खून को बहने से रोकती है फिटकरी, जानें इसके और भी कई फायदे

आपने अक्सर देखा होगा कि पुरुषों की शेविंग करने के बाद फिटकरी का इस्तेमाल किया जाता हैं क्योंकि फिटकरी काटने वाली जगह पर लगाने से खून को बहने से रोकती हैं। फिटकरी को अपने एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता हैं। अपने कई गुणों की वजह से यह खनिज आयुर्वेद में भी अपना विशेष स्थान रखता हैं। आज हम आपको फिटकरी के ऐसे नायाब गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप अभी तक अनजान हैं। तो आइये जानते है फिटकरी के इन गुणों के बारे में।

* साँसों में बदबू के मुख्य कारणों में से एक है बैक्टीरिया का संग्रह, जो बदले में विषाक्त पदार्थों और एसिड का उत्पादन करते हैं। फिटकरी माउथवाश के साथ कुल्ला करना बैक्टीरिया विकास को रोकता है और जीवाणु को धोता है।

* अगर आपके चेहरे पर भी झुर्रियां आ गई हैं तो फिटकरी के पानी का इस्तेमाल करना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा। आप चाहें तो फिटकरी के एक बड़े टुकड़े को पानी में डुबोकर चेहरे पर हल्के हाथों से मलें। कुछ देर बाद साफ पानी से चेहरा धो लें।

* अगर आपको कोई चोट लग गई हो या फिर घाव हो गया हो और उससे लगातार खून आ रहा हो तो फिटकरी के पानी से घाव को धो लें। इससे खून बहना बंद हो जाएगा। फिटकरी के पानी की जगह आप फिटकरी को महीन पीसकर भी प्रयोग में ला सकते हैं।

* जिन लोगो को शरीर से ज्यादा पसीना आने की समस्या हो तो वो लोग नहाते समय पानी में फिटकरी को घोलकर नहाने से पसीना आना कम हो जाता है।

* यूरीन इंफेक्शन हो जाने पर भी फिटकरी का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है। प्रतिदिन फिटकरी के पानी से प्राइवेट पार्ट की सफाई करने से इंफेक्शन का खतरा दूर हो जाता है। इसके अलावा पानी में घुलनशील अशुद्धि को दूर करने के लिए भी फिटकरी का इस्तेमाल किया जाता है।

* दस ग्राम फिटकरी के चूर्ण में पांच ग्राम सेंधा नमक मिलाकर मंजन बना लें। इस मंजन के प्रतिदिन प्रयोग से दांतो के दर्द में आराम मिलता है।

* अगर आपको दमा की शिकायत है तो फिटकरी आपकी इस समस्या का रामबाण इलाज है। फिटकरी के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर चाटने से दमा और खांसी में फायदा होता है।