प्राकृतिक खूबसूरती का खजाना हैं नागालैंड, यहां की इन 10 जगहों पर लें घूमने का मजा

भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के राज्यों को सेवन सिस्टर्स के तौर पर जाना जाता हैं। इन्हीं में से एक हैं नागालैंड। शांति और खूबसूरती चाहने वाले पर्यटकों के लिए नागालैंड की यात्रा एक बढ़िया विकल्प है। नागालैंड को इसके उपनाम “लैंड ऑफ फेस्टिवल” के नाम से भी जाना जाता हैं। नागालैंड भारत के उन तीन राज्यों में से एक है जहां ईसाई धर्म के अनुयायी बहुसंख्यक आबादी का निर्माण करते हैं। नागालैंड की यात्रा न केवल प्रकृति प्रेमियों द्वारा पसंद की जाती हैं बल्कि यहां की संस्कृति, खानपान, वेशभूषा और रहन-सहन भी सभी को आकर्षित करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको नागालैंड की प्रमुख जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो प्राकृतिक खूबसूरती का बेहतरीन नजारा पेश करती हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...

कोहिमा

नागालैंड की राजधानी कोहिमा अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी काफी प्रसिद्ध् है। कोहिमा को केवीरा के नाम से भी जाना जाता है। कोहिमा चारों ओर पहाड़ियों से घिरा है और नेचर लवर्स के लिए ये जगह बेहद खास है। ये स्थान समुद्र तल से 1500 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर स्थित है। आप यहां अपनी फैमिली के साथ यादगार छुट्टियां बिता सकते हैं। अगर आपको ट्रेकिंग करना पसंद है तो यह जगह आपके लिए और भी खूबसूरत होने वाली है। यहां कोहिमा म्यूज़ियम, कोहिमा वॉर सिमेट्री सहित अन्य स्थानों की विजिट की जा सकती है।

मोकोकचुंग

मोकोकचुंग पर्यटन स्थल नागालैंड स्टेट में दीमापुर और कोहिमा के सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण में से एक हैं। इस क्षेत्र का सबसे लौकप्रिय पर्यटन स्थल द टाउन मेन पार्क हैं। मोकोकचुंग की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों को जिले के भीतर स्थित लोंगखुम, लंग्पांगकांग, मोपुंगचुकिट और चुचुइइमलांग जैसी आकर्षित जगहों पर घूमने का अवसर भी मिल जाता हैं। मोकोकचुंग का प्रमुख व्यवसाय कृषि हैं।

ज़ुकोउ घाटी
समुद्र तल से 2462 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ ज़ुकोउ घाटी नागालैंड में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक मानी जाती है। हरी-भरी घाटी से घिरा यह स्थान नागालैंड और मणिपुर राज्यों की सीमा पर स्थित है। आमतौर पर यहाँ कई पर्यटकों द्वारा दौरा किया जाता है। यह स्थान साहसिक गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है जिसमें ट्रेकिंग और कैंपिंग शामिल है।

मोन

कोन्याक नागों का निवास स्थान माना जाता हैं और यहाँ पंखदार लुंगी पहने हुए टैटू बने हुए चेहरो का एक अनूठा और शानदार आकर्षण देखने को मिलता हैं। मोन पर्यटन स्थल तलहटी जिले की खड़ी ढलानों के साथ एक दुर्लभ क्षेत्र हैं। मोन पर्यटन स्थल भले ही आकर्षित पर्यटन स्थलों के घेरे में नही हैं लेकिन पर्यटन के लिहाज से इसका अपना ही महत्व हैं।

तुओफेमा गांव

इस सांस्कृतिक नागा गांव में विरासत और पारंपरिक के अनुभव का आनंद लें सकते है। स्थानीय व्यंजनों और स्थानीय राइस बियर सहित सभी चीजों से भरपूर, यह स्थान संस्कृति पारखी के लिए एकदम सही है। यह नागालैंड में घूमने के लिए सबसे अच्छी और अनोखी जगहों में से एक है जो पृष्ठभूमि में पहाड़ियों के सुंदर दृश्य के साथ-साथ एक पुरानी दुनिया का एहसास कराती है। स्थानीय जीवन का सर्वोत्तम आनंद लेने के लिए, यहाँ झोंपड़ियों में रहना भी आनंद लेने का एक शानदार अनुभव है।

दीमापुर

नागालैंड के प्रमुख पर्यटन स्थल में शामिल दीमापुर नागालैंड का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकास की पटरी पर दौड़ने वाला शहर हैं। यह शहर हवाई उडान के माध्यम से डायरेक्ट कनेक्ट हैं इस वजह से यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या बहुत अधिक होती हैं। दीमापुर के कुछ प्रमुख आकर्षण में ट्रिपल फॉल्स, कचहरी खंडहर, नागालैंड विज्ञान केंद्र और प्राणि उद्यान आदि शामिल हैं। दीमापुर शहर का पूर्वी भाग धनसिरी नदी के गहरे में हैं जोकि अधभुत आकर्षण प्रस्तुत करता हैं।

बेनरेऊ

नागालैंड की आज भी कई जगहें ऐसी हैं जो पर्यटकों की ओर से पूरी तरह से एक्सप्लोर नहीं की गई हैं। ऐसी ही एक जगह है पेरेन जिले में स्थित बेनरेऊ। आप अगर नई-नई जगहों पर जाने का शौक रखते हैं और थोड़े एडवेंचरस भी हैं तो आप यहां आकर नागा संस्कृति और उनके सादे जीवन को देख सकते हैं। ये समुद्र तल से 1950 मीटर ऊंचा स्थान है।

खोनोमा ग्रीन विलेज

यह गांव स्वच्छ, शांतिपूर्ण वातावरण और प्रदूषण रहित वातावरण से भरा हुआ है। अंगामी जनजाति गांव में प्राकृतिक और पुनर्नवीनीकरण संसाधनों से बनी झोपड़ियों में रहती है। यह जनजाति है जो कृषि, हथकरघा और बुनाई के माध्यम से अपना जीवन यापन करती है। यह गांव इस बात का जीता जागता उदाहरण है कि एक समुदाय संयुक्त प्रयास से क्या बना सकता है।

जुकू घाटी

नागालैंड के खूबसूरत नजारों के बीच स्थित जुकू घाटी कोहिमा से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक आकर्षित पर्यटन स्थल हैं। नागालैंड को पूर्व के स्विटजरलैंड के रूप में जाना जाता हैं और जुकु घाटी और जपफू पीक की सुंदरता और आकर्षण की बहुत अधिक भूमिका रही हैं। यह आकर्षित घाटी ऐसे पर्यटकों की यात्रा को आनंद से भर देती हैं जोकि ट्रेकिंग के शौकीन हैं। जपफू चोटी की ऊंचाई 3048 मीटर हैं जोकि नागालैंड की दूसरी सबसे उंची चोटी हैं।

पफुत्सेरो

यह छोटा सा शहर जो समुद्र तल से 2,133 की ऊंचाई पर स्थित है और नागालैंड के सबसे ठंडे शहरों में से एक है। पफुत्सेरो में झीलें हैं जो सर्दियों के दौरान जम जाती हैं और ईसाई स्थानीय लोगों के बीच एक सच्ची क्रिसमस भावना जोड़ती हैं। इस ऐतिहासिक शहर में मार्च-अप्रैल के महीनों के दौरान चेरी ब्लॉसम भी देखे जा सकते हैं, जब चाकेसांग परिवार सुकेनी उत्सव मनाता है।