संक्रांति पर मांझे से ऊँगली कट जाने पर करें ये उपाय

संक्रांति का त्योंहार बहुत धूम-धाम से मनाया गया। सभी इस दिन पतंग उड़ाने और खुशियों में इतने मशगूल रहते हैं कि पतंग उड़ाते समय ऊँगली और हाथ कट जाने पर भी ध्यान नहीं दिया जाता। और बाद में जब यह दर्द होने लगता हैं तो इसकी तरफ ध्यान जाता हैं। इसलिए इसका तुरंत इलाज किया जाये तो बहुत ही अच्छा हैं। आपने पतंग उड़ाने का मजा तो पूरा लिया हैं लेकिन अब मांझे से कटी उँगलियों का घाव भी तो भरना आवश्यक हैं। इसलिए आज हम लेकर आये हैं वो उपाय जो मांझे से कटी उँगलियों को फटाफट पहले जैसी बना देंगे। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।

* खून रोकने के लिए कैसे करें रूई का इस्तेमाल : जब भी आपको कट से खून बहना रोकना हो तो रूई का मोटा-सा टुकड़ा लें। इसे चिमटे से पकड़ कर गैस की आंच, स्टोव या कैंडल की लौ पर रखें। रूई को जलकर काला होने दें। रूई से आग बुझ जाने पर उसे तुरंत कट पर रख कर दबाएं। ये ज़ख्म से चिपक जाना चाहिए। फिक्र न करें इस जली हुई रूई से आप जलेंगे नहीं। यूनानी चिकित्सा में खून बहने से रोकने के लिए ये तरीका अपनाया जाता है। अगर आपका ज़ख्म बहुत बड़ा है या कट बहुत गहरा है तो ये तरीका न अपनाएं। इसे सिर्फ छोटे और मामूल कट के लिए अपनाएं। अगर इस तरीके को अपनाने के बाद खून बहना न रूके तो डॉक्टर के पास ज़रूर जाएं।

* घाव की दवा हल्दी और गोमूत्र
: हल्दी का प्रयोग घाव भरने में बहुत असरदार साबित होता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण इन्फेक्शन और साइड इफ़ेक्ट से बचने में मदद मिलती है। गोमूत्र का प्रयोग घाव को साफ़ करने के लिए करे। ऐसा करने से घाव जल्द भर जाता है
और दर्द में भी आराम मिलता है ऐसा करने के बाद हल्दी का लेप लगाये।

* चीनी है फायदेमंद
: उस कटे हुए स्थान पर चीनी लगाए। और इसे 15 मिंट बाद धो दें। चीनी लगाने से खून बहना बंद हो जाता है और कटे हुए स्थान का दर्द कम होने लगता है।

* शहद
: चीनी की तरह शहद भी इस काम में माहिर होता है। यह सिर्फ त्वचा संबंधी समस्याओं का निवारण ही नहीं करता है बल्कि रक्तपात को रोकने में भी मदद करता हैं। शहद का एन्टीबैक्टिरीअल (antibacterial) गुण घाव को किसी भी तरह के संक्रमण से बचाता है। यहाँ तक कि जल कर फफोला पड़ जाने पर भी शहद लगाया जाता है।

* टी बैग :
नाम पढ़कर शायद आप आश्चर्य में पड़ जायेंगे मगर सच तो यह है कि टी बैग या चाय बनाने के बाद जो अवशेष बच जाता है उसको एक कपड़े में डालकर पोटली की तरह बाँधकर कटे हुए जगह पर लगाने पर न सिर्फ खून गिरना रूक जाता है बल्कि आराम भी मिलता है।

* ऐलोवेरा जेल :
ऐलो वेरा जेल सिर्फ सौन्दर्य या त्वचा संबंधी समस्या से लड़ने में हमारी मदद नहीं करता बल्कि कटने पर भी यह राहत दिलाने में तथा कटे हुए जगह से रक्तपात को रोकने, दर्द को कम करने और घाव को ठीक करने में काफी मददगार है। ऐलो वेरा जेल को कटे हुए स्थान पर लगाने से कटे हुए स्थान पर राहत मिलती है।