दुनिया भर में लाखों लोग सुपारी का सेवन करते है। सुपारी जो दुनिया के कई क्षेत्रों में खायी जाती है। हमारे समाज में सुपारी का प्रयोग दो तरह से किया जाता है एक पूजा-पाठ में और दूसरा पान व पान मसाले में, लेकिन लोगों में ये धारणा है कि इसके सेवन से उनके स्वास्थ्य को हानी होगी। बहुत कम लोग ही ये जानते हैं कि इसमें टैनिन, गैलिक एसिड, लिगनिन, एरिकोलिन और एरीकेन जैसे एल्केलायड भी पाए जाते हैं। इन गुणों के कारण इसका प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। तो आइये जानते हैं सुपारी के सेवन से होने वाले फायदों के बारे में।
* डायबिटीज के कारण कई लोगों को बार-बार मुंह सूखने की समस्या होती है। इसलिए ऐसे लोगों को सलाह दी जाती है कि जब भी मुंह सूखे एक सुपारी का टुकड़ा मुंह में रखें, क्योंकि इसे चबाने से बड़ी मात्रा में सलाइवा निकलता है।
* सुपारी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके कारण इसका इस्तेमाल दांतों की सड़न को रोकने के लिए मंजन के रूप में किया जाता है। दांतों में कीड़ा लगने पर सुपारी को जलाकर उसका पाउडर बना लें। इससे रोजाना मंजन करें, फायदा होगा।
* सुपारी का अर्क स्ट्रोक की समस्या में फायदेमंद हो सकता है। यह आवाज को सुधारने, मूत्राशय नियंत्रण करने और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने के लिए रोगी इसके अर्क का उपयोग कर सकते हैं।
* सुपारी के खाने से तंत्रिका तंत्र उत्तेजित होता है। इस पर हुए एक रिसर्च से भी यह बात सामने आई कि इसे चबाने से तनाव महसूस नहीं होता है। जिससे आप डिप्रेशन की बिमारी से बचते हैं।
* जिन लोगों को स्किजोफ्रेनिआ (Schizophrenia) है अगर वे सुपारी का उपयोग करते हैं तो स्किजोफ्रेनिआ के लक्षणों में सुधार होता है। स्किजोफ्रेनिआ की दवाएं आम तौर पर अप्रिय दुष्प्रभाव उत्पन्न करती हैं, इसलिए नए उपचार की खोज के लिए और अधिक प्रयास चल रहे हैं।
* सुपारी स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने में बहुत मददगार होती है। दाद, खाज, खुजली और चकत्ते होने पर सुपारी को पानी के साथ घिसकर लेप करने से फायदा होता है। बहुत ज्यादा खुजली होने पर सुपारी की राख को तिल के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ होता है।
* सुपारी का काढ़ा बनाकर घाव पर लगाएं, इसके बारीक चूर्ण को लगाने से भी खून बहना बंद हो जाता है, कुछ ही देर में घाव भरने लगता है।