HIV संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जा सकता है, आइये जानते हैं

एड्स या एक्वायर्ड इम्यून डिफीशिएंसी सिंड्राम एक ऐसी स्थिति है जो (HIV) से होती है जो कि शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को धीरे-धीरे करके समाप्त कर देता है। जो रोगों से लड़ने की शरीर की प्रतिरोध क्षमता को धीरे-धीरे करके नष्ट कर देता है। हालांकि दवाएं संभव होने के कारण यह पहले की तरह जानलेवा नहीं है, लेकिन फिर भी इससे खुद को बचाना जरूरी है। एचआईवी संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जा सकता है, आइये इसके बारे में जानते हैं।

# नीडल्स और सिरिंज को कभी साझा ना करें :

नीडल्स और सिरिंज एचआईवी को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से पहुंचा सकती हैं। नीडल्स का उपयोग करने वाले ड्रग्स का कभी इस्तेमाल ना करें। आपके डॉक्टर के द्वारा आपको दी गई नीडल का कभी किसी अन्य नीडल का इस्तेमाल ना करें।

# HIV संक्रमित खून से बचें :

आप यह नहीं जानते कि किसे एचआईवी है, चूंकि यह पता करने का कोई तरीका भी नहीं हैं। कुछ लोग नहीं जान पाते हैं कि वे संक्रमित हैं या नहीं, इसलिए सावधान रहना ही सबसे अच्छा है। संभव हो तो अन्य व्यक्ति के खून को छूने से बचें और शरीर के अन्य तरल के संपर्क में आने से भी बचें, जो एचआईवी फैला सकते हैं।

# एकल सम्बन्ध बनाये :

वैसे तो संयम सबसे अच्छा बचाव है, लेकिन लम्बे समय के लिए यह बहुत वास्तविकता भरा नहीं है। यौन संबंधों का एक तरीका, जिसमें एचआईवी का जोखिम नहीं है, वह है परस्पर एकल संबंध। जिसमें दोनों साथी संक्रमण से रहित होते हैं और बाहर यौन संबंध नहीं बनाते हैं। यदि आप खुद की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो एक व्यक्ति के साथ ही संबंध बनाएं और समय समय पर जांच कराते रहें।

# सुरक्षा अपनाएँ :

बिना सुरक्षा के संबंध केवल तभी बनाएं जब आप और आप और आपका साथी केवल एक दूसरे के साथ ही यौन संबंध बनाते हो, जिसमें आप दोनों एचआईवी या अन्य किसी एसटीडी से संक्रमण रहित हों। एचआईवी से बचने का यह सबसे महत्वपूर्ण भाग है, यदि आप दोनों में से कोई एक इसके जोखिम की हद में या एचआईवी के संपर्क में आया है, तो सुरक्षित यौन संबंध आप और आपके साथी को आगे सुरक्षित रखेगा।

# गर्भवती होने पर मेडिकल उपचार लें :

यदि आप गर्भवती हैं और आपको चिंता है कि आपको एचआईवी हो सकता है, तो जांच कराएं और तुरंत मेडिकल सहायता लें। अपने बच्चे तक एचआईवी के संक्रमण को फैलने से रोकना संभव है, लेकिन आपको इसके लिए डॉक्टर की सहायता लेनी होगी।