होने वाले बच्चे की सेहत पर असर डालती हैं प्रेगनेंसी के दौरान की गई ये गलतियां, जानें और रहें सावधान

मां बनना किसी भी महिला के लिए एक अद्भुद अहसास होता है जिसमें उसके अंदर एक जिंदगी पल रही होती हैं। अंदर पल रहे इस बच्चे की सेहत पूरी तरह से मां पर निर्भर करती हैं कि वह क्या खा रही हैं या कैसे काम कर रही हैं। महिला जो भी करती हैं उसका असर अंदर पल रहे बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास पर भी पड़ता हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका बुरा असर बच्चे की सेहत पर पड़ता हैं। जरूरी हैं इन गलतियों को जान इन्हें करने से बचने की क्योंकि इसका सीधा नाता आपके होने वाले बच्चे से हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में...


गलत आहार का गलत प्रभाव

पोषक तत्वों से भरपूर आहार जितना प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद होता है उतना ही गलत आहार का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नुकसानदायक होता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला गलती से भी गलत आहार जैसे की जंक फ़ूड, स्ट्रीट फ़ूड, ऐसी किसी जगह से लाया गया आहार जो की साफ़ नहीं हो, आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण महिला को पेट सम्बन्धी परेशानी तो होती ही है साथ ही इससे शिशु को भी अपने विकास के लिए पोषक तत्व नहीं मिलते जिससे शिशु के वजन में कमी, शिशु को संक्रमण आदि होने के चांस बढ़ जाते हैं।

डिब्बाबंद आहार

यदि आप प्रेग्नेंट हैं और डिब्बाबंद आहार का सेवन करती है तो यह गलती बिल्कुल भी नहीं करें। क्योंकि डिब्बाबंद आहार में बाईस्फेनोल ए (बीपीए) होता है जो गर्भ में पल रहे शिशु के संपर्क में आता है तो इससे बच्चे का विकास रुक जाता है। और इसका असर आपको बाद में महसूस होता है।

तनाव

गर्भावस्था के दौरान महिला को बिल्कुल भी तनाव नहीं लेना चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंट महिला के तनाव लेने का असर शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ता है। और गर्भ में शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत धीमा हो जाता है और इसका असर आपको डिलीवरी के बाद शिशु पर देखने को मिलता है।

कैफीन

कैफीन युक्त पदार्थ जैसे की चाय, कॉफ़ी, चॉकलेट, आदि का सेवन करने से भी प्रेग्नेंट महिला को बचना चाहिए। क्योंकि कैफीन युक्त पदार्थ भी गर्भ में शिशु के विकास पर बुरा असर डालते हैं और शिशु की ग्रोथ अच्छे से नहीं होने देते हैं।

बहुत ज्यादा एक्ससरसाइज

गर्भावस्था के दौरान महिला को जरुरत से ज्यादा व्यायाम भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि जरुरत से ज्यादा करने के कारण गर्भ में शिशु परेशान होता है साथ ही गर्भ गिरने जैसी समस्या का सामना आपको करना पड़ सकता है।

ज्यादा शोर से बचें

प्रेगनेंसी के दौरान जैसे जैसे बच्चे के अंग विकसित होते हैं वैसे वैसे धीरे धीरे वो अपना काम करना भी शुरू कर देते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को ज्यादा शोर में न रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे बच्चे की सुनने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। और बच्चे की सुनने की क्षमता सही नहीं होती है जिससे आपका होने वाला बच्चा बहरा होता है।

ज्यादा मीठा न खाएं

गर्भावस्था के समय महिला को मीठे का सेवन सिमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि जरुरत से ज्यादा मीठा खाने के कारण प्रेग्नेंट महिला को जेस्टेशनल शुगर होने का खतरा होता है। और इसका असर गर्भ में भी बच्चे पर भी पड़ना शुरू हो जाता है जिससे आपके होने वाले शिशु को शुगर की समस्या हो सकती है।

ठण्ड से बचाव

आप प्रेग्नेंट हैं और सर्दियों का मौसम चल रहा है तो इस बता का ध्यान रखें की आप ठण्ड से बची रहें और ठंडी चीजों का सेवन नहीं करें। क्योंकि इससे प्रेग्नेंट महिला को ठण्ड लगने का खतरा होता है और निमोनिया हो सकता है। साथ ही इसका असर गर्भ में शिशु पर भी पड़ता है और गर्भ में ही शिशु निमोनिया से पीड़ित हो सकता है।

नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करें

गर्भावस्था के दौरान महिला को किसी भी तरह के नशीले पदार्थ जैसे की अल्कोहल, धूम्रपान आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से गर्भ में शिशु का विकास प्रभावित होता है जिससे शिशु का वजन नहीं बढ़ना, शिशु क्क मानसिक विकास अच्छे से नहीं होना जैसी परेशानियाना हो सकती है।