इन पॉवर योगा की मदद से अपनी सेक्स लाइफ में भरे नये रंग

योगासन प्राचीन समय से ही हमारे दैनिक जीवन में अपना विशेष स्थान बनाए हुए हैं। योग की गुणवत्ता को इसी से समझा जा सकता है कि योग पर कई ग्रन्थ भी बने हुए हैं। योग की इसी महत्ता को देखते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरी दुनिया में बनाया जाता हैं। योग के कई लाभ तो आप जानते ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं योग से आपकी सेक्स लाइफ को भी अच्छा बनाया जा सकता हैं। जी हाँ, योग सेक्स पॉवर को बढ़ाने और बॉडी को फ्लेक्‍स‍िबल बनाने के साथ आपकी इंटीमेंसी को बढ़ाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही पॉवर योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी सेक्स पॉवर में इजाफा करते हैं।

* उपाविस्‍था कोणासन (वाइड-लेग्‍गड स्‍ट्राडल पोज) :

सेक्‍स इच्‍छा की कमी को दूर करने का यह कारगर आसन है। यह पेल्विक एरिया में रक्‍त-संचार बढ़ाने में मदद करता है। रक्‍त-संचार बढ़ने से जनांनागों में ऊर्जा का स्‍तर बढ़ जाता है। शोध इस बात को साबित कर चुके हैं श्रोणिक क्षेत्र में रक्‍त-संचार का संबंध कामोत्तेजना से होता है। रक्‍त संचार अधिक होने से आप सेक्‍स का लंबे समय तक आनंद उठा पाएंगे।

* वशिष्ठासन (प्लैंक्स) :

इस योगासन के कारण से आपमें सेक्‍सुअल कॉफिडेंस आता है और आपकी स्‍ट्रेंथ बिल्डि़ग पोश्‍चर बनती है। यह योगासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पुशअप पॉजीशन में आएं। इसके बाद बॉडी का भार हथेलियों की बजाय अपनी बांहों पर रखें। इस पॉजीशन में आपकी बॉडी सिर से लेकर पैर तक एक सीध में होनी चाहिए। अब इस पॉजीशन में आप जितनी देर टिकी रह सकते है। उतनी देर तक बनें रहें। इससे कमर दर्द से राहत मिलने के अलावा ब्‍लड सर्कुलेशन सही रुप से होता है।

* मार्जारी आसन (काउ स्ट्रेच) :

मार्जारी आसन यानी काउ स्ट्रेच आपके कीगल मसल्‍स पर काम करता है। इस योगासन को करने से पहले दोनों घुटनों और दोनों हाथों को जमीन पर रखकर घुटने पर खड़े हो जाएं। फिर हाथों को जमीन पर बिलकुल सीधा रखें। ध्यान रखें कि हाथ कंधों की सीध में हों और हथेली फर्श पर इस तरह टिकाएं कि उंगलियां आगे की तरफ फैली हों। हाथों को घुटनों की सीध में रखें, बाजू और हिप्‍स भी फर्श से एक सीध में होने चाहिए। इसके बाद रीढ़ को ऊपर की तरफ खींचते हुए सांस अंदर खींचें। इसे इस स्थिति तक लाएं कि पीठ अवतल अवस्था में पूरी तरह ऊपर खिंची हुई दिखे। सांस अंदर की ओर तब तक खींचती रहें जब तक कि पेट हवा से पूरी तरह भर न जाए। इस दौरान सिर का ऊपर उठाए रखें।

* स्‍वावलंब सर्वांगासन (शोल्‍डर स्‍टैंड) :

इस आसान के ल‍िए सीधा लेट जाएं और फिर कमर के नीचे के शरीर के हिस्‍से को ऊपर की तरफ उठाएं। तब तक उठाएं जब तक कि शरीर के पूरे हिस्‍सों का भार कंधों पर नहीं आ जाता है। इससे आपको आराम मिलेगा।