संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे...जानें इनसे जुड़ा हर पहलू जिनसे आप आज तक थे अंजान

ज्यादातर डॉक्टर अपने खाने में अंडों को शामिल करने की सलाह देते हैं क्योंकि अंडे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन ए, डी, बी और बी12 के अलावा लूटीन और ज़ीएज़ेनथीन जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये तत्व आंखों के लिए काफी फायदेमंद हैं। ऐसे में आज हम आपको अंडो से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे है जिनसे शायद आप आज तक अंजान हो...

कितने अंडे खाएं?

एक दिन में एक या दो अंडे खाए जा सकते हैं। वैसे ज्यादा अंडे खाने में भी कोई डर की बात नहीं है, लेकिन ये बात ध्यान में रखी जानी चाहिए कि कोई भी फूड अगर बहुत ज्यादा खाया जाता है तो हमें उन दूसरे खानों के पोषक तत्व नहीं मिलेंगे जिन्हें हम नहीं खा पा रहे। इसलिए डाइटीशियन अक्सर बैलेंस डाइट लेने पर ज़ोर देते हैं। अंडे प्रोटीन का अच्छा ज़रिया हैं लेकिन हमें ये भी ध्यान रखना चाहिए कि हम खाने में काफी प्रोटीन पहले से लेते हैं। ज़रूरत से दो या तीन गुना ज्यादा प्रोटीन किडनी पर बुरा असर डाल सकता है।

कॉलेस्ट्रॉल

अंडों में कुछ कॉलेस्ट्रॉल होता है, लेकिन उसकी मात्रा हमारे खून में सेचुरेटेड वसा से आए कॉलेस्ट्रॉल से कम होती है। दूसरे शब्दों में कहें तो अंडों का कॉलेस्ट्रॉल ज्यादा बड़ी समस्या नहीं है बल्कि सेचुरेटेड फैट से बना कॉलेस्ट्रॉल ज्यादा बड़ी मुसीबत है। एक अंडे में करीब 4.6 ग्राम यानी एक चम्मच वसा होता है लेकिन इसका सिर्फ एक चौथाई हिस्सा ही सेचुरेटेड होता है। यानी देखा जाए तो अंडे की वजह से हमारे शरीर के कॉलेस्ट्रॉल लेवल पर ज्यादा असर नहीं पड़ता। हां, अगर उस अंडे में मक्खन या क्रीम मिला दी जाए तो मामला कुछ और हो जाता है।

अंडों को किस तरह पकाएं?

जहां तक अंडों को पकाने की बात है तो इसे बहुत सधे तरीके से बनाना चाहिए या उबले रूप में खाना चाहिए। अंडों को तलना नहीं चाहिए, क्योंकि ऐसे इसमें फैट और कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। कच्चे और हल्के तौर पर पकाए गए अंडे, जैसे मायोनिस और आईसक्रीम में डाले जाते हैं, सही होते हैं। क्योंकि ब्रिटेन में उन पर लॉयन मार्क होता है और ये भी पक्के तौर पर बताया जाता है कि वो अंडे मुर्गी के ही हैं। अगर फिर भी आपको फूड पॉइजनिंग का डर है तो अंडे को पूरी तरह पकाकर खा सकते हैं।

अंडों को स्टोर कैसे करें?

कभी भी टूटे हुए या क्रेक अंडे ना खरीदें, क्योंकि ऐसे में उनमें मिट्टी या बेक्टीरिया जाने का खतरा रहता है। अंडों के सफेद हिस्से को डब्बे में डालकर तीन हफ्तों तक फ्रिज में स्टोर करके रखा जा सकता है, जबकि उसके पीले हिस्से को तीन दिनों तक रखा जा सकता है। दोनों को चिपटने वाली फिल्म से ढककर रखना चाहिए। दोनों हिस्सों को फ्रीज़ करके दो महीने तक रखा जा सकता है।
अंडा फ्रेश है या नहीं ये चेक करने की ट्रिक भी कई लोगों को पता होगी। ठंडे पानी का एक कटोरा लीजिए। उसमें अंडे को डालिए। अगर अंडा डूब जाता है तो वो फ्रेश है, अगर नहीं डूबता तो वो कम फ्रेश है।

अंडों से एलर्जी?

अंडो से एलर्जी के कुछ लक्षण :—
- मुंह के आस-पास लाल होना और सूजन आना
- पेट में दर्द
- उल्टी आना
- दस्त होना