हर व्यक्ति को स्वस्थ शरीर की चाहत होती है और इसके लिए उसे जरूरत होती है पोषण युक्त भोजन करने की। जी हाँ, पोषण युक्त भोजन आपके शरीर कि सभी जरूरतों को पूरा करता है और आपकी इम्युनिटी पॉवर को बढाने का काम करता हैं। ऐसे में आपका यह जानना जरूरी है कि अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल किया जाए जो आपके शरीर के पोषण की पूर्ती करें। तो आइये आज हम बताते हैं आपको कुछ ऐसे न्यूट्रीशियस फूड जिनको आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
* फल वैसे तो हेल्थ के लिए ताजे, मौसमी फलों का कोई तोड़ नहीं है। लेकिन अगर बात दिल के स्वास्थ्य की करें, तो अनार, केला, सेब, बेरी जैसे साइट्रस फलों के सेवन सबसे बढ़िया माना गया है। इनमें एंटी-ऑक्सिडेंट्स, फ्लैवनॉइड्स, पॉलीफेनोल और विटामिन होते हैं। वैसे तो साइट्रस फलों का लोग जूस पीना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन अगर इन्हें साबुत खाया जाए तो इनका फाइबर हमारे पेट को भी साफ रखता है।
* दाल प्रोटीन की मात्रा रखने वाली दाल में फाइबर भी होता है। अगर कभी आपका मन सिर्फ दाल खाने का न करें, तो इसे आप सूप या सैलेड में भी डाल सकते हैं। फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पाई जाने वाली दाल आपके एनर्जी के लेवल को बढ़ाती है। साथ ही इसकी पेट में पचने की क्रिया भी काफी धीरे होती है, जिससे आपकी एनर्जी लंबे समय तक के लिए बनी रहती है।
* लो फैट डेयरी उत्पाद कम फैट वाले डेयरी उत्पादों जैसे दूध, दही, छाछ आदि में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है। इसीलिए पुरुषों को इनका नियमित सेवन करना चाहिए। एक कप दूध से लगभग 8 मि।ग्रा। कार्निटिन मिलता है। दूध से बनी चीजों में कैल्शियम, विटामिन-ए जैसे आवश्यक पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। इसके अलावा इनमें कार्बोहाइड्रेट और विटामिन डी भी अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं, जिससे मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
* ओट्सयह, फाइबर लेने का सबसे अच्छा तरीका है। इसमें घुलने वाला और न घुलने वाला दोनों ही तरह का फाइबर होता है। यह सिर्फ नाश्ते में ही नहीं, बल्कि कई तरह से अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से आप ओट्स डोसा या उत्तपम भी बना सकते हैं। 100 ग्राम ओट्स में 1।7 ग्राम फाइबर होता है।
* दही दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जिनसे शरीर में वैसे बैक्टेरिया का विकास होता है जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। दही खाने की सलाह केवल गर्मियों में ही नहीं बल्कि सर्दियों में भी दी जाती है। हालांकि बारिश के मौसम में इनमें कीड़े पनपने की आशंका के चलते दही से दूरी बना ली जाए तो बेहतर होगा।