनाया गया है। यहा आर्ट गैलरी भी है।

* शीशमहल

यह महाराजा नरेंद सिंह के शासनकाल में बनवाया था। यहा गार्डन ,फव्वारे आयर कृत्रिम झील पर्यटकों का मन मोह लेती है।

* स्वर्ण मन्दिर

सोने और संगमरमर से जगमगाता स्वर्ण मन्दिर यहा की शोभा है। मन्दिर में कलशो एवं दीवारों पर सोना चढ़ा है मन्दिर परिसर में सेंट्रल सिख म्यूजियम है जहा अनेक कलाकृतिय एवं पेंटिंग्स सुरक्षित है।

* अकालतख्त

यह सिख गुरुओ के आसन के तौर पर इस्तेमाल होता था। समुदाय के लिए यहा से फरमान यानि नीतिगत निर्णय जरी होते थे जिनकी समुदाय में काफी मान्यता थी।

* रॉक गार्डन

चंडीगढ़ में स्तिथ इस गार्डन की स्थापन 1957 में एक सरकारी अफसर नेकचंद ने की थी। इस गार्डन का निर्माण कबाड़ी की वस्तुओ जैसे टूटी चूडियो,तारो, टूटे-फूटे बर्तनों से की गयी है।

* वाघा बॉर्डर

वाघा बोर्डर अमृतसर से तकरीबन 28 से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। 1999 में अमन सेतु खुलने से पहले भारत-पाक के बीच आवाजाही के लिए यही एकमात्र सडक मार्ग था | अटारी स्टेशन रेल यातायात के लिए उपयोग किया जाता है। यहा न केवल नागरिको का आना जाना बल्कि दोनों देशो के बीच व्यावसायिक आयात निर्यात भी होता है। विभाजन के दौरान इसी रस्ते से अधिकाँश लोगो का विस्थापन हुआ था जिसके चलते इन स्थानों पर सर्वाधिक खून खराबा हुआ था। इस बोर्डर को एशिया की बर्लिन वाल भी कहा जाता है।