सोते वक्त सांस के साथ तेज आवाज और वाइब्रेशन आना खर्राटे कहलाता है। कई लोगों के साथ खर्राटे आने की समस्या रहती हैं जिसकी आवाज की वजह से दूसरों को नींद में परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खर्राटों की समस्या के कारण हार्ट अटैक, शरीर में ऑक्सीजन की कमी, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता हैं। खर्राटों का इलाज समय पर न किये जाने के कारण आपको स्लीप एप्निया जैसी बीमारी का शिकार भी होना पड़ सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन-किन आयुर्वेदिक उपायों की मदद से खर्राटों की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
दालचीनी का करें इस्तेमाल
खर्राटों से अगर आप परेशान हैं, तो दालचीनी का इस्तेमाल करें। इससे आपकी समस्या दूर हो सकती है। इसके लिए 1 गिलास गुनपुने पानी में 3 चम्मच दालचीनी का पाउडर मिक्स करके पिएं। इस पानी को नियमित रूप से पीने से कोल्ड, साइनस और वायरस की वजह गले और नाक में होने वाली परेशानी दूर होगी, जिससे खर्राटे से आपको काफी आराम मिलेगा।
घी का करें इस्तेमालप्राचीन भारतीय चिकित्सा विज्ञान के अनुसार, घी या गाय के घी में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं और यह खर्राटों की समस्या को दूर करने में कारगर हो सकता है। अगर आप दिन में 2 से तीब बार घी का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे नाक के मार्ग का संकुचन खुलता है। जिससे आपको शांतिपूर्ण नींद आ सकती है।
पुदीने का करें इस्तेमालआप अगर पुदीना का तेल गुनगुने पानी में डालकर गरारा करें तो कुछ ही दिनों में खर्राटे की समस्या दूर हो जा सकती है। इसके अलावा अगर आप गुनगुने पानी में पुदीना का पत्ता उबालें और उसे पिये तो इससे भी खर्राटे की दिक्कत धीरे-धीरे खत्म हो सकती है।
लहसुन का करें इस्तेमाललहसुन, नासिका मार्ग में बलगम के निर्माण और श्वसन प्रणाली की सूजन को कम करने में मदद करता है। अगर आप साइनस के कारण खर्राटे लेते हैं, तो लहसुन आपको राहत प्रदान करेगा। लहसुन में घाव को भरने का गुण होता है। लहसुन ब्लॉकेज को साफ करने के साथ ही श्वसन-तंत्र को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। एक या दो लहसुन की कली को पानी के साथ लें। इस उपाय को सोने से पहले करने से आप खर्राटों से राहत पा सकते हैं, साथ ही चैन की नींद ले सकते हैं।
ऑलिव ऑयल का करें इस्तेमालऑलिव ऑयल की मदद से आप खर्राटे की समस्या से निजात पा सकते हैं। दरअसल, यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो श्वसन तंत्र की प्रक्रिया को ठीक करने में आपकी मदद करता है। इसकी मदद से खर्राटे के बाद गले में होने वाले दर्द से आराम मिल सकता है। ऑलिव ऑयल का इस्तेमालकरने के लिए 1 टीस्पून ऑलिव ऑयल लें। इसमें थोड़ी सी मात्रा में शहद मिक्स करके। इसका सेवन करें। नियमित रूप से इस मिश्रण का सेवन करने से गले में कंपन्न से आराम मिलेगा, जिससे आपको खर्राटों को रोकने में मदद मिल सकती है।
हल्दी का करें इस्तेमालहल्दी में एंटी-सेप्टिक और एंटी-बायोटिक गुण होते हैं। इसके इस्तेमाल से नाक साफ हो जाता है। इससे सांस लेना आसान हो जाता है। रोज रात को सोने से पहले दूध में हल्दी पकाकर पीने से फायदा होगा।
इलायची का करें इस्तेमालआयुर्वेद में इलायची का खास महत्व होता है। यह कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इलायची के इस्तेमाल से श्वसन-तंत्र खुल सकता है, जिससे सांस लेना आसान हो जाता है। नींद में खर्राटे आने पर सोने से पहले 1 गिलास गुनगुने पानी में इलायची के कुछ दानों को मिक्स करके पिएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा। सोने से करीब 30 से 40 मिनट पहले इस नुस्खों को अपनाएं। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
शहद का करें इस्तेमाल एक ग्लास गर्म पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर सोने से आधा घंटे पहले पिएं। शहद में एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो गले और नाक में सूजन होने से रोकते हैं। इससे सांस लेने में आसानी रहती है।