बढती जा रही हैं हृदय रोग की समस्या, इन 4 योगासन से करें अपना बचाव

दिल अर्थात ह्रदय हमारे शरीर का अभिन्न अंग हैं जो कि सबसे जरूरी माना जाता हैं। इसमें आई कोई भी दिक्कत स्वस्थ शरीर कि चाहत में अड़चन पैदा करती हैं। वर्तमान समय में ह्रदय रोग विक्राल रूप ले चुका हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हृदय रोगों से होने वाली 5 मौतों में से 4 दिल के दौरे और स्‍ट्रोक के कारण होती है। ऐसे में अपने ह्रदय को स्वस्थ बनाने रखने के लिए स्वस्थ लाइफस्टाइल होना बहुत जरूरी हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे योगासन बताने जा रहे हैं जिनको नियमित करने से हृदय को स्वस्थ बनाया जा सकता हैं और अपना बचाव किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन योगासन के बारे में।

वीरभद्रासन

वीरभद्रासन शरीर के संतुलन में सुधार करता है और सहनशक्ति को बढ़ाती है। यह रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है और तनाव को कम करता है। यह हृदय की दर को नियंत्रित रखता है।

सेतुबंधासन

यह मुद्रा गहरी सांस लेने के लिए बेहतर होता है। यह रीढ़ और छाती को फैलाता है। यह छाती क्षेत्र में रक्त के प्रवाह में भी सुधार करता है।

त्रिकोणासन

त्रिकोणासन एक हृदय को खोलता है, कार्डियोवैस्कुलर एक्‍सरसाइज को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया यह एक बेहतरीन योग आसन है। श्वास फैलते ही छाती गहरी और लयबद्ध हो जाती है। इससे स्टैमिना भी बढ़ता है।

वृक्षासन

वृक्षासन शारीरिक मुद्राओं का बेहतर संतुलन बनाता है। यह कंधों को चौड़ा करता है और हृदय को बेहतर बनाता है, जिससे एक आत्मविश्वास और खुशी महसूस होती है।