
गर्मी के मौसम में जब चिलचिलाती धूप से गला सूखने लगता है, तो ठंडा पानी सचमुच अमृत जैसा लगता है। खासकर अगर यह पानी मिट्टी के मटके से आता हो, तो इसे और भी खास बना देता है। गर्मियों में मटके का ठंडा पानी किसी वरदान से कम नहीं होता। यह न केवल शरीर को ठंडक पहुंचाता है, बल्कि फ्रिज के पानी के मुकाबले यह सेहत के लिए भी कहीं अधिक फायदेमंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मटके में पानी भरने से पहले कुछ खास बातें ध्यान में रखना बहुत जरूरी है? यदि इन बातों का ध्यान नहीं रखा गया तो इसका असर उल्टा भी हो सकता है! तो आइए जानते हैं, कुछ महत्वपूर्ण टिप्स, जिससे मटके का पानी बन सके और भी ताजगी से भरा, शुद्ध और सेहतमंद।
# नया मटका इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखेंजब भी आप नया मटका खरीदते हैं, तो उसमें मिट्टी और धूल के छोटे-छोटे कण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होते। ऐसे में नए मटके में तुरंत पानी भरना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए, सबसे पहले मटके को अच्छी तरह से धो लें और फिर उसमें पानी भरकर 12 से 24 घंटे के लिए यूं ही छोड़ दें। इस प्रक्रिया से मटके में मौजूद धूल-मिट्टी साफ हो जाएगी और अगर किसी प्रकार का केमिकल भी मौजूद है, तो वह भी हट जाएगा। इस पानी को बाद में फेंक दें और फिर ताजे पानी से मटका भरकर इस्तेमाल करें।
# हमेशा छांव में रखें मिट्टी का मटकागर्मी के मौसम में अगर आप ठंडा पानी पीने के लिए मिट्टी के मटके का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे हमेशा छांव वाली जगह पर ही रखें। जब मिट्टी का मटका धूप में रखा जाता है या गर्म स्थान पर रखा जाता है, तो पानी ठंडा नहीं रहता और मटके की मिट्टी खराब हो सकती है, जिससे मटका जल्दी टूटने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए मटके को हमेशा ठंडी और छांव वाली जगह पर रखें, ताकि पानी ठंडा और ताजगी से भरपूर रहे।
# पुराने मटके का ना करें इस्तेमालकई लोग हर साल नया मटका नहीं खरीदते और पुराने मटके को धोकर फिर से इस्तेमाल करते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो सावधान हो जाइए। समय के साथ मटके की मिट्टी में दरारें आ सकती हैं, जो दिखाई नहीं देतीं, और इन दरारों में बैक्टीरिया या फंगस जमा हो सकते हैं। ऐसे में मटके में रखा पानी आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। बेहतर होगा कि आप हर साल नया मटका खरीदें और पुराने मटके का इस्तेमाल न करें।
# मटके की सफाई का रखें खास ध्यानमिट्टी के मटके का इस्तेमाल करते समय उसकी सफाई बहुत महत्वपूर्ण है। अगर लंबे समय तक मटके की सफाई नहीं की जाती है, तो उसमें काई या फंगस लग सकते हैं, जो पानी को गंदा कर सकते हैं। इसलिए हर 4-5 दिन में मटके को खाली करके उसे अच्छे से धो लें, और मटके के अंदर ब्रश या साफ कपड़े से सफाई करें। ध्यान रखें कि मटके की सफाई के लिए किसी केमिकल या डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें। इसके बजाय, पानी और नींबू के साथ बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो मटके को अच्छे से साफ करता है और पानी को शुद्ध रखता है।
# मटके में ना भरें गंदा या अनफिल्टर्ड पानीकभी-कभी लोग सीधे नल का पानी मटके में भर देते हैं, जो कि सही तरीका नहीं है। नल का पानी अक्सर साफ नहीं होता और उसमें बैक्टीरिया हो सकते हैं। इसलिए मटके में पानी भरने से पहले उसे छान लें या फिल्टर किए हुए पानी का ही इस्तेमाल करें। इस तरह, मटके का पानी ना सिर्फ स्वादिष्ट रहेगा, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी सुरक्षित और बेहतर रहेगा।