जामुन का इंतजार पूरे साल किया जाता है। गर्मियों के मौसम में जामुन खूब आने लगता है। यह काला फल काफी स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। मॉनसून का मौसम आते ही लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं। इस मौसम में इसकी माँग भी बढ़ जाती है। इसे शुगर की बीमारी, एनीमिया, इंफेक्शन आदि की असरदार दवा माना जाता है। जामुन पोषक तत्वों से भरपूर है जो कब्ज, अपच और अन्य आंत संबंधी परेशानियों सहित कई मौसमी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। औषधिय गुणों से भरपूर जामुन कई बीमारियों से बचाव करता है। जामुन खाने से इम्यूनिटी मजबूत होने के साथ-साथ अनगिनत फायदे मिलते हैं। शरीर में खून की कमी को पूरा करने के साथ-साथ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का सबसे अच्छी औषधि है। जामुन का फल ही नहीं बल्कि इसकी गुठलियां और पत्ते भी कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। जहां एक ओर यह सेहत के लिए अच्छे होते हैं तो कई बार ये हानिकारक साबित हो सकते हैं।
कई लोग ऐसे होते है कि इसके बेहतरीन फायदे जानकर अधिक मात्रा में सेवन करने लगते हैं। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार किसी भी चीज का सेवन औषधि के रूप में ही करे। कई बार ज्यादा सेवन करना कई अन्य बीमारियों का कारण बन जाती है। जानिए ऐसे ही कुछ चीजों के बारे में जब जामुन का सेवन खतरनाक हो सकता है।
कब्ज और आंत संबंधी हो सकती हैं समस्याएंजामुन में फाइबर की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। लेकिन यदि आप इसका सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो यह पोषक तत्व आंत की परत को प्रभावित कर सकता है। इसकी ज्यादा मात्रा आगे चलकर कब्ज, सूजन और अन्य आंत संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकती है।
रक्तचाप को कम कर सकता है जामुन जामुन का नियमित सेवन आपके हृदय और कोलेस्ट्रॉल को सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में रक्तचाप में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद करते हैं। हालांकि, बहुत अधिक जामुन खाने से हाइपोटेंशन नामक स्थिति हो सकती है, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।
खाली पेट भी न खाएं जामुनआपको जामुन को खाली पेट भी नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने पर भी पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और दस्त से बुरा हाल हो सकता है। आप जामुन को दोपहर या शाम के वक्त ही खाएं।
पेट खराब करता हैअगर आप डायबिटीज के मरीजों से पूछें कि जामुन खाने के बाद क्या होता है तो वे आपको बताएंगे कि पहले तो इससे पेट साफ होता है यानी कि मल त्याग सही हो जाता है और फिर यही ब्लड शुगर कम करने में मदद करता है। लेकिन जब ये रोज इसका सेवन करने लगते हैं तो ये पेट खराब कर देता है यानी कि आपको बार-बार पॉटी लग सकती है। डाइसेंट्री जैसे लक्षण हो सकते हैं और ज्यादा होने पर ये आपको बहुत गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। जैसे शरीर में पानी की कमी, बेहोशी और चक्कर आना।
लिवर खराब कर सकता हैजामुन का ज्यादा या रेगुलर सेवन करना लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल, जामुन में जंबोलिन और जंबोसिन नाम के बायोएक्टिव कंपाउंड्स होते हैं जो कि आप इंसुलिन सेल्स को एक्टिवेट कर देते हैं। साथ ही ये लिवर के काम काज में भी तेजी लाते हैं जिससे शुगर पचाने के साथ दूसरे न्यूट्रीएंट्स का पाचन भी तेज हो जाता है। पर जब हम रेगुलर जामुन का सेवन करने लगते है तो ये लिवर को ज्यादा एक्टिवेट कर सकता है, जिससे लिवर खराब होने का खतरा पैदा होता है।
जामुन खाने का सही समय जामुन का सेवन वेट लॉस में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसे स्किन के लिए भी फायदेमंद बनाते हैं। इसका नियंत्रित सेवन जहां फायदेमंद है वहीं ज्यादा सेवन नुकसानदायक भी। इसके साथ ही यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि जामुन आप सही समय पर खाएं। इसे खाली पेट तो नहीं ही खाना चाहिए, लेकिन इसे खाने का सही समय है दोपहर में खाने के बाद। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है जो पाचन क्रिया में भी मददगार होता है।
एक दिन में जामुन का कितना करें सेवन हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, लोग एक दिन में लगभग 50-100 ग्राम जामुन खा सकते हैं। हालांकि, किसी को इसे खाली पेट खाने से बचना चाहिए, खासकर सुबह के समय, क्योंकि इस में अम्ल होता है जो पाचन तंत्र में जलन पैदा कर सकता है।