कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) को पहली बार 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में डिटेक्ट किया गया था। इसके बाद अब तक यह वैरिएंट 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। भारत में भी इससे संक्रमित मरीजों की संख्या दिन भर दिन बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि ओमिक्रॉन की वजह से देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। ऐसे में ओमिक्रॉन से बचने के लिए शरीर को अंदर से मजबूत बनाना बेहद जरुरी है। शरीर का इम्यून सिस्टम पूरी तरह आपके खानपान पर निर्भर करता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे जिनका नियमित सेवन आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बना सकता है...
विटामिन C वाली चीजेंविटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। खट्टे फलों में खूब सारा विटामिन C पाया जाता है। खट्टे रसदार फल जैसे आंवला, नारंगी, नींबू, संतरा, बेर, कटहल, शलगम, पुदीना, अंगूर, टमाटर, अमरूद, सेब, केला, मूली के पत्ते, मुनक्का, दूध, चुकंदर, चौलाई, बंदगोभी, हरा धनिया, और पालक को अपनी डाइट में नियमित रूप से शामिल करना चाहिए। विटामिन C सफेद रक्त कोशिकाओं बनाने का काम करता है, जो शरीर को इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती हैं। इसके साथ ही विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व दिल की सेहत बनाने में तथा हृदय संबंधी कई समस्याओं से लड़ने में कारगर हैं। यह धमनियों को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के साथ रक्त कोशिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमने से रोकता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। विटामिन सी त्वचा में कोलेजन बनाने में मदद करता है। इसकी वजह से त्वचा में लचीलापन बना रहता है। यदि व्यक्ति के शरीर में विटामिन-सी की कमी हो जाए तो उसकी त्वचा समय से पहले लटकने लगती है और चेहरे पर बुढ़ापा जल्दी ही दिखने लगता है।
पालकपालक में कई तरह के विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करते हैं। पालक में कैलोरी बहुत कम मात्रा में पायी जाती है, जिससे आपका स्वास्थ्य बेहतर रहता है और वजन भी नहीं बढ़ता है। यह इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है। पालक में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, बीटा कैरोटिन और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन ई और मैग्नीशियम जैसे खनिज इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ ही वायरस एवं बैक्टीरिया को भी दूर रखते हैं। इसके साथ ही पालक में भरपूर मात्रा में नाइट्रेट पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। पालक का सेवन करने से हृदय स्वस्थ रहता है और इससे जुड़ी बीमारियां भी दूर रहती हैं। यह सही है कि पालक में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन इसका सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए। पालक का अधिक मात्रा में सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। किडनी रोग के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही पालक का सेवन करना चाहिए।
शिमला मिर्चलाल, हरे और पीले रंग में मिलने वाली शिमला मिर्च स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद होती है। विटामिन सी से भरपूर ये मिर्च विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन का भी एक प्रमुख सोर्स है। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ-साथ स्किन और आंखों को भी स्वस्थ रखता है। शिमला मिर्च में कैलोरी न के बराबर होती है जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ नहीं पाता है। विटामिन सी से भरपूर होने की वजह से संक्रामक रोगों से लड़ने में भी मदद करता है। ये रोग-प्रतिरक्षा को भी बढ़ाने में कारगर है। लंग इंफेक्शन, अस्थमा में भी ये फायदेमंद है। साथ ही इसका सेवन कैंसर से भी बचाव करता है। ये कैंसर सेल्स को विकसित नहीं होने देता है। ऐसा माना जाता है कि हर रोज किसी न किसी रूप में शिमला मिर्च का सेवन करने से कैंसर होने के चांसेज बहुत कम हो जाते हैं। साथ ही शिमला मिर्च का सेवन दिल से जुड़ी बीमारियों, अस्थमा और मोतियाबिंद से भी बचाव करता है।
दहीदही को सुपरफूड माना जाता है। इसमें बहुत सारे गुण पाए जाते है जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है। हर दिन दही खाने वालों का इम्यून सिस्टम ज्यादा मजबूत होता है। दही में अच्छी मात्रा में कैल्शियम, विटामिन बी-12, विटामिन बी -2, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। दही विटामिन D का बहुत अच्छा स्रोत है जो इम्यून सिस्टम की क्षमता को बनाए रखता है। ये शरीर को नेचुरल तरीके से बीमारियों से बचाता है। दही में चीनी बिल्कुल भी ना डालें, इसे बिल्कुल सादा खाने की कोशिश करें। दही में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया पेट के लिए फायदेमंद होते हैं। इससे पाचनक्रिया मजबूत बनती है और ये बैक्टीरिया हमारी आंतों के लिए भी फायदेमंद होते हैं। आपको बता दे, दही दूध से जल्दी पचता है। दही में मौजूद प्रोटीन आसानी से पच जाते हैं। अगर आप नाश्ते में दही या दही से बना कोई प्रोडक्ट खाते हैं तो ये दूध के मुकाबले आसानी से पच जाता है। साथ ही दही आपके पेट को भी हल्का रखता है। जिनको पाचन की दिक्कत होती है ऐसे लोगों के लिए सुबह दही या छाछ पीना फायदेमंद माना जाता है।
बादाम सर्दी-खांसी से लड़ने के लिए शरीर में विटामिन E होना जरूरी है। बादाम में विटामिन E के साथ-साथ मजबूत एंटीऑक्सिडेंट भी पाए जाते हैं। विटामिन से भरपूर बादाम में हेल्दी फैट भी होता है। आधे कप बादाम से आपको लगभग 100 फीसद विटामिन E मिल सकता है। बादाम के गुण के कारण इसका सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है। बादाम का सेवन करने से लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल-सी) को कम किया जा सकता है। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाला कोलेस्ट्रॉल है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। शोध के मुताबिक, 100 ग्राम बादाम में लगभग 12 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। साथ ही यह हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है और इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखने में मदद करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है। वैज्ञानिक अध्ययन के दौरान पाया गया है कि सुबह नाश्ते में बादाम को शामिल करने से ब्लड ग्लूकोज का स्तर कम हो सकता है।
हल्दीहल्दी एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल लगभगर हर खाने में होता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गठिया के इलाज में काफी प्रभावी माने जाते हैं। स्टडीज के मुताबिक हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन इम्यून बूस्टर होता है और इसमें एंटीवायरल गुण भी होते हैं। ये मांसपेशियों की भी मजबूत करता है। सर्दी-खांसी से बचाव में दूध में हल्दी डालकर पीना काफी फायदेमंद रहता है। हल्दी का सेवन करने से हृदय रोग में भी बहुत फायदा मिलता है और अगर आपके घर में भी कोई हृदय रोग से परेशान है तो उसके डाइट में हल्दी जरूर शामिल करें। हार्ट अटैक के खतरे को हल्दी के सेवन से काफी हद तक टाला जा सकता है। हृदय रोगी इसका सेवन रात में सोने से पहले दूध के साथ भी कर सकते हैं। कैंसर से बचने के लिए हल्दी का सेवन बहुत जरूरी है। दरअसल, हल्दी में एंटी कैंसर एक्टिविटी पाई जाती है जो कैंसर से बचाए रखने में काफी मददगार साबित हो सकती है। इसलिए आप अपनी डायट में हल्दी का सेवन किसी न किसी खाद्य पदार्थ के जरिए अवश्य करें।
पपीतापपीते में भी विटामिन C की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ऐसे में अगर आप हर रोज कुछ मात्रा में पपीता खाते हैं तो आपके बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी। पपीता खाने से पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है। पपीते में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फोलेट की अच्छी मात्रा होती है, ये सारी चीजें शरीर को अंदर से मजबूती देती हैं। पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है। अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है। एक मध्यम आकार के पपीते में 120 कैलोरी होती है। ऐसे में अगर आप वजन घटाने की बात सोच रहे हैं तो अपनी डाइट में पपीते को जरूर शामिल करें।
चिकन-फिशअगर आपको तेज सर्दी-जुकाम है तो चिकन आपको तुरंत राहत देगा। चिकन में खूब सारा विटामिन B-6 पाया जाता है। ये शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाता है। चिकन में पाए जाने वाले पोषक तत्व इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। वहीं फिश में पाए जाने वाले ओमेगा -3 फैटी एसिड कई बीमारियों से सुरक्षा देता है। चिकन उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन से भरा होता है और इसमें बहुत अधिक फैट नहीं होता है । इसके अलावा इन में विटामिन बी 12, जिंक, ऑयरन और कॉपर आदि होता है जो कि बच्चों के विकास में मदद करता है। चिकन फास्फोरस से भी भरपूर होता है जो आपके दांतों और हड्डियों के स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके गुर्दे, किडनी और सेंट्रल नर्वस सिस्टम के काम काज को भी बेहतर बनाता है।