अपनी दिनचर्या में शामिल करें शीर्षासन, याद्दाश्त बढ़ाने के साथ ही पहुंचाता हैं कई फायदे

अपनी सेहत को लेकर अक्सर लोग चिंतित रहते हैं और इसे बेहतर बनाने के लिए वे अपने दिनचर्या में कई ऐसी चीजें शामिल करते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं। इसमें से एक है योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना, जो सेहत को कई तरह के फायदे पहुंचाता हैं। आसन कई तरह के होते हैं जिनमें से एक हैं शीर्षासन। शीर्षासन को आसनों का राजा भी कहा जाता है। यह आसन सिर के बल किया जाता है, इसलिए इसे शीर्षासन कहा जाता है। योग के विभिन्न आसनों में शीर्षासन को बहुत फायदेमंद और प्रभावी माना गया है। इस कड़ी में, हम आपको शीर्षासन करने का तरीका और इससे सेहत को होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं...

शरीर के ऊपरी हिस्सों को मजबूत बनाता है

शीर्षासन आपके शरीर के ऊपरी हिस्से को मजबूत बनाता है। शीर्षासन करने में आपको अपने कंधों, बाहों, और ऊपरी पीछे वाले हिस्से से बैलेंस बनाना पड़ता है, जिससे उनकी मजबूती बढ़ती जाती है। अगर आप अभी शीर्षासन करने की शुरुआत कर रहे हैं तो हो सकता है कुछ देर तक आप हिलते रहें, इसलिये लंबे समय तक शीर्षासन करने के लिये आपको दीवार का सहारा लेना चाहिये।

हड्डियां होती हैं मजबूत

शीर्षासन करने से आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं, जिससे आप ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से दूर रहते हैं। इसके अलावा शीर्षासन इम्यून सिस्टम और कार्यक्षमता को बढ़ाकर एनेर्जेटिक बनाता है। दिमाग में ब्लड सर्कुलेट करता है। यह मुद्रा प्रत्येक अंग के पाचन कार्यों को बढ़ाने में सहायता करता है।

मूड होता हैं सही

शीर्षासन करने से आपके मस्तिष्क में ब्लड फ्लो काफी बढ़ जाता है, जिससे आपको काफी शांति मिलती है और आपका तनाव दूर होता है। इस आसन को करने से कोर्टिसोल हार्मोन के बनने में काफी कमी आती है, जिससे आपको एंग्जायटी जैसी समस्या से आराम मिलता है।

ब्लड फ्लो में होता है सुधार

यदि आप शीर्षासन को नियमित रूप से करते हैं तो यह ब्लड फ्लो में सुधार करता है, जिसकी वजह से यह आंख, कान और नाक के उचित कामकाज में भी मदद करता है। यह गले और नाक में दर्द, मायोपिया और बलगम निर्माण जैसी कई बीमारियों को दूर करने में सहायता करता है।

बाल झड़ने से रोकता है

अगर शीर्षासन को नियमित रूप से बहुत दिनों तक किया जाए, तो बाल के झड़ने को रोका जा सकता है। इस आसन के अभ्यास से ब्रेन वाले हिस्से में खून का प्रवाह बहुत आसान हो जाता है। यह खोपड़ी को भी मजबूत एवं स्वस्थ बनाता है, जिसके कारण बाल से संबंधित परेशानियां जैसे बाल का झड़ना, बाल का सफेद होना, डेंड्रफ इत्यादि से आप को छुटकारा दिलाता है। यह बाल को घने और लंबे करने में भी सहायक है।

एकाग्रता में सुधार

शीर्षासन योग मस्तिष्क कोशिकाओं के लिए एक समृद्ध ऑक्सीजनयुक्त रक्त की आपूर्ति करता है। स्मरण शक्ति, एकाग्रता, उत्साह, स्फूर्ति, निडरता, आत्मविश्वास और धैर्य बढ़ाता है। शीर्षासन फोकस में सुधार करता है, क्योंकि इससे मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है।

सिर दर्द और माइग्रेन में फायदेमंद

इस आसन के करने से आप सिरदर्द एवं माइग्रेन से हमेशा हमेशा के लिए निजात पा सकते हैं। सिरदर्द और माइग्रेन प्रायः सिर की कोशिकाओं का दबाब एवं संकोचन से होता है। यह आसन इसे कम करके आपको माइग्रेन से राहत दिलाता है।

तनाव और चिंता से मिलती हैं मुक्ति

शीर्षासन तनाव और चिंता से मुक्ति दिलाने में सहायता करता है। यह आपके दिमाग और शरीर को शांत करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह तनाव हार्मोन के उत्पादन को कम करके तनाव से निपटने में आपकी सहायता करता है।

शीर्षासन करने का तरीका

शीर्षासन करने के लिए घुटनों को जमीन पर टिका दें। अब अपने दोनों हाथों को जमीन पर मजबूती से रखें। सिर को अपने दोनों हाथों के बीच में लाएं। अब धीरे-धीरे अपने पैरों की उंगलियों को जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं। फिरअपने पैरों को ऊपर की ओर बढ़ाएं। उन्हें जमीन से ऊपर बिल्कुल सीधा रखें। समान रूप से बाजुओं पर अपने वजन को संभालें। इस बीचअपनी पीठ को एकदम सीधा रखें। कम से कम 20-30 सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें। साथ में लंबी गहरी सांस को लेते और छोड़ते रहना है।