मीडिल क्लास फैमिली के लिए विदेश यात्रा का परफेक्ट ऑप्शन हैं भूटान, जानें यहां के 9 प्रमुख पर्यटन स्थल

शायद ही कोई ऐसा होगा जिसका कभी विदेश यात्रा का मन ना हो। अमीर लोग तो अपनी मनपसंद जगहों पर घूमने निकल जाते हैं, लेकिन जब बात आती हैं मीडिल क्लास फैमिली की, तो वे अपना बजट देखने लगते हैं। ऐसे में मीडिल क्लास फैमिली के लिए भूटान विदेश यात्रा का एक परफेक्ट ऑप्शन बनता हैं। भूटान हिमालय के दक्षिणी पर्वत के तलहटी में स्थित बेहद खूबसूरत एवं सुंदर देश है। भूटान विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहां पर 72% भाग पर जंगल घिरा हुआ है। भूटान को “लैंड ऑफ़ द थंडर ड्रैगन” के नाम से भी जाना जाता है। भूटान देश कई तरह के पर्यटन आकर्षण से भरा हुआ है जो प्रकृति प्रेमी लोगों के लिए स्वर्ग के समान है। आज इस कड़ी में हम आपको भूटान के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो यहां के सफर को यादगार बनाते हैं। आइये जानते हैं इन जगहों के बारे में...

जाकर

जाकर भूटान में स्थित एक आकर्षक जगहों में से एक है, जिसे जमखर नाम से भी जाना जाता है। यह जगह मुख्य रूप से एक व्यापारिक केंद्र के लिए जाना जाता है। यह छोटा सा शहर है जिसे भूटान का लिटिल स्विजरलैंड भी कहा जाता है। यहां पर कई प्रमुख धार्मिक केंद्र भी स्थित है जैसे कि यह मठों से गिरा हुआ एक बेहद आकर्षित धार्मिक केंद्र हैं। धार्मिक जगहों को विजिट करना आपको अच्छा लगता है, तो आप भूटान में स्थित जाकर को विजिट कर सकते हैं।

बुमथांग

बुमथांग चार खूबसूरत पहाड़ी घाटियों का घर है। यहां पर कई प्राचीन मठ और मंदिर स्थित हैं। बुमथांग भूटान में यात्रा करने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है जो अपने धर्म, आध्यात्मिकता और इतिहास के लिए जाना जाता है। कुर्जी और तमशिंग लखंग यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल है और इसके अलावा पर्यटक पहाड़ी पर ट्रेकिंग जैसे काम भी कर सकते हैं। बुमथांग में हर साल फरवरी में भूटानी खानाबदोश समारोह का आयोजन करता है।

थिंपू

भूटान की राजधानी थिंपू है। यह शहर वांगछू नदी के किनारे समुद्रतल से 2,400 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। शहर के केंद्र में 4 समानांतर सड़कें हैं। जहां मुख्य बाजार, होटल, रेस्तरां, शासकीय कार्यालय, स्टेडियम और खूबसूरत बगीचे हैं। इस शहर में बहुमंजिली इमारतें एवं अपार्टमैंट्स काफी तादाद में बन रहे हैं। इन का निर्माण भूटान की पारंपरिक स्थापत्य शैली में हो रहा है जिस से शहर का पारंपरिक सांस्कृतिक परिवेश सुरक्षित है। थिंपू में कई दर्शनीय स्थल हैं।

टाइगर नेस्ट मोनास्ट्री

साल 1692 में टाइगर नेस्ट मोनास्ट्री का निर्माण हुआ था। ये भूटान का प्रमुख पर्यटन स्थल है और कई सौ साल पुरानी इस मोस्ट्री को एक बार जरूर देखने जाएं। ऐसा कहा जाता है कि पद्मासम्भवा यहां तीन साल, तीन हफ्ते, तीन दिन और तीन घंटों तक ध्यान में लीन हुए थे। हिमालय की गोद में बसा ये बहुत ही खूबसूरत मठ है जिसे पहाड़ों को काटकर बनाया गया था। सर्दियों के मौसम में ये मठ बर्फ की सफेद चादर ओढ़ लेता है।

पुनाखा जोंग

यह पुनाखा का ही नहीं बल्कि भूटान का सब से बड़ा और प्रमुख बौद्ध मंदिर है। भूटान की 2 प्रमुख नदियों पोछू एवं मोछू के संगम पर स्थित बौद्ध मंदिर एवं मठ का निर्माण 1637 में शबदरूंग नगवांग नामग्याल द्वारा प्रशासकीय कार्यों के संपादन के लिए कराया गया था। इस बौद्ध मंदिर एवं मठ तक पर्यटक नदी पर पारंपरिक शैली में बने बेहद खूबसूरत पुल से हो कर जाते हैं। यह पुल अपनेआप में दर्शनीय है।

दोचुला दर्रा

यह दोचुला दर्रा भूटान के एक खूबसूरत पहाड़ी दर्रा के रूप में जाना जाता है। यह दोचुला दर्रा हिमालय के सबसे शानदार दृश्य को प्रस्तुत करने वाला एक दर्रा के रूप में जाना जाता है। दोचुला दर्रा भूटान के सबसे खूबसूरत और आकर्षक जगहों में से एक माना जाता है। यहां पर जाने के उपरांत आप कई सारी खूबसूरत एवं बेहतरीन दृश्यों का दीदार कर सकते हैं। भूटान के घूमने की जगह के लिस्ट में यकीनन आपको इस दोचुला द्वारा को भी शामिल करना चाहिए।

फुंटशोलिंग

फुंटशोलिंग भूटान का दूसरा सबसे बड़ा शहर जो भारत के राज्य पश्चिम बंगाल से अपनी सीमा को साझा करता है। यह कोलकाता और सिलीगुड़ी के यात्रियों के लिए एक प्रवेश बिंदु के रूप में सेवा करता है और भूटान का एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है। फुंटशोलिंग, भूटान के अधिकांश शहरों की तुलना में अधिक विकसित है और इसके बाद भी यह कई प्राकृतिक आकर्षणों से भरा हुआ है। अपनी फुंटशोलिंग यात्रा के दौरान पर्यटक ज़ंग्टो पेलरी लखंग, करबंदी मठ, भूटान गेट और खरबंडी गोम्बा की यात्रा कर सकते हैं। ज़ंग्टो पेलरी लखांग एक छोटा सा मंदिर है जो गुरु रिनपोचे को समर्पित है। यहां स्थित भूटान गेट भारत से प्रवेश के लिए मुख्य प्रवेश द्वार है, जो पारंपरिक भूटानी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

पारो

पारो प्राचीन काल से ही भूटान के बौद्ध धर्म का केंद्र रहा है। यह पारो भूटान के सबसे मशहूर एवं आकर्षक जगहों में से एक हैं। यह हरि-भरी जंगल और पहाड़ी वाला जगह है, जिसे लोगों द्वारा काफी अधिक पसंद किया जाता है। यह भूटान में घूमने की एक प्राचीन एवं ऐतिहासिक इमारतों से भरा हुआ खूबसूरत जगह है, जिसकी वजह से इस शहर को ऐतिहासिक शहर के रूप में भी जाना जाता है।

हा वैली

हा वैली को भूटान का सबसे छोटा दज़ोंगखंग (जिला) के रूप में जाना जाता है। यह भूटान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है जो प्रकृति प्रेमी और ट्रेकर्स के लिए बेहद एक अच्छी जगह है। इसके अलावा यह दुनिया की एक मात्र ऐसी जगह है जहां पर क्रीम रंग का ब्लू पॉपी (मेकोनोप्सिस सुपरबा) देखा जा सकता है। यह जगह काफी कम आबादी वाला क्षेत्र है और खानाबदोश चरवाहों का घर है। हा वैली पारो से 30kms की दूरी पर स्थित है जहां चेले ला दर्रे के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।इस क्षेत्र के आसपास भूटान के सबसे अच्छे ट्रेकिंग ट्रेल्स और माउंटेन बाइकिंग ट्रेल्स का आयोजन भी किया जाता है।