कई बार भारी व्यायाम करने या ज्यादा मेहनत वाला काम करने से मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है। इसके अलावा भी कई बार अचानक ही मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द या ऐंठन महसूस होने लगती है। मांसपेशियों में ऐंठन तब होती है जब आपकी मांसपेशियां तनावग्रस्त हो जाती हैं और आप उन्हें आराम नहीं दे पाते। कई बार यह थोड़ा ज्यादा तकलीफदेह भी हो जाता है। लेकिन लोग इसे नजरअंदाज करते हुए डॉक्टर के पास नहीं जाते बल्कि उन्हें नजर अंदाज कर देते हैं। यह सही पोषण ना लेने के कारण भी हो सकता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो मसल्स पेन से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद करेंगे। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
पानी पानी की कमी से मांसपेशियों में जकड़न और दर्द की परेशानी हो सकती है। पानी बॉडी को डिटॉक्स करता है इसलिए पानी का थोड़े-थोड़े समय में सेवन करना जरूरी है। पूरे दिन में 3 लिटर पानी पीना जरूरी है, इससे कम पानी पीने पर बॉडी को नुकसान पहुंचता है।
शकरकंदएक पके हुए शकरकंद में 542 मिग्रा पोटेशियम होता है जो आपकी दैनिक जरूरत का 12 प्रतिशत है। पोटेशियम मसल्स के विकास में मदद करता है। इसकी कमी के कारण भी मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। साथ ही इनमें विटामिन ए भी होता है। आप इनका सेवन गैस पर या ओवन में भून करके भी कर सकते हैं।
हल्दी हल्दी सूजन से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट, करक्यूमिन से भरपूर होती है जिससे मसल्स में होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। इस मसाले में मौजूद यौगिक मांसपेशियों को नुकसान और सूजन को कम करने में मदद करते हैं और मांसपेशियों की मरम्मत को बढ़ावा देते हैं जिससे एथलेटिक परफॉर्मेंस में काफी सुधार होता है। इसके लिए 2 कप गरम गाय या बादाम के दूध में 1 चम्मच हल्दी और 1 चम्मच अदरक को मिलाकर पीने से काफी आराम होता है।
चैरी जूसखट्टी चैरी के जूस में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के अनुसार खट्टी चैरी का जूस मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाने में असरकारी होता है। वर्कआउट के बाद स्मूदी में इसे डालकर पी सकते हैं।
केलाकेला पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा इसमें मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होता है। मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने के लिए केले का सेवन बहुत ही लाभकारी है।
नट्सनट्स जैसे अखरोट, बादाम, मूंगफली और बीज आपको मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द से बचाव करने में मदद करते हैं। 28 ग्राम बादाम में आपकी दैनिक जरूरत का 20 प्रतिशत मैग्नीशियम पाया जाता है। अन्य नट्स और सीड्स में भी कैल्शियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए मांसपेशियों के खिंचाव से बचने के लिए इन्हें अपने आहार में शामिल करें।
पनीरआप चाहें तो वर्कआउट से पहले पनीर का सेवन कर सकते हैं जिससे वर्कआउट करने के बाद उसमें मौजूद कैसीन प्रोटीन मसल्स तक पहुंच जाएगा और मांसपेशियों की रिकवरी करेगा। कॉटेज पनीर भी जीवित कल्चर्स से भरा हुआ है जो पोषक तत्व को अवशोषित करने में भी मदद करता है। साथ ही साथ मसल्स को रिपेयर करने और मजबूत बनाने में मदद करता है। इसलिए पनीर का सेवन करना भी ऐसे में सही रहेगा।
फलियां और दालबीन्स और दाल जैसी फलियां मैग्नीशियम से भरपूर होती हैं। एक कप पकी हुई दाल में लगभग 71 मिलीग्राम मैग्नीशियम होता है। इनका सेवन मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने का काम करता है।
टमाटरटमाटर में पोटैशियम के साथ-साथ पानी की भी अच्छी मात्रा होती है। एक कप टमाटर के जूस के सेवन से आपको दैनिक जरूरत का 15 प्रतिशत पोटैशियम मिलता है। इसलिए शरीर को हाइड्रेट रखने और मांसपेशियों के खिंचाव से बचने के लिए टमाटर को आहार में शामिल करना अच्छा रहता है।
अंडाअंडा प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा इसमें, अमीनो एसिड ल्यूसिन भी पाया जाता है जो मसल्स बिल्ड करने में मदद करता है। अंडे शरीर में सूजन और दर्द को कम करते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट जैसे सेलेनियम और ल्यूटिन होते हैं।