वर्तमान समय के खानपान की वजह से व्यक्ति कई बिमारियों ने घेर लिया हैं जिसमें अधिकतम बीमारियां लीवर की सेहत से जुड़ी हुई होती हैं। एक ऐसी ही समस्या हैं फैटी लिवर जिसे हेप्टिक स्टेटोसिस भी कहा जाता है को युवाओं में बहुत देखा जा रहा हैं। इस समस्या में लिवर में अत्यधिक फैट जमा होने लगता हैं और लिवर के कार्यों में बाधा आने लगती हैं। समस्या बढ़ने पर लिवर फेल भी हो सकता है जो की जानलेवा बन सकता है। ऐसे में जरूरी हैं कि सही उपचार लिया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए फैटी लिवर की परेशानी छूमंतर करने के कुछ घरेलू नुस्खें लेकर आए हैं जिन्हें आप दवाइयों के साथ भी आजमा सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में।
आंवलाआंवला विटामिन सी से युक्त होता है जो लिवर को साफ रखने और आगे किसी भी तरह के नुकसान से बचाने में मदद करता है। आंवले में क्यूरसेटिन नामक फाइटोकेमिकल होता है जो लिवर कोशिकाओं के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकता है। मध्यम आकार के दो से तीन आंवला लें और उन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर बीज अलग कर दें। अब इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर ब्लैंड कर जूस निकाल लें। इस जूस को एक गिलास गर्म पानी में डालकर पिएं।
दालचीनी
फैटी लिवर के लिए दालचीनी सबसे असरकारी दवा है। इसके सूजन-रोधी गुण ज्यादा शराब के कारण लिवर में आई सूजन को कम करते हैं। एक गिलास पानी में दालचीनी की दो से तीन स्टिक डालकर पानी को उबाल लें। दो से तीन मिनट के बाद पानी को छानकर रोज सुबह पिएं।
अलसीअलसी न सिर्फ पाचन के लिए बेहतर होती हैं बल्कि फैटी लिवर से भी बचाती है। अलसी कोशिकाओं पर पड़ रहे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर लिवर को हुए नुकसान को घटाती है। आप अलसी को पाउडर के रूप में ले सकते हैं। पानी या सलाद पर भी अलसी का पाउडर डालकर खा सकते हैं।
डैंडलियोन टी
एक कप पानी में चार से पांच डैंडलियोन के फूलों को एक से दो मिनट तक उबालें। अब इस पानी को छानकर पी लें। डैंडलियोन में पॉवरफुल बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। ये लिवर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालकर रोज सुबह पिएं।
नींबूफैटी लिवर के इलाज के लिए आप नींबू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू विटामिन सी से युक्त होता है जो कि एक पाॅवरफुल एंटीऑक्सीडेंट है और यह लिवर की कोशिकाओं को रेडिकल डैमेज से रोक सकता है। एक कप पानी में आधा नींबू निचोड़ें और एक चम्मच शहद डालकर रोज सुबह पिएं।
हल्दीहल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो कि नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज की स्थिति में लिवर की कोशिकाओं को सुरक्षित रख सकता है। एक गिलास पानी लें और उसे उबालने के लिए रख दें। अब इसमें एक चुटकी हल्दी डालें। आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी डाल सकते हैं। मिक्स कर के रोज सुबह इस गुनगुने पानी का सेवन करें।