H1N1 स्वाइन फ्लू से छुटकारा पाने के घरेलू और कारगर उपाय

वर्तमान समय में स्वाइन फ्लू व्यापक रूप से फ़ैल रहा हैं। स्वाइन फ्लू से देश में कई मौतें हो चुकी हैं। हर जगह स्वाइन फ्लू का खौफ फैलता ही जा रहा हैं। स्वाइन फ्लू , इनफ्लुएंजा (फ्लू वायरस) के कारण होने वाला संक्रमण है। इस वायरस को H1N1 के नाम से भी जाना जाता हैं। इसके कीटाणु हवा में फैलने की वजह से जब स्वस्थ आदमी सांस लेता है तो यह वायरस अपना असर दिखाता हैं। इसलिए इस असाध्य रोग को देखते हुए आज हम आपको बताने जा रहे हैं स्वाइन फ्लू से छुटकारा पाने के घरेलू इलाज के बारे में, ताकि आप स्वस्थ रहें और मस्त रहें। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में...

* स्वाइन फ्लू ( swine flu ) उपचार के लिए थोडा कपूर ले,छोटी इलायची ले, पुदीना की सुखी पत्ती ले तथा हल्दी का पाउडर ले अब इन सब चीजों को पीसकर इसका चूर्ण बना ले। अब इस चूर्ण को किसी साफ कपड़े मे लपेट ले और कपड़े को अच्छी तरह से बंद कर दे तथा इस कपड़े को दिन मे कई बार सूंघने से जल्द हे अप ठीक होने लगेगे।

* इस नुस्खे को अपनाने के लिए इसमें 5-6 तुलसी की पत्तियां मिलाकर इसे 15-20 मिनट तक उबाल लें। जब ये पूरी तरह से घुल जाए तो इसमें काली मिर्च, सेंधा नमक (अगर व्रत है तो) या काला नमक और मिश्री स्वादानुसार मिला लें| इसे ठंडा होने दें और फिर इसका सेवन करें।

* इसके लिए गिलोय, तुलसी, काली मिर्च व दालचीनी को समान मात्रा में लेकर उसका काढ़ा बनाकर दिन में दो बार इस्तेमाल करने से स्वाइन फ्लू ठीक हो जाता है। देसी कपूर पांच ग्राम व छोटी इलायची पांच ग्राम मिलाकर पीस लें और पोटली में बांध कर इसे बार-बार सूंघने से भी लाभ होगा।

* स्वाइन फ्लू ( Swine Flue ) से बचने के लिए महीने में एक या दो बार गोली के आकार का कपूर का टुकड़ा लें । इसे पानी के साथ निगल सकते हैं और छोटे बच्चों को यह केले के साथ मलकर दे सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कपूर को महीने में एक या दो बार ही लें।

* नित्य नहाने के बाद तुलसी की पत्तियाँ को धोकर उनका सेवन करें। तुलसी गले और फेफड़े को साफ रखती है इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हर तरह के संक्रमण से भी बचाव होता है।

* एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपचार बताया जाता है। जिस शहर में स्वाइन फ्लू फैला हो वहाँ के निवासी 5-5 ग्राम देशी कपूर और छोटी ईलायची को लेकर इन दोनों को कूट कर साफ सूती कपड़े में बांधकर छोटी सी पोटली बना लें। इस पोटली को अपने पास रखें और हर 1-2 घंटे में तीन चार बार लम्बी साँस लेते हुए सूंघते रहें! इससे स्वाईन फ्लू के कीटाणु पनप नहीं पाते है।

* इस रोग के उपचार मे आवंला भी बहुत ही फायदेमंद होता है। स्वाइन फ्लू के प्रभाव से बचने के लिए एक चम्मच आंवले के चूर्ण को पानी मे मिला कर पीने से इस बीमारी से जल्द ही छुटकारा मिल जाता है।

* एलोविरा का उपयोग भी स्वाइन फ्लू के घरेलू नुस्खो मे बहुत ही उपयोगी माना जाता है। एलोविरा के पतो के जेल को एक चम्मच पानी के साथ रोजाना लेने से स्वाइन फ्लू मे बदन दर्द से राहत मिलती है।