खराब जीवनशैली और असंतुलित भोजन की वजह से हार्ट यानी दिल से जुड़ी परेशानियां तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर 30 की उम्र के बाद यह समस्या युवाओं में भी सामान्य हो गई है। इनमें से एक प्रमुख कारण हार्ट में ब्लॉकेज है, जिसका मुख्य कारण बड़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल स्तर है। धमनियों में जमा खराब कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रॉल) उनके अंदर ब्लॉकेज का कारण बनता है। जब कोलेस्ट्रॉल धमनियों की दीवारों पर चिपकने लगता है, तो हार्ट तक खून और ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित हो जाता है। इसे एक्वायर्ड हार्ट ब्लॉकेज (Acquired Heart Blockage) कहा जाता है, जो हार्ट अटैक का मुख्य कारण बनता है। दूसरी ओर, कुछ लोग जन्मजात रूप से ब्लॉकेज के साथ पैदा होते हैं, जिसे कॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉकेज (Congenital Heart Blockage) कहते हैं। हालांकि, कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से हार्ट की ब्लॉकेज को कम कर हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हमारी रसोई में ऐसे कई मसाले मौजूद हैं, जो हार्ट की समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से घरेलू उपाय हार्ट ब्लॉकेज को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए घरेलू उपाय
दालचीनीदालचीनी हार्ट के लिए एक प्रभावी मसाला है। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय को मजबूती प्रदान करती है । इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सांस की तकलीफ और धमनियों की समस्याओं को दूर करते हैं। दालचीनी को नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। इसे चाय, भोजन, या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।
हल्दीहल्दी अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जानी जाती है। इसमें पाया जाने वाला कुर्कुमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रखता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है और खून के थक्के बनने से रोकता है। हल्दी वाला दूध न केवल हृदय के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह शरीर को कई अन्य बीमारियों से भी बचाता है। धमनियों की ब्लॉकेज को कम करने के लिए हल्दी को अपने दैनिक आहार में शामिल करना फायदेमंद होता है।
लाल मिर्चलाल मिर्च में कैप्सेसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद करता है। लाल मिर्च का सेवन धमनियों में रुकावट को कम करता है और हार्ट अटैक तथा स्ट्रोक के खतरे को भी घटाता है। इसे सलाद, दाल, या सब्जियों में शामिल करके खाया जा सकता है।
इलायचीइलायची में मौजूद फाइब्रिनोलिटिक गुण खून में थक्के बनने से रोकते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और धमनियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। इलायची को चाय, दूध, या काढ़े में मिलाकर सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
लहसुनलहसुन एक प्राकृतिक रक्त पतला करने वाला एजेंट है। इसमें पाए जाने वाले एलिसिन नामक यौगिक रक्तचाप को नियंत्रित करने और ब्लॉकेज को कम करने में सहायक होते हैं। रोजाना खाली पेट 1-2 लहसुन की कलियां चबाने से हार्ट ब्लॉकेज का खतरा कम किया जा सकता है।
मेथी के बीजमेथी के बीज को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है।
अदरक
अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण धमनियों को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अदरक की चाय या काढ़ा हार्ट के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
अखरोट और बादामसूखे मेवों में ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो दिल की धमनियों को साफ रखने में मदद करते हैं। रोजाना एक मुट्ठी अखरोट और बादाम का सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
नींबू और शहदनींबू में मौजूद विटामिन सी और शहद के एंटीऑक्सीडेंट गुण धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। रोजाना गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से हृदय की सेहत में सुधार होता है।
ग्रीन टीग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो धमनियों की ब्लॉकेज को कम करने और खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसे रोजाना सुबह या शाम के समय सेवन करना हार्ट हेल्थ के लिए लाभकारी होता है।
नोट : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।