महिलाओं पर अंडरवियर का असर उनके हेल्थ पर सीधा पड़ता है। त्वचा से लेकर वजाइनल इंफेक्शन की समस्या का मुख्य कारण कई बार महिलाओं का अंडरवियर ही होता है। अक्सर महिलाएं उन अंडरवियर्स को खरीदना पसंद करती है जो दिखने में सेक्सी और आकर्षक हों पर ऐसा करना घातक साबित हो सकता हैं। इसके रंग, कट और स्टाइल की जांच करने के अलावा, आपको यह भी सोचना चाहिए कि ये वजाइना के लिए अच्छी हैं या नहीं। महिलाओं में स्किन इंफेक्शन की वजह भी उनका अंडरवियर ही बनता है। यूरिन इंफेक्शन और यूटीआई की समस्या भी कई बार महिलाओं को अंडरवियर की वजह से हो जाती है। अंडरवियर्स के कुछ ऐसे मैटेरियल्स (Materials) होते हैं, जिन्हें अगर लंबे समय तक पहना जाए, तो इससे वजाइना के आसपास खुजली, जलन या फिर कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। यह आपको यीस्ट या वजाइना में संक्रमण भी कर सकता है। तो फिर आपको सही अंडरवियर कैसे चुनना चाहिए? आइए आज हम आपको इसके बारे में कुछ खास बातें बताते हैं...
- आपको ऐसे अंडरवियर खरीदने की जरूरत है जो आपके लिए आरामदायक हों। दरअसल हर महिला का शरीर अलग होता है। इसलिए कुछ के लिए हिपस्टर्स सबसे अच्छा काम करते है, जबकि दूसरों के लिए, बिकनी कट। आप जो भी खरीदती हैं, सुनिश्चित करें कि आपको अच्छा महसूस हो और सबसे जरुरी बात यह आरामदायक भी होना चाहिए।
- अक्सर महिलाओं की आदत होती है वो बहुत टाइट अंडरवियर पहनती हैं। टाइट अंडरवियर की वजह से महिलाओं में संक्रमण का खतरा दोगुना हो जाता है। महिलाएं अंडरवियर जितना टाइट पहनती हैं बैक्टीरिया संक्रमण बढ़ने का खतरा उतना ही ज्यादा होता है।
- इसके अलावा अंडरवियर के साइज के बारे में भी ध्यान देना बेहद जरुरी हैं। ऐसा हो सकता है कि आप छोटे साइज में फिट होना चाहती हों, लेकिन अगर यह आपको असहज महसूस करा सकता है, तो तुरंत रुक जाएं। छोटे साइज का अंडरवियर वजाइना में जलन पैदा कर सकता है। साथ ही इंफेक्शन और रैसेज का खतरा भी बढ़ जाता हैं।
- लेस वाले अंडरवियर का चलन आजकल बहुत बढ़ गया हैं। इसे पहनने के बाद महिलाएं सेक्सी महसूस करती हैं। लेकिन अगर आप इसे नियमित रूप से पहनती हैं, तो आपको घुटन और इचिंग महसूस हो सकती है। साथ ही स्किन पर लाल दाग भी नजर आते हैं।
-ऐसा ही थोंग्स के साथ भी होता है। यदि आप एक ऐसा कपड़ा पहनती हैं जो बहुत अधिक टाइट है या सिंथेटिक कपड़े से तैयार किया गया है, तो यह आपके बट में जलन पैदा कर सकता है। इस कपड़े के धागे वाजाइना और गुदा में इंफेक्शन का कारण बनते हैं।
- महिलाओं के अंडरवियर प्रकार बहुत है लेकिन जालीदार कपड़े वाली अंडरवियर महिलाओं के लिए सबसे बेहतर मानी जाती है। जालिदार अंडरवियर को भी लेने से पहले उसके कपड़े पर जरूर ध्यान दें क्योंकि जालिदार कपड़े की अंडरवियर अगर सिल्क की है तो वो स्किन बुरा असर डाल सकती है। जालिदार अंडरवियर हमेशा कॉटन के कपड़े वाली लें।
अंडरवियर कब बदलें अंडरवियर बदलने को लेकर अक्सर महिलाओं में ज्यादा सतर्क नहीं रहती हैं। गर्मियों के मौसम में यह और ज्यादा जरूरी हो जाता है। अगर गर्मी की वजह से अंडरवियर में गंदगी या गीलापन आ गया है तो तुरंत बदल देना चाहिए। कुछ महिलाओं में आदत होती है कि एक अंडरवियर को कई दिन तक उपयोग कर लेती हैं, ऐसा बिल्कुल न करें। अगर आप जिम या वर्कआउट करती हैं तो अंडरवियर को जिम से वापस आने के बाद तुरंत बदलें।
आपकी वजाइना के लिए सबसे अच्छा अंडरवियर कौन सा है?प्योर कॉटन से बना हुआ अंडरवियर सबसे अच्छा माना जाता है। कुछ लोग नायलॉन, पॉलिएस्टर और स्पैन्डेक्स से बने अंडरवियर पहनते हैं। ये सिंथेटिक कपड़े गर्मी और नमी पैदा करते हैं। वहीं दूसरी तरफ कॉटन में ऐसी कोई परेशानी नहीं होती। यह न केवल आपको कम्फर्टेबल महसूस कराता है, बल्कि आपकी वजाइना को भी इन्फेक्टेड नहीं करते हैं।
आपकी वजाइना के लिए क्या बुरा है- अंडरवियर को अपने से छोटे साइज में न खरीदें। इससे पूरे दिन जलन और खुजली का अनुभव होता है।
- खराब फिटिंग का अंडरवियर भी इन्ग्रोन हेयर पैदा कर सकता है।
- ऐसे अंडरवियर से दूर रहना चाहिए जिसे पहनने से पसीना आता हो।
- वर्कआउट या पसीने के बाद हमेशा अपने अंडरवियर को बदलें क्योंकि नमी से यीस्ट और बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है। - थोंग्स से भी बचना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे अन्य किस्मों की तुलना में कम स्वच्छ रहते हैं।
- अनूठे डिजाइन के कारण, इसमें कुछ बैक्टीरिया जल्दी चिपकते हैं, और यह बिल्कुल भी स्वस्थ नहीं है।
- किसी वजह से दिन में अगर अंडरवियर गीली हो जाये तो उसे बदल दें।
- रात में अंडरवियर न पहने तो अच्छा है। रोजाना अंडरवियर बदलें और साफ करें।