सर्दियों के दिन चल रहे हैं, ठण्ड अपना कहर ढा रही हैं। ऐसे में व्यक्ति की चाह होती हैं कि किसी गर्म प्रदेश में जाये और आनंद लें। लेकिन कुछ प्रदेश ऐसे जहां की गर्मी ऐसी लगती है जैसे आसमान से आग बरस रही हों, जो कि सर्दियों में भी न पसंद की जाये। चलिए, आज आपको हम दुनिया की ऐसी गर्म जगह के बारे में बताते हैं जहां की गर्मी अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोडती हैं। तो आइये जानते हैं ऐसी जगहों के बारे में...
* दश्त-ए-लुत, ईरान :दश्त-ए-लुत को धरती की सबसे गर्म जगहों में से एक माना जाता है। साल 2005 में नासा ने दश्त-ए-लुत का तापमान 70.7 डिग्री रिकॉर्ड किया था। 2004 से 2007 तक और 2009 में तो दश्त-ए-लुत धरती पर सबसे ज्यादा गर्म स्थान रहा था।
* क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया :ऑस्ट्रेलिया धरती पर सबसे शुष्क (सूखे) महाद्वीप है। ‘बैडलैंड्स’ के नाम से मशहूर यहां क्वींसलैंड आउटबैक का हिस्सा एक बड़ा रेगिस्तान है। 2003 में यहां भयंकर सूखा पड़ा था, उस वक्त यहां का तापमान 69.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
* डेथ वैली, अमेरिका :डेथ वैली में साल में औसत वर्षा मात्र 5 सेमी। के लगभग होती है। यहां पानी के निशान तक नहीं है। कहीं-कहीं पानी है भी, तो बहुत ही खारा। थर्मामीटर से नापा गया अब तक का सबसे विश्वसनीय अधिकतम तापमान पूर्वी कैलिफोर्निया की इसी घाटी का रहा है। कहा जाता है कि डेथ वैली का तापमान 56.7 डिग्री मापा गया था। थर्मामीटर से नापा गया ये सबसे अधिक तापमान था।
* फ्लेमिंग माउंटेन, चीन :चीन के शिनजियांग में तियान शान पहाड़ों की श्रृंखला में आने वाले फ्लेमिंग माउंटेन को भी गर्म इलाकों में जाना जाता है। 2008 में यहां पर जमीन की सतह का तापमान 66.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उस साल ये धरती पर नापा गया सबसे ज्यादा तापमान था।
* अल अजीजिया, लीबिया :एक वक्त में अल अजीजिया दुनिया का सबसे गर्म शहर था। 13 सितंबर 1922 को लीबिया के इस शहर में 58 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था। साल 2012 में अमेरिका की डेथ वैली ने अल अजीजिया से दुनिया का सबसे गर्म स्थान का तमगा छीन लिया।