दैनिक जीवन में सभी को कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं जिसमें से एक हैं मसल्स पेन अर्थात मांसपेशियों का दर्द। ऐसा कई बार होता है, जब बिना कारण ही अचानक से हमारी पीठ, गर्दन, पैर या हाथ में दर्द होना शुरू हो जाता है। यह दर्द थोड़ा अजीब होता है जो केवल झुकने, मुड़ने, उठने, बैठने और करवट लेने पर ही महसूस होता है। शरीर में थकान, जकड़न और बेचैन करने वाला यह दर्द अक्सर तनाव, अधिक व्यायाम या फिर मांसपेशियों में चोट लगने के कारण हो सकता हैं। ज्यादातर हैवी वर्कआउट या एक ब्रेक के बाद वर्कआउट करने से या पहली बार वर्कआउट शुरू करने से मांसपेशियों में दर्द होता है। वैसे बाजार में आपको कई दवाएं मिल जाएंगी, जो 10 मिनट में ही आपको मांसपेशियों के दर्द में राहत पहुंचा सकती हैं। मगर, यह पेनकिलर नुकसान भी पहुंचाती हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मांसपेशियों का दर्द तुरंत ही छूमंतर कर देंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
गर्म पानी से नहाएंअगर मांसपेशियों में दर्द है तो कभी भी ठंडे पानी से न नहाएं। पानी को हल्काे गुनगुना कर लें और फिर उसी से नहाएं। अगर मौसम ठंड का है तो आप गर्म पानी से नहा सकते हैं। इससे दर्द में राहत मिलती है। पानी में आपको एप्स म सॉल्टं भी मिला लेना चाहिए क्योंडकि यह दर्द को खींच लेता है। अगर दर्द अधिक है तो गर्म पानी की थैली से आप उस स्थाएन की सिकाई भी कर सकते हैं।
सेंधा नमकसेंधा नमक मसल्स में दर्द की समस्या से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। दरअसल, इसमें मैग्नीशियम होता है, जो मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है और दर्द में राहत देता है। इसके लिए आप हल्के गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर उससे नहाएं, लेकिन ध्यान रहे कि आधे घंटे से ज्यादा इस पानी का इस्तेमाल न करें, नहीं तो इसके प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगरमांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाने में एप्पल साइडर विनेगर भी बहुत कारगर है। एक गिलास पानी में एक चम्मेच एप्पल सिडर विनेगर मिलाकर पी लें या फिर इसे सीधा प्रभावित हिस्से पर लगाएं। एप्पल सिडर विनेगर में एलकेलाइन गुण होते हैं और ये सूजन-रोधी होता है जिससे मांसपेशियों में दर्द और सूजन कम होती है।
हल्दी हल्दी एक दर्द निवारक और सूजनरोधी गुण के रूप में कार्य करती है। एक कप दूध में एक चम्मच हल्दी को मिला लें। अब इस मिश्रण को हल्की आंच पर गर्म करें। अब इस मिश्रण को गर्म होने के बाद पी जाएँ। इसके अलावा आप ताज़ी हल्दी, नींबू का जूस और नमक को एक साथ मिलाकर लेप तैयार कर लें। अब इस लेप को अपने प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं और इसे 30 मिनट के लिए ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें। 30 मिनट के बाद लेप को पानी से धो लें। इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार ज़रूर लगाएं।
लहसुनमसल्स पेन का इलाज करने के लिए लहसुन का उपयोग करना फायदेमंद साबित हो सकता है। लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक कंपाउंड मांसपेशियां में दर्द को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उपाय के लिए सबसे पहले लहसुन की कलियों को अच्छे से छिलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। इसके बाद उन टुकड़ों को सरसों तेल में डालकर कर हल्का गर्म कर लें। फिर इस तेल से प्रभावित हिस्से की मालिश करें। इस प्रक्रिया को दर्द से राहत मिलने तक किया जा सकता है।
लाल मिर्चलाल मिर्च में कैप्सैसिन पाया जाता है जो अर्थराइटिस, जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत पहुंचाता है। आप स्वयं पेस्ट बना सकते हैं। इसके लिए एक चौथाई या आधा टेबल स्पून लाल मिर्च को जैतून के तेल (गर्म) या नारियल के तेल में मिलाएं। इसे प्रभावित स्थान पर लगायें तथा लगाने के बाद अपने हाथ धो डालें। इसे अपनी नाक, आँखों और मुँह से दूर रखें क्योंकि इससे जलन हो सकती है।
तुलसी का रसतुलसी की हर घर में पूजा की जाती है। तुलसी की मान्यता आयुर्वेदिक उपचार और आध्यात्मिक दोनों रूप से है। तुलसी में एनाल्जेसिक अर्थात दर्द निवारक गुण शामिल होता है। इससे मांसपेशियों की मालिश करने से आराम मिलता है। इसके लिए दो चम्मच तुलसी का रस लें और जहां दर्द है उस हिस्से की मसाज करें। ऐसा नियमित रूप से करने से आपको दर्द से जल्द राहत मिल जाएगी।
अदरकअदरक एंटीइंफ्लेमेटरी होती है। शरीर में कहीं भी दर्द या सूजन की समस्या होती है तो अदरक का पानी जरूरी पीना चाहिए। अदरक का पाीन तैयार करने के लिए आपको अदरक को कद्दूकस करके पानी में मिक्स् करके एक रात पहले ही ढांक कर रख देना चाहिए और फिर दूसरे दिन सुबह उस पानी को छान कर पी जाना चाहिए।
सरसों का तेलसरसों के तेल को प्राकृतिक औषधि माना जाता है। इसके उपयोग से त्वचा की सतह पर रक्त प्रभाव बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ ही अकड़न और दर्द में राहत मिलती है। इसके लिए सरसों के तेल में लहसुन की दो कलियां डालकर हल्का गुनगुना गर्म लें। अब गुनगुने तेल से हाथों और पैरों की अच्छी तरह मालिश करें। इससे ऐठन कम होती है और दर्द में राहत मिलती है। साथ ही लहसुन के तेल से पीठ दर्द, गर्दन दर्द, घुटने के दर्द में आराम मिलता है।
रोज़मरीताज़ा और सूखे रोजमेरी की पत्तियों में सूजनरोधी गुण होते हैं जो मांसपेशियों की सूजन और दर्द से जल्द रहत दिलाने में मदद करते हैं। आठ कप पानी में तीन मुट्ठी सूखे रोजमेरी की पत्तियों को डालें। अब उसे उबलने के लिए रख दें। उबलने के बाद उसे आंच पर से हटा दें और 20 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। इस मिश्रण को अपने प्रभावित क्षेत्रों पर 15 मिनट के लिए लगाकर रखें। मिश्रण का उपयोग पूरे दिन में दो से तीन बार ज़रूर करें।