गुणों की खान है करेला, जानें किस तरह पहुंचाता हैं सेहत को फायदे

स्वाद में कड़वा करेला जब भी सामने आता हैं तो इसे नापसंद करने वाले लोग मुंह बिगाड़ने लगते हैं। करेला एक ऐसी सब्जी है, जिसे नापसंद करनेवाले लोगों की संख्या, इसे पसंद करने वालों से ज्यादा ही होगी। हांलाकि वो लोग भी जानते हैं कि यह कड़वा करेला गुणों की खान है जिसके सेवन से सेहत को कई तरीके के फायदे मिलते है। करेला ऐंटिबायॉटिक और ऐंटिवायरल गुणों से भरपूर होता है। इसमें तांबा, विटामिन बी, अनसैचुरेटेड फैटी ऐसिड जैसे कई पोषक तत्व शामिल हैं। खून की सफाई करने के साथ ही यह कई तरह के फायदे पहुंचाने का काम करता हैं जिनके बारे में आज हम आपको यहां बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं कि यह कड़वा करेला किस तरह आपकी सेहत को फायदा पहुंचाने का काम करता है...

शरीर को ठंडक पहुंचाता है

अब बात करते हैं करेले के गुणों की। करेले की तासीर ठंडी मानी जाती है यानी इसका सेवन शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला होता है। इसीलिए गर्मियों में करेले की सब्जी खूब खाई जाती है। करेले में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो आपके शरीर को फिट रखने में मदद करते हैं। इनमें कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, विटामिन, मैग्नीशियम, फॉसफोरस और फाइबर जैसी चीजें शामिल होती हैं।

लिवर के लिए फायदेमंद

करेला लिवर के लिए एक अच्छा डिटॉक्सिफाय एजेंट का काम कर सकता है, जो शरीर को प्राकृतिक रूप से साफ करने में मदद कर सकता है। दरअसल, चूहों पर किए गए एक शोध में इसके हेपेटोप्रोटेक्टिव जो कि लिवर को सुरक्षित रखने का गुण है इसके बारे में पता चला है। साथ ही फैटी लिवर जैसी बीमारी में भी इसके लाभ देखे जा सकते हैं। करेला, फैटी लिवर की बीमारी बढ़ने के दौरान फैट के जमाव को रोकने में मदद कर सकता है।

मुंह के छालों से निजात दिलाता है

करेला मुंह के छालों के लिए अचूक दवा है। करेले की पत्तियों का रस निकालकर उसमें थोड़ मुलतानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें और मुंह के छालों पर लगाएं। मुलतानी मिट्टी ना मिले तो करेले के रस में रूई को डुबोकर छाले वाली जगह पर लगाएं और लार को बाहर आने दें। इससे मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।

दर्द में है लाभकारी

सिरदर्द और सिर में भारीपन जैसी आम समस्या को दूर करने में करेले की सब्जी बहुत अधिक लाभकारी है। जो लोग अपने भोजन में करेले का उचित मात्रा में उपयोग करते हैं, उन्हें सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। अगर किसी को जॉइंट्स पेन की समस्या रहती है तो उन्हें भी करेले का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। यह जोड़ों के दर्द और खासतौर से घुटने के दर्द में राहत देने का काम करता है।

घाव ठीक करता है

घाव पर करेले के जड़ को पीस कर लगाने से घाव पक जाता है और मवाद भी निकल जाता है। इससे घाव जल्दी ठीक हो जाता है। अगर आपके पास करेले का जड़ नहीं है तो इसकी पत्तियों को पीस कर गर्म करके पट्टी बांध लें। इससे फोड़ा पक जाएगा और पस भी निकल जाएगी।

वजन घटाने में फायदेमंद

वजन घटाने के घरेलू उपाय के तौर पर भी करेला एक कारगर भूमिका निभा सकता है। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध में बढ़ते वजन के लिए करेले के फायदे देखे गए हैं। अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि उच्च वसा का सेवन करने वाले चूहों में करेले का एंटीओबेसिटी अर्थात मोटापा कम करने वाला गुण प्रभावी पाया गया, जिससे बढ़ते वजन में रुकावट देखी गई। इसके साथ ही लिपिड मेटाबोलिज्म में बढ़ोतरी पायी गई। फिलहाल, मनुष्यों पर इसके प्रभाव के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।

मधुमेह रोगियों के लिए उपयोगी

करेला मधुमेह में रामबाण औषधि का काम करता है। करेला मधुमेह के रोगियों के लिए अमृत तुल्य है। करेला अन्य औषधियों के समान शरीर के केवल एक अंग या टिशू को ही टारगेट नहीं बनाता बल्कि पूरे शरीर के ग्लूकोज मैटाबॉलिज्म पर असर करता है। करेले में इंसुलिन की तरह कई रसायन पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।

कैंसर से होता हैं बचाव

करेले के औषधीय गुणों की बात की जाए तो यह कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकता है। करेले से जुड़े अध्ययन में यह बात सामने आई है कि करेले में कैंसर के जोखिम को कम करने के गुण मौजूद होते है। शोध में आयुर्वेद की बात भी कही गई है। आयुर्वेद के अनुसार करेले का उपयोग कैंसर जैसी बीमारी के उपचार में भी किया जा सकता है। शोध में कहा गया कि करेला का उपयोग कैंसर कोशिकाओं के निर्माण में बाधा डालने का काम कर कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। यह प्रोस्टेट कैंसर और पेट के कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है।