Covid-19: भारत पहुंचा कोरोना का नया वैरिएंट, ये हैं लक्षण, इन लोगों के लिए ज्यादा खतरा

भारत में कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी है। भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना के दो नए वैरिएंट सामने आए हैं जो ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट हैं। इन नए सब-वैरिएंट्स के नाम BA.5.1.7 और BF.7 है। इन नए वैरिएंट्स को काफी संक्रामक माना जा रहा है। ऐसे में एक्सपर्ट्स ने लोगों से त्योहारों के दौरान विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। हालाकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट के लक्षण काफी ज्यादा हल्के हैं और इनसे घबराने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन जो लोग हार्ट डिजीज, किडनी डिजीज और लिवर डिजीज की समस्याओं से जूझ रहे हैं उनमें इसके लक्षण गंभीर नजर आ सकते है।

ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट BF.7 को 'ओमिक्रोन स्पॉन' के रूप में भी जाना जाता है। यह सबसे पहले नॉर्थवेस्ट चीन के मंगोलिया ऑटोनोमस रीजन में पाया गया था और यही सब-वैरिएंट चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार है। ओमिक्रॉन का ये नया सब-वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है और अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम में भी इसके मामले पाए जा रहे हैं। भारत में भी ओमिक्रॉन BF.7का एक मामला दर्ज किया गया है। BF.7 का ये मामला गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में पाया गया है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन BF.7 वैरिएंट का इंफेक्शन रेट काफी ज्यादा हाई है। BF.7 को लेकर ये आशंका जताई जा रही है कि यह वैरिएंट पहले से मौजूद वैरिएंट को रिप्लेस कर देगा।

ऐसे में आइए जानते हैं ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BF.7 के लक्षणों के बारे में-


- लगातार खांसी
- सुनने में दिक्कत
- छाती में दर्द
- कंपकंपी लगना
- सूंघने की क्षमता में बदलाव

क्यों है इससे घबराने की जरूरत?

ओमिक्रॉन का यह सब-वैरिएंट पहले हुए इंफेक्शन या वैक्सीनेशन से बनी एंटीबॉडीज को आसानी से चकमा दे सकता है। ओमिक्रॉन के इन दोनो वैरिएंट्स की संक्रामता दर काफी अधिक है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ये नए वैरिएंट्स व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को आसानी से चकमा दे सकते हैं और पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को भी ये संक्रमण हो सकता है। इन नए वैरिएंट्स में, कुछ वायरल कण ही किसी व्यक्ति को संक्रमित करने के लिए काफी हैं। इसका मतलब है कि बाकी सभी वायरस की तुलना में इस वायरस के थोड़े से ही संपर्क में आने से आप भी संक्रमित हो सकते हैं।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि त्यौहारों में अधितकर लोग शॉपिंग करने के लिए निकलते हैं जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जाता। इसके साथ ही लोग बिना मास्क के ही ट्रैवल करते हैं जिससे इस दौरान कोविड के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। जब भी कभी कोविड का कोई नया वैरिएंट आता है तो इससे कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं साथ ही कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इसके गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स की सलाह है कि फेस्टिव सीजन में मास्क पहनने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सभी तरह की सावधानियां बरती जाएं। इसके साथ ही जरूरी है कि आप भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें और बिना वजह मार्केट ना जाएं।

नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्यूनाइजेशन (NTAGI) के चेयरमैन डॉ एन.के. अरोड़ा का कहना है कि आने वाले दो से तीन हफ्ते महत्वपूर्ण होंगे। कोविड 19 अभी भी हमारे आसपास ही है और दुनियाभर के अलग-अलग हिस्सों में नए वैरिएंट्स सामने आ रहे हैं। यह तय है कि हम भी इससे अछूते नहीं रह सकते। ऐसे में जरूरी है कि आप फेस्टिव सीजन में सतर्क रहें और सभी जरूरी सावधानियों का पालन करें।