पायरिया दांतों से जुड़ी एक बड़ी समस्या हैं जिसमें दांतों पर उपस्थित जीवाणुओं की वजह से संक्रमण होने लगता हैं और मसूड़ों को नुकसान पहुंचता हैं। इस बिमारी के कई कारण हो सकते हैं। यह समस्या काफी तकलीफदेह होती है क्योंकि इसमें मुंह में छाले होना, दुर्गन्ध आना, स्वाद बिगड़ना जैसी कई परेशानी होने लगती हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे प्राकृतिक उपचार लेकर आए हैं जिनकी मदद से पायरिया की इस समस्या से जल्द छुटकारा पाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपचारों के बारे में...
नीम की पत्तियांनीम के पत्तों की राख में कोयले का चूरा और कपूर मिलाकर रोज रात को लगाकर सोने से पायरिया में लाभ होता है। इसके अलावा यह पाउडर मसूड़ों से रक्तस्राव और पस के निर्माण पर नियंत्रण रखता है, और मुंह से दुर्गन्ध हटाने में भी सहायता करता है। आप अपने दांतों में नीम के दातुन से ब्रश भी कर सकते हैं।
कच्चे अमरुदअमरुद विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण दांतों के लिए बहुत लाभकारी होता है। समस्या होने पर कच्चे अमरुद पर थोडा सा नमक लगाकर खाने से भी पायरिया के उपचार में सहायता मिलती है।
सरसों का तेल और सेंधा नमकयह पायरिया के उपचार के लिए एक बहुत ही प्रचलित औषधि है। सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों से निकलती हुई दुर्गन्ध और रक्त बंद होकर दांत मजबूत होते हैं और पायरिया जड़ से निकल जाता है।
अरंडी का तेल200 मिलीलीटर अरंडी का तेल, 5 ग्राम कपूर, और 100 मिलीलीटर शहद को अच्छी तरह मिला दें, और इस मिश्रण को एक कटोरी में रखकर उसमे नीम के दातुन को डूबोकर दांतों पर मलें और ऐसा कई दिनों तक करें। यह भी पायरिया को दूर करने के लिए एक उत्तम उपचार माना जाता है।