बरसात का मौसम जारी है जिसमें संक्रमण के कारण सर्दी, जुखाम, खांसी और वायरल फीवर का खतरा बढ़ जाता हैं। खासतौर से इस मौसम मे बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने के कारण वे बुखार की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। बदलते मौसम में बुखार आना एक अच्छी बात भी हैं क्योंकि यह शरीर में मौजूद संक्रमण से लड़ने की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके कारण शरीर में अन्य बीमारियों के प्रति इम्युनिटी विकसित होती हैं। लेकिन इस दौरान जरूरी हैं कि आपका खानपान व्यवस्थित रहे। इस दौरान ऐसे आहार को अपनाना चाहिए जिससे इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ ही वायरल फीवर से लड़ने में मदद मिले। आइये जानते है फीवर के दौरान कैसा हो आपका आहार...
खिचड़ी का सेवनखिचड़ी एक हल्का भोजन माना जाता है। बुखार में हमारा लीवर वीक हो जाता है जिसके कारण हम भोजन को पाचने में असमर्थ हो जाते हैं। ऐसे में खिचड़ी एक पौष्टिक भोजन होने के साथ जल्द ही पचने वाला भोजन है। खिचड़ी आसानी से पच जाती है। बुखार आने पर खिचड़ी खाएंगे तो आप फीवर में अच्छा महसूस करेंगे और जल्दी ठीक होंगे।
संतरे का जूसविटामिन सी से भरपूर संतरे का रस बुखार कम करने के साथ ही आपको स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद होता है। वायरल बुखार में संतरे के जूस का सेवन रोगी की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी करके बुखार से लड़ने में मदद करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जब भी जूस पीना हो ताजा निकाला हुआ संतरे का जूस ही पिएं।
पानी का अधिक सेवनसामान्य की तुलना में बुखार के दौरान आपको दोगुना पानी पीना होगा। शरीर में पानी की कमी होने पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं इसलिए खूब पानी पिएं। नारियल का पानी पीने से भी बुखार के मरीज जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं। अधिक पानी पीने से शरीर में ज्यादा कमजोरी भी नहीं लगती है।
सूखे मेवे देंगे ऊर्जा वायरल बुखार से पीड़ित व्यक्तियों के लिए ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि सूखे मेवों में जिंक की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के कारण इनके सेवन से रोगी को ऊर्जा मिलने के साथ ही बुखार कम करने में मदद मिलती है। सूखे मेवों में आप किस में तथा बादाम का सेवन कर सकते हैं।
हरी सब्जियों का सेवनवायरल बुखार में रोगी के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां खाना फायदेमंद हो सकता है। पानी की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के कारण हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से रोगी को जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है और शरीर में पानी की कमी की पूर्ति भी हो जाती है। हालांकि, बुखार में रोगी का कुछ भी खाने का मन नहीं करता है, ऐसे में आप सब्जियों का सूप बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वायरल बुखार में जिस भी सब्जी का सेवन करें वह अच्छी तरह से धुली हुई, उबली और पकी हुई चाहिए।
दही का सेवन फायदेमंद वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित व्यक्ति तथा बुखार में दही का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि दही में बैड बैक्टीरिया को खत्म करने की क्षमता होती है। इसलिए वायरल फीवर से पीड़ित व्यक्ति दही का सेवन करके बुखार से लड़ने के साथ ही पाचन क्रिया को भी दुरुस्त कर सकता है।
गर्म सूप पिएंफीवर में हल्का खाना चाहिए जो कि जल्दी से पच जाए। खिचड़ी के साथ सूप भी बुखार के लिए बेहतर खाना माना जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। यदि आप बुखार में सूप को अपने डाइट चार्ट में शामिल कर ले, तो जल्द रिकवरी होगी और कमजोरी दूर हो जाएगी।
लहसुन का करें सेवन सब्जी, दाल आदि में लहसुन का इस्तेमाल करने से उनका स्वाद भर जाता है। लेकिन जायका बढ़ाने के साथ ही लहसुन कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। लहसुन में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन बी, विटामिन सी, कैल्शियम, सेलेनियम, मैग्नीशियम तथा फास्फोरस आदि पाए जाते हैं। एंटीवायरल एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुणों से भरपूर लहसुन का सेवन करने से सर्दी-खांसी, सूजन तथा वायरल फीवर से बचा जा सकता है। वायरल फीवर होने पर लहसुन का सेवन कच्ची चटनी के रूप में किया जा सकता है।