World Diabetes Day: डायबिटीज को कंट्रोल में रखती है ये गुठली, सेवन से होते हैं और भी कई फायदे

काले रंग का एक ऐसा छोटा सा फल है जामुन। जामुन गर्मियों के मौसम का एक लोकप्रिय फल है। इसके ऊपरी भाग को हम बड़े चाव से खाते हैं और अक्सर इसकी गुठली को फेंक देते है। लेकिन हम आपको बता दे, जामुन का बीज भी आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। इसके इस्तेमाल से डायबिटीज और हाई बीपी को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है साथ ही इसका सेवन पाचन शक्ति को भी मजबूत बनाता है। आप जामुन की गुठलियों का पाउडर बना कर सेवन कर सकते है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल जामुन की गुठली के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे है...

डायबिटीज में फायदेमंद

डायबिटीज को कंट्रोल मददगार साबित होती है जामुन की गुठली। दरअसल, जामुन की गुठली में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है। टाइप-2 डायबिटीज मरीजों के लिए इसकी गुठली से तैयार पाउडर का सेवन काफी फायदा पहुंचाता है। साथ ही इसका सेवन आपको डायबिटीज से भी दूर रख सकता है।

कब्ज में फायदेमंद

कब्ज रोगियों के लिए जामुन की गुठली का सेवन फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, जामुन की गुठली में क्रूड फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो मल त्यागने में मदद करता है। ऐसे में आप कब्ज की शिकायत होने पर जामुन की गुठली का सेवन कर सकते हैं।

ब्लड प्रेशर को रखे कंट्रोल में

जामुन की गुठली ब्लड प्रेशर पर प्रभावी रूप से काम करती है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, जामुन के बीज में एलेजिक एसिड (Ellagic Acid) की मात्रा पाई जाती है। शोध में एलेजिक एसिड की मात्रा के सेवन करने से आश्चर्यजनक रूप से ब्लड प्रेशर में कमी देखने को मिली है। इस प्रकार एलेजिक एसिड के प्रयोग से ब्लड प्रेशर लगभग 36% तक कम हो सकता है।

वायरल इंफेक्शन से बचाव

जामुन की गुठली में एंटी-माइक्रोबियल (antimicrobial) और एंटी-बैक्टीयल (anti-bacterial) गुण होते है जो वायरल इंफेक्शन से आपका बचाव करते है। जामुन की गुठली के पाउडर या अर्क का सेवन शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है।

कैंसर रोधी गुण

जामुन की गुठली में साइटोटोक्सिक गुणों वाले कुछ घटक मौजूद होते हैं, जिनका इस्तेमाल विशेष रूप से फेफड़ों के कैंसर का उपचार करने के लिए एंटी-कैंसर एजेंटों के रूप में किया जाता है। हालांकि, जामुन की गुठली कैंसर रोगियों के लिए कितनी असरकारी साबित हो सकती है, इसके लिए अभी गहन अध्ययन की आवश्यकता है।

सूजन को करे कम

शरीर में होने वाली सूजन और दर्द को दूर करने में मददगार साबित होती है जामुन की गुठली। जामुन की गुठली से तैयार पाउडर और अर्क का सेवन अर्थराइटिस की समस्या में फायदेमंद है। इससे सूजन और दर्द से राहत मिल सकती है।

पाचन क्रिया को करे मजबूत

जामुन की गुठली का सेवन पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम करता है। इसमें मौजूद क्रूड फाइबर बेहतरीन पाचन क्रिया के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। आप जामुन की गुठली से तैयार अर्क या पाउडर का सेवन कर सकते हैं।

दांतों और मसूड़ों के लिए

दांतों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बच्चों और व्यस्क दोनों को कैल्शियम की आवश्यकता होती है। ऐसे में जामुन की गुठली में मौजूद कैल्शियम दांतों को मजबूती प्रदान करता है। इसके अलावा, विटामिन-सी की कमी से मसूड़ों में सूजन और खून निकलने की समस्या का इलाज भी जामुन बीज में पाए जाने वाले विटामिन-सी के जरिए किया जा सकता है।

पीरियड्स में

महिलाएं पीरियड्स के दौरान जामुन बीज के पाउडर का सेवन कर सकती हैं, जो उन्हें दर्द से आराम पहुंचाने में मदद कर सकता है। दरअसल, इसमें जिंक पाया जाता है, जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

त्वचा के लिए फायदेमंद

जामुन की गुठली में एंटीऑक्सीडेंट क्रिया पाई जाती है जो फ्री रेडिकल्स को खत्म कर त्वचा को बचाने का काम करती है। अगर फ्री रेडिकल्स को न रोका जाए, तो इससे त्वचा कैंसर और फोटो एजिंग की समस्या हो सकती है।

बलगम (कफ) को दूर करे

जामुन के बीज से निकलने वाला अर्क कफ/बलगम को दूर करने के काम आ सकता है। इस संबंध में भी अभी और वैज्ञानिक शोध की आवश्यकता है।

उल्टी से राहत

जामुन के बीज के पाउडर का उपयोग डायस्पेसिया जो कि एक ऐसी मेडिकल कंडीशन जिसमें उल्टी का भी लक्षण शामिल है के इलाज में किया जाता है। इसलिए, उल्टी की समस्या होने पर जामुन के बीज से बने पाउडर को पानी में मिलाकर पीने से राहत मिल सकती है।