कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी लगातार अपने पैर पसार रही हैं और संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा हैं। यह बीमारी व्यक्ति को शारीरिक रूप से परेशान करने के साथ ही मानसिक थकान भी देती हैं। कैंसर की बीमारी से पीड़ित मरीजों की इम्युनिटी काफी कमजोर होने लगती हैं जिसमें विभिन्न प्रकार की थेरेपी और इलाज के लिए शक्ति की जरूरत तो पड़ती ही हैं और इसमें आपकी मदद करता हैं आपका आहार। आज इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं उन्हीं आहार के बारे में जो कैंसर के मरीजों को लेना चाहिए। ये आहार आपको शारीरिक रूप से मजबूत बनाएंगे और कैंसर की इस भयानक बीमारी को दूर करने में मदद करेंगे। आइये जानते हैं कैसा हो आपका आहार...
ड्राई फ्रूट्स और नट्स
एक्सपर्ट बताते हैं लिवर कैंसर की बीमारी से ग्रसित लोग हेल्दी डाइट के लिए खानपान में ड्राई फ्रूट्स और नट्स को शामिल कर सकते हैं। इसमें बादाम, अखरोज, किशमिश, पिस्ता आदि सेवन कर सकते हैं। इससे फाइबर व एनर्जी मिलती है। इसे शाम के समय में स्नैक्स के तौर पर खा सकते हैं।
आलू बुखारा
आलू बुखारे में प्राकृतिक फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जिसमें ऐसे एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो कैंसर सेल्स से लड़ने में सहायक होते हैं। यह फल शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है। आलू बुखारा विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन k जैसे तत्वों में भरपूर होता है, जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं।
गुड कार्ब्स
आप खाना पीना ना छोड़ें। जब भी आपको इच्छा ना हो जबरदस्ती ना खाएं, लेकिन थोड़े-थोड़े गैप में जरूर कुछ ना कुछ हेल्दी चीजें खाएं। आप चावल, रोटी, साबुत अनाज, पास्ता का सेवन करें, इनमें गुड कार्ब्स होते हैं। साथ ही नाश्ते में ओट्स, दलिया, कॉर्न, आलू, बीन्स, डेयरी प्रोडक्ट्स भी खाएं। वो फूड्स खाएं जिनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज होती हैं जैसे शहद। इससे संक्रमण होने की संभावना कम होती है।
फाइबर युक्त भोजन
डॉक्टर बताते हैं कि इस बीमारी को लेकर बैलेंस डाइट में मरीज को फाइबर युक्त भोजन खाने की सलाह दी जाती है। फाइबर इसलिए खाना जरूरी है क्योंकि इंटेस्टाइन में जितने भी टॉक्सिन होते हैं व इसके साथ में कार्सिनोजेंस होते हैं वो कैंसर को बढ़ावा देते हैं। फाइबर डाइट इसको कम करने में मदद करता है। आप चाहें तो इसके लिए डाइटीशियन के साथ डॉक्टर की सलाह लेकर अपनी बीमारी के हिसाब से डाइट प्लान कर सकते हैं।
फलों व सब्जियों का सेवनडॉक्टर बताते हैं कि लिवर कैंसर की बीमारी से ग्रसित मरीजों को डाइट में ज्यादा से ज्यादा फलों व सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इसका सेवन करने से मरीज को ज्यादा से ज्यादा फाइबर मिलेगा, लो कार्ब मिलेगा, प्रोटीन मिलेगा।
हाई प्रोटीन
डॉक्टर बताते हैं कि इस बीमारी से ग्रसित मरीजों को हाई प्रोटीन डाइट लेने को कहा जाता है। नट्स, ड्राइड बीन्स, काबुली चना, अंडा, मछली, चर्बी रहित मीट, दूध से बने उत्पाद आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। जिन मरीजों को प्रोस्टेट कैंसर है उन्हें मछली और सोया से बनी चीजों का सेवन करना चाहिए। कैंसर होने पर तली-भुनी चीजें, मसालेदार चीजें, बाहर के प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, पैकेज्ड फूड बिल्कुल खाना कम कर दें।
खाएं ये सब्जियां
यदि आपका कैंसर का इलाज चल रहा है, तो आप अपनी डाइट में कुछ खास सब्जियों को जरूर शामिल करें। गाजर, कद्दू, टमाटर, मटर, शलजम आदि सब्जियों को जरूर खाएं। टमाटर, शलजम, गाजर को तो आप कच्चा सलाद के तौर पर भी सेवन कर सकते हैं। टमाटर में मौजूद खास पोषक तत्व प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा ब्रोकली, पत्तागोभी, फूलगोभी भी कैंसर के मरीज खा सकते हैं।
भरपूर पानी का सेवन करेंडॉक्टर बताते हैं कि लिवर कैंसर के मरीजों का ट्रीटमेंट चलने की वजह से उन्हें दिक्कत होती है। बीच-बीच में उल्टी, कब्जियत, लूज मोशन्स आदि होने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में उन्हें दिनभर में भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए। मरीजों को बैलेंस डाइट के साथ शरीर को हाई़ड्रेट रखने की सलाह दी जाती है। मरीज को रोजाना 3 से चार लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर बताते हैं कि यदि मरीज को एडवांस लिवर सिरोसिस है और उसकी ट्रीटमेंट चालू है तो ऐसे में डॉक्टर मरीज को कम पानी पीने की सलाह दे सकते हैं।
अंगूर
अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें मौजूद इन गुणों से कैंसर सेल का बढ़ना रुक जाता है और यह शरीर के बाकी सेल्स के लिए भी सुरक्षित होते हैं। अंगूर के छिलके में एंथोसायनिन और प्रोसायनिडिन जैसे तत्व होते हैं, जो कैंसर सेल्स को नष्ट करने में सहायक होते हैं। अंगूर स्वादिष्ट भी होते हैं और इन्हें खाने में ज्यादा परेशानी भी नहीं होती।
बेड टाइम में एक कप हल्दी का दूध
लिवर कैंसर के मरीजों को बेड टाइम की डाइट में एक कप हल्दी के दूध का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर बताते हैं कि इससे एनर्जी बढ़ती है। इसमें लो कैलोरी होता है। ऐसे में आप इसका सेवन कर सकते हैं। आप चाहें तो डाइटीशियन की सलाह ले सकते हैं। ताकि वो आपकी बीमारी के अनुसार आपके लिए अच्छा डाइट चार्ट तैयार करके दें। जिसे डेली रूटीन में शामिल कर इस बीमारी से आप लड़ सकते हैं।