29 साल की आलिया भट्ट ने शेयर की प्रेग्नेंसी की गुडन्यूज, जानें-क्या है प्रेग्नेंट होने की सबसे सही उम्र

बॉलीवुड की मोस्ट गॉर्जियस और क्यूट एक्ट्रेस आलिया भट्ट मां बनने वाली हैं। आलिया ने ये खुशखबरी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी है। आलिया भट्ट ने अपनी सुपर सबसे स्पेशल पोस्ट में बताया कि बहुत जल्द उनका बेबी आने वाला है। वे और रणबीर कपूर दो से तीन होने वाले हैं। आलिया ने इंस्टा पर दो तस्वीरें शेयर की हैं। पहली फोटो में वे अस्पताल के बेड पर लेटी हुई हैं। उनकी सोनोग्राफी हो रही है। कंप्यूटर स्क्रीन को ब्लर कर उसपर हार्ट इमोजी बनाया है। दूसरी फोटो में आलिया ने शेर शेरनी और उनके एक बच्चे की फोटो शेयर की है। मतलब ये कि आलिया की फैमिली पूरी होने वाली है। आलिया भट्ट की उम्र 29 साल है ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाओं को 30 साल की उम्र से पहले फैमिली प्लानिंग कर लेनी चाहिए। आइए जानते हैं शादी के वक्त आपकी उम्र और फैमिली प्लानिंग का क्या कनेक्शन है।

20 साल से पहले हुई है शादी

एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर महिला का विवाह 20 साल से पहले होता है और वे प्रेग्नेंट हो जाती है ऐसे में जन्म के बाद या जन्म के दौरान उसके शिशु के मरने की संभावना भी बहुत बढ़ जाती है। एक्सपर्ट्स कहते है कि महिला को 20 साल से पहले मां नहीं बनना चाहिए। WHO के अनुसार, 15-19 साल की महिलाओं में मौत का दूसरा सबसे बड़ी वजह प्रेग्नेंसी और बच्चे का जन्म है। करियर और पढ़ाई के लिहाज से भी देखें तो, इतनी कम उम्र में बच्चा पैदा करना कोई समझदारी नहीं है। कानून के हिसाब से भी देखें तो, महिलाओं और पुरुषों को 21 साल से पहले शादी की इजाजत नहीं है।

20-25 साल की उम्र में हुई है शादी

अगर आपकी शादी 20 साल के बाद और 25 साल से पहले हुई है तो यह समय मां बनने के लिए बेहतर माना जाता है। इस उम्र में महिलाओं के एग्स काफी अच्छे होते हैं और पुरुष के स्पर्म भी प्रेग्नेंसी के लिए सबसे बेहतर अवस्था में होते हैं।

25-30 साल की उम्र के बीच हुई है शादी

25 साल की उम्र के बाद और 30 से पहले शादी हुई है तो मां बनने में बिलकुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो, इस उम्र में महिलाओं की प्रजनन क्षमता में गिरावट आती है और उनके प्रेग्नेंट होने की संभावना एक साल के भीतर ही एक चौथाई कम हो जाती है। पुरुषों के स्पर्म क्वालिटी पर भी बुरा असर पड़ता है। अगर कोई पुरुष नियमित रूप से शराब या धुम्रपान करता है तो उसके स्पर्म की क्वालिटी और गिर जाती है। इसलिए अगर आप शादीशुदा हैं और आपकी उम्र 25-30 साल के भीतर है तो आपको बच्चे में देरी नहीं करनी चाहिए।

30-35 साल के बीच हुई है शादी

30 के बाद शादी होने महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 30 के बाद महिलाओं में प्रेग्नेंसी की संभावना कम होती जाती है। बच्चा करने से पहले दोनों पति-पत्नी के संपूर्ण स्वास्थ्य की जांच जरूरी है। पुरुषों के स्पर्म का काउंट और उसकी क्वालिटी में भी 30 की उम्र के बाद गिरावट आने लगती है। ऐसी स्तिथि में बच्चे में कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कई अध्ययनों में यह देखा गया है कि इस उम्र में अगर आप प्रेग्नेंट होते हैं तो आपके बच्चे में दिमाग का कम विकसित होना जैसी बीमारी का खतरा होता है।

35-40 साल के बीच हुई है शादी

इस उम्र में शादी करने से पहले महिला-पुरुष को अपने संपूर्ण स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए और ये सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वो एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकते हैं या नहीं। इस उम्र में बच्चे पैदा करने पर बच्चे में डाउन सिंड्रोम और ऑटिज्म का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। महिला को भी मिसकैरिज की संभावना बढ़ जाती है।

40-45 साल के बीच हुई है शादी

इस उम्र में शादी के बाद बच्चे को जन्म देना बेहद मुश्किल भरा हो सकता है क्योंकि मां और बच्चे को होने वाली दिक्कतें कई गुना बढ़ जाती हैं। शोध में सामने आया है कि हर 19 में से एक महिला के बच्चे में इस उम्र वर्ग में क्रोमोसोम संबंधी विकार होते हैं। महिला की नॉर्मल डिलीवरी होनी काफी मुश्किल होती है। पैदा होने के बाद दिमाग का कम विकसित होना जैसी बीमारी का खतरा होता है साथ ही उसका शारीरिक विकास भी पूरी तरह से नही हो पाता है।

45 साल के बाद हुई है शादी

45 साल के बाद शादी होना और बच्चे की चाहत करना मुश्किल भरा हो सकता है। 45 की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी की संभावना बस 1% ही रह जाती है। महिला अगर प्रेग्नेंट हो भी जाती है तो उसे हाइपरटेंशन, प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली डाइबिटीज का सामना करना पड़ता है। पुरुषों का स्पर्म भी इस उम्र के बाद कमजोर हो जाता है ऐसे में बच्चे में मानसिक और शारीरिक विकार की संभावना 13 गुना बढ़ जाती है। अगर महिला के गर्भ के अंदर कोई लड़की है तो उसे ऑटिज्म के साथ-साथ ब्रेस्ट कैंसर और बौनेपन जैसी बिमारियों का खतरा बना रहता है।