भूलने की आदत इंसान की सबसे खराब आदतों में से एक है, क्योंकि इस आदत के कारण न सिर्फ खुद वो इंसान जिसे भूलने की समस्या है, परेशान हो जाता है, बल्कि उससे जुड़े दूसरे लोग भी कई बार परेशानी में पड़ जाते हैं। आज कल की कॉम्पटीशन भरी ज़िंदगी में तनाव इतना बढ़ गया है कि छोटी छोटी बातों को भी हम भूल जाते हैं, और अगर सही समय पर वो याद न आए तो परेशानियाँ बढ़ सकती हैं। आप चाहे किसी भी उम्र के क्यों ना हो आज का दौर ऐसा है कि आपको मानसिक रुप से स्वस्थ होने की बहुत ज्यादा जरूरत है। भूलने का मुख्य कारण एकाग्रता की कमी है।
अधिकतर समस्या रीकॉल करने में होती है, क्योंकि हमारे दिमाग को रीकॉल प्रोसेस के लिए जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, उनकी हमारे शरीर में कमी हो जाती है। इसलिए हम आज आप को दिमाग तेज करने के कुछ घरेलू उपाय और नुस्खे यहां बता रहे हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में।
* ब्राह्मी : दिमाग़ तेज करने में ब्राहमी एक उत्तम आयुर्वेदिक औषधी है। इसके सेवन से याददाश्त तेज होती है। 1/2 चम्मच ब्राहमी ले और 1 चम्मच हल्के गरम पानी में मिलाकर लेने से दिमाग़ की क्षमता बढ़ती है।
* बादाम : 9 नग बादाम रात को पानी में भिगो दें। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गर्म करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें। दूध जब हल्का गर्म हो तब पिएं। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं।
* अखरोट : अखरोट की बनावट बिलकुल मस्तिष्क के जैसी होती हैं, और इसमें मस्तिष्क से सम्बंधित सभी रोगों को खत्म करने की क्षमता पाई जाती हैं। रोजाना अखरोट खाना शुरू करें।
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मेहंदी : मेहंदी के पत्तों में करनोसिक तत्त्व पाया जाता है। जिससे इंसानी दिमाग की मांसपेशियां एक्टिव हो जाती है और इतना ही नहीं इसमें इतनी गजब की शक्ति होती है की इससे आपकी खोयी हुई याददाश्त तक वापस आ सकती है इसलिए लोग अपने दिमाग को सुकून देने के लिए और उसको ठंडा रखने के लिए अपने सर में मेहंदी लगाते हैं।
* डार्क चॉकलेट : इसे खाने से दिमाग़ी की कार्य शक्ति बढ़ती है और मेमोरी बूस्ट होती है। इसका सेवन ज़्यादा नहीं करें, क्योंकि इससे वज़न भी बढ़ता है।
* तुलसी के पत्ते : 10 तुलसी के पत्ते, 5 कालीमिर्च, 5 बादाम और थोड़ा सा शहद मिलाकर पिने से स्मरण शक्ति बढ़ती हैं। यह याददाश्त बढ़ाने का सरल उपाय हैं, आसानी से उपयोग में लाया जा सकता हैं।
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कॉफी : जो लोग सुबह कॉफी पीते हैं, वे कॉफी न पीने वालों की तुलना में अधिक फुर्ती से अपने कार्य निपटा लेते हैं। यदि आप दोपहर में भी चुस्त रहना चाहते हैं तो कॉफी का सहारा लें। शोधकर्ताओं के अनुसार, कैफीन मस्तिष्क के उन हिस्सों को क्रियाशील करता है, जहां से व्यक्ति की सक्रियता, मूड और ध्यान नियंत्रित होता है।
* शंखपुष्पि : याददाश्त बढ़ाने के लिए शंखपुष्पी भी एक अच्छी औषधी है। रोजाना ½ चम्मच शंख पुष्पी 1 कप गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करने से दिमाग़ में ब्लड का सर्कुलेशन अच्छा रहता है और ब्रेन की पॉवर बढ़ती है।