मौसम में बदलाव हो रहा हैं और ठंड बढ़ती नजर आ रही हैं। यह मौसम संक्रमण के लिहाज से बेहद घातक होता हैं जिसमें कई बीमारियां फैलने का डर बना रहता हैं। खासतौर से इस मौसम में बच्चों का ख़ास ख्याल रखने की जरूरत होती हैं क्योंकि उन्हें बीमारियां जल्दी जकड लेती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि बच्चों की इम्युनिटी को इस कदर मजबूत बनाया जाए कि बीमारियां छू भी नहीं पाए। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे सुपरफूड के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें बच्चों की डाइट में शामिल कर उनके शरीर के सभी पोषक तत्वों की पूर्ती की जाए। ये सुपरफूड बच्चों को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखेंगे। तो आइये जानते हैं इन आहार के बारे में।
स्वीट पोटैटोज़फाइबर, कैल्शियम और विटामिन ए से भरपूर स्वीट पोटैटो बच्चों को खाने में दें। बच्चों को देने से पहले इन्हें ओवन में फ्राई करें इसका टेस्ट उन्हें और भी पसंद आएगा।
पालकपालक आयरन, कैल्शियम, फॉलिक एसिड, विटामिन ए और सी का अच्छा स्रोत है। जो बच्चों के मानसिक विकास और मज़बूत हड्डियों के लिए ज़रूरी है। पालक बहुत जल्दी पक जाता है। आप पालक को गरम सूप, टोमैटो सॉस या फ्रैंकी में डालकर भी बच्चे को दे सकती हैं।
तुलसीइसमें एंटीऑक्सीटेंड, विटामिन ए, सी, के, आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम होता है, जो बच्चे के डाइजेशन सिस्टम को ठीक रखता है। कई रिसर्च से पता चला है कि तुलसी सिरदर्द से राहत दिलाने में भी कारगर है। अगली बार जब आप पास्ता बनाएं तो थोड़े तुलसी के पत्ते पीसकर सॉस में मिला लें।
बेरीज़ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रासबेरी में पोटैशियम, विटामिन सी, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और एंटीऑक्सीडेंट होता है। इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता। क्योंकि इनका स्वाद मीठा होता है इसलिए बच्चे इसे पसंद करते हैं। इन्हें आप ओटमील, दही या दलिया आदि में मिक्स करके बना सकती हैं।
दूधहड्डियों को मजबूत बनाने के लिए दूध का सेवन सबसे ज़रूरी है। दूध में कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होते हैं। बच्चे अगर दूध पीने से मना करते हैं तो आप उन्हें अलग-अलग प्रकार के मिल्कशेक आदि बनाकर भी दूध दे सकती हैं।
दहीकैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर दही बच्चों के दांत व हड्डियों को मज़बूत बनाने में मदद करता है। ये पाचन में भी मदद करता है। ताज़े फल के साथ बच्चे को दही खिलाना फ़ायदेमंद होता है।
अंडाबच्चों के दैनिक आहार में 45-55 ग्राम प्रोटीन होना ज़रूरी है। रोज़ एक अंडे का सेवन उन्हें प्रोटीन की भरपूर मात्रा देता है जिससे उनके दिमाग़ का भी विकास होता है। इसके अलावा अंडे में दर्जन भर से ज़्यादा ज़रूरी विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं। इसके साथ ही अंडे में कोलीन नामक पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में होता है, जो मस्तिष्क के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है। अंडे को बॉयल, फ्राई या किसी भी अन्य रूप में बच्चे को दें।
ओटमीलकई रिसर्च से ये साबित हुई है कि ओटमील खाने वाले बच्चे पढ़ाई में अच्छी तरह कॉन्संट्रेट कर पाते हैं, जिससे स्कूल में उनका परफॉर्मेंस अच्छा रहता है। फाइबर से भरपूर ओटमील धीरे-धीरे पचता है और बच्चे को एनर्जी देता है।