हिंदू धर्म में हर दिन किसी ना किसी व्रत-उपवास के लिए जाना जाता हैं। इन दिनों नवरात्रि के व्रत किए जा रहे हैं। धार्मिक आधार पर व्रत को श्रद्धा और भक्ति से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन इसका दूसरा पहलू आपकी सेहत से भी जुड़ा हुआ हैं। जी हां, उपवास रखना या फास्टिंग करना सिर्फ पूजा-पाठ, धर्म या संस्कृति से नहीं जुड़ा है बल्कि इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं और साइंस भी इस बात को मानता है। हांलाकि व्रत-उपवास को लेकर हर किसी की अपनी परिभाषा हैं। कोई व्रत के दौरान फलाहार लेता हैं तो कोई भूखा रहता है। आज इस कड़ी में हम आपको व्रत के फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें जान आप भी उपवास करने लगेंगे। इन फायदों को देखकर कहा जा सकता हैं कि नवरात्रि व्रत आस्था और सेहत का संगम हैं। आइये जानते हैं इन फायदों के बारे में...
ब्लड शुगर रहता है नियंत्रित जिन लोगों को डायबीटीज का खतरा है उनके लिए उपवास रखना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि फास्टिंग करने से ब्लड शुगर कंट्रोल बेहतर तरीके से हो पाता है। इतना ही नहीं टाइप 2 डायबीटीज के मरीज अगर थोड़े समय के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग रखें तो उनके ब्लड शुगर लेवल में भी काफी कमी आ जाती है। साथ ही उपवास रखने से इंसुलिन रेजिस्टेंस घटता है और शरीर में इंसुलिन के प्रति सेंसिटिविटी बढ़ती है जिससे खून में मौजूद ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाना आसान हो जाता है।
शरीर के विषैले तत्व निकलते है बाहर आजकल की लाइफस्टाइल ने हमारे खानपान को भी प्रभावित किया है। हम में से ज्यादातर लोग अक्सर बाहरी खानपान या चिकनाईयुक्त भोजन दिनभर में खाते हैं, लेकिन उसे पचाने के लिए कोई श्रम नहीं करते। ऐसे में शरीर में फैट और विषैले तत्व जमा हो जाते हैं। इन्हें शरीर से निकालना बहुत जरूरी है। हफ्ते में एक दिन का व्रत आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है। शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलने से स्किन की भी तमाम समस्याओं से राहत मिलती है।
मोटापा करे कम उपवास रखने का सबसे बड़ा फायदा है कि आपका बढ़ा हुआ वजन कम होना शुरू हो जाता है। जब आप लगातार उपवास रखते हैं तो इस दौरान आपके कम खाने के नियम के अनुसार शरीर में चर्बी नहीं बनती और मौजूदा चर्बी भी घटने लगती है। ऐसे उपवास में आप किसी भी ठोस उत्पाद की जगह तरल उत्पाद को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल करे कम
पबमेड सेन्ट्रल के अनुसार, अनिरंतर उपवास से वजन कम करने में सहायता मिल सकती है। इससे कोलेस्ट्रॉल का जोखिम भी कम हो सकता है। एक रिसर्च पेपर में कहा गया है कि एक दिन के अंतराल के बाद किए जाने वाले व्रत से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इससे ट्राइग्लरसाइड यानी एक प्रकार का वसा और खराब कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल हो सकता है।
इम्यूनिटी होती है बेहतरउपवास रखने से आपका इम्यून सिस्टम यानी रोगों से लड़ने की क्षमता भी बेहतर होती है क्योंकि यह शरीर में मौजूद फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम करता है, शरीर में किसी भी तरह की सूजन और जलन की समस्या को कम करता है। अब आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग रहेगी तो जाहिर सी बात है आप बीमार नहीं पड़ेंगे।
बेहतर होगा पाचन तंत्र बाहर का खाना या बहुत चिकनाई वाला गरिष्ठ भोजन करने से हमारा पाचन तंत्र गड़बड़ाने लगता है। फास्ट करने से पाचनतंत्र को आराम मिलता है और शरीर खुद का उपचार करना शुरू कर देता है। एक दिन के व्रत से पेट संबन्धी तमाम परेशानियों में काफी आराम होता है।
मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद उपवास का असर सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे एकाग्रता में सुधार हो सकता है। साथ ही ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है। यहीं नहीं, चिंता-तनाव और अनिद्रा जैसी समस्या दूर करने के लिए भी उपवास को जाना जाता है। उपवास करने से व्यक्ति को भावनात्मक रूप से शांत रहने और खुशी का एहसास करने में मदद मिल सकती है।
मेटाबॉलिज्म सुधारे उपवास रखने या फास्टिंग करने का एक और फायदा ये है कि इससे आपका मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है। जब आपका मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है तो आपके शरीर पर एजिंग के निशान नजर आने लगते हैं। ऐसे में आपका मेटाबॉलिज्म जितना फास्ट होगा बेहतर तरीके से काम करेगा आपका शरीर उतना ही जवां बना रहेगा। जब आपकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होगी, बीमारियां नहीं होगी, आप कम खाएंगे तो पाचन तंत्र पर भार भी ज्यादा नहीं पड़ेगा तो ये सारी चीजें मिलकर आपकी उम्र को बढ़ा देंगी।