चिकित्सा विशेषज्ञों का यह मानना है कि हर भारतीय में विटामिन बी-12 की कमी होती है। हालांकि लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। लोग इस बात को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं। वयस्कों में अधिकांशतः इसकी कमी पाई जाती है। गर्भावस्था, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी विटामिन बी-12 की कमी रहती है। क्या आपको पता है कि विटामिन बी-12 की कमी से क्या होता है? किस उम्र वर्ग के लोगों को इसकी कमी होने की सबसे अधिक संभावना रहती है? अगर किसी व्यक्ति को विटामिन बी12 की कमी हो गई तो कौन-सी बीमारी हो सकती है?
विटामिन बी12 की कमी है तो आपको कई बीमारियां घेर सकती हैं। इनमें से कुछ बीमारियों का इलाज कराना तो आसान है लेकिन कई बीमारियां ऐसी भी हो जाती हैं जो बहुत संगीन हैं। इन सीरियस बीमारियों की वजह से रोगी अत्यधिक मुश्किल में पड़ सकता है और उसको तनाव भी हो सकता है जो ऐसे मरीज़ों के लिए ठीक नहीं होता। ये बीमारियां गंभीर ज़रूर हैं लेकिन इनको बढ़ने से रोका भी जा सकता है। ऐसा नहीं है कि इन बीमारियों की रोकथाम नहीं हो सकती।
हालाँकि विटामिन बी-12 की कमी के लक्षण शुरु में पहचान में नहीं आते। जब परेशानियां होनी शुरू होती हैं और आप जाँच करते हैं तभी इसका पता चलता है। आइये एक नज़र डालते हैं इसके मुख्य लक्षणों पर—
विटामिन बी12 की कमी से होने वाले लक्षण—इसकी कमी से गर्भवती महिलाएं को स्वास्थ्य संबंधित कई परेशानियां होती हैं। प्रेग्नेंसी में इसकी जांच जरूर कराएं।
—मानसिक समस्याएं जैसे डिप्रेशन, याददाश्त कम होना या व्यवहार में बदलाव आना
—विटामिन बी12 की कमी के कारण आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में डॉक्टर से फ़ौरन मिलें।
—विटामिन बी12 की कमी की वजह से भूख कम हो जाती है। इसमें कब्ज भी हो सकता है।
—विटामिन बी12 की कमी से थकन और कमज़ोरी भी होती है।
—दिल की धड़कन में तेज़ी और सांस फूलना या साँस लेने में तकलीफ
—त्वचा का पीला या सफ़ेद पड़ जाना
—ज़बान का चिकना और स्वादहीन हो जाना
विटामिन बी12 की कमी के मुख्य कारण
उचित मात्रा में अवशोषण न होनाआप जिन आहार का सेवन करते हैं उससे शरीर में विटामिन बी12 का अवशोषण होता है। अगर शरीर सही तरह से विटामिन बी12 का अवशोषण नहीं कर पा रहा है तो इसकी कमी हो सकती है।
पर्याप्त आहार का सेवन न करनाविटामिन बी12 युक्त आहार का पर्याप्त मात्रा में सेवन न करने से भी इसकी कमी हो सकती है।
शाकाहारी लोगों को हो सकती है कमीचिकित्सकों के अनुसार, शाकाहारी आहार की तुलना में मांसाहारी आहार में विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए अगर शाकाहारी भोजन करने वाले लोग पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 युक्त आहार का सेवन न करें तो इसकी कमी होने की संभावना रहती है।
विटामिन बी12 की कमी से होने वाली बीमारियांविटामिन बी12 की कमी से कई बीमारियां हो सकती हैं। इनमें से कुछ बीमारियों का इलाज तो आसानी से कराया जा सकता है, लेकिन कुछ रोग ऐसे भी हैं जो बहुत ही गंभीर होते हैं। इन गंभीर बीमारियों के कारण मरीज को बहुत अधिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं।
एनीमियाविटामिन बी12 से होने वाली कई गंभीर बीमारियों में से एक एनीमिया है। जरूरी बात ये है कि अगर समय पर पता लगाकर जांच नहीं कराया गया तो एनीमिया मरीज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।
हड्डियों से संबंधित बीमारीशोध के अनुसार, इसकी कमी से हड्डी से संबंधित कई रोग हो सकते हैं, जैसे कमर और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है।
डिमेंशिया (विक्षिप्त अवस्था)वास्तव में, विटामिन बी12 की कमी से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को काफी नुकसान पहुंच सकता है, जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां हो सकती है। ऐसी ही एक बीमारी है डिमेंशिया। यह एक गंभीर बीमारी है जिसमें मरीज की दिमागी हालत ठीक नहीं रहती, और वह सोचने-समझने लायक भी नहीं रहता। रोगी विक्षिप्त अवस्था में भी पहुंच सकता है।
भूलने की बीमारी का कारण विटामिन बी12 की कमीयह बीमारी विटामिन बी12 की कमी के कारण भी हो सकती है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि ऐसी मानसिक बीमारी को लोग प्रायः गंभीरता से नहीं लेते, जिससे रोगी को बहुत नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को ऐसे लक्षण बार-बार महसूस होने लगे तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
तंत्रिका-तंत्र को स्थाई क्षतिइसकी कमी से तंत्रिका-तंत्र को बहुत अधिक क्षति पहुंच सकती है। डॉक्टर के अनुसार, मरीजों को इससे होने वाले नुकसान को जीवन भर झेलना पड़ सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नुकसाननेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (एनआईएन) के अनुसार, गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली माताएं, जो पर्याप्त मात्रा में मांसाहारी आहार का सेवन नहीं करती हैं, या केवल शाकाहारी आहार पर ही आश्रित हैं, उनको विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। अगर सही समय पर इसकी जांच नहीं कराई गई तो इससे शिशु को भी नुकसान हो सकता है।
महिलाओं में अस्थाई बांझपनविटामिन बी12 की कमी से महिलाओं को अस्थाई बांझपन की परेशानी हो सकती है। हालांकि यह अन्य कारणों से भी हो सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति में जांच कराना जरूरी है।
पेट या क्रॉन रोगपेट से संबंधित बीमारियां विटामिन बी12 की कमी के कारण भी हो सकता है। इसी तरह क्रॉन रोग के कारण भी शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो सकती है।
त्वचा में संक्रमणविटामिन बी12 की कमी से व्यक्ति की त्वचा बीमार हो सकती है। त्वचा में संक्रमण हो सकता है। घावों को भरने में देरी हो सकती है। इसके साथ-साथ नाखून सहित कई अंगों में पीला-पन सा आने लगता है।
विटामिन बी-12 के ज्यादा होने पर नुकसान
उल्टी और दस्तविटामिन बी-12 के ज्यादा हो जाने के कारण कई बार लोगों को उल्टी और दस्त का सामना करना पड़ता है जो एक प्रकार से शरीर की प्रतिक्रिया होती है। शरीर में उल्टी और दस्त की समस्या एक आम समस्या होती है, इस दौरान आपको कमजोरी भी महसूस हो सकती है। अगर आपको किसी भोजन के कारण उल्टी हुई है तो आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके उल्टी और दस्त लंबे समय तक नहीं रुखते तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
त्वचा में लाल चक्कतेसिर्फ एक ही विटामिन नहीं बल्कि किसी भी पोषण की मात्रा के बढ़ने पर आपकी त्वचा प्रतिक्रिया दिखाने लगती है। ऐसा आप जब विटामिन बी-12 से युक्त क्रीम या ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते होंगे तब भी आपको देखना पड़ता होगा। इस दौरान आपकी त्वचा पर लाल चक्कतों के साथ कई फफोले भी नकल सकते हैं जो आपकी त्वचा को बहुत चिड़चिड़ा बना देते हैं। अगर आपकी त्वचा पर ऐसा कुछ होता है तो इसके लिए आपको अपनी त्वचा पर कुछ दिनों तक किसी भी क्रीम या ब्यूटी प्रोडक्ट्स से दूर रखना चाहिए और अपनी डाइट में विटामिन सी वाले आहारों को ज्यादा शामिल करना चाहिए।
खून के थक्के खून के थक्के शरीर में कई प्रकार से हो सकते हैं जिसकी वजह से आपको प्रभावित हिस्से में दर्द और सूजन भी महसूस हो सकती है। लेकिन विटामिन बी-12 के मामले में ये तब हो सकता है जब कोई विटामिन बी-12 के लिए सप्लीमेंट ले रहा हो या इसकी पूर्ति के लिए इंजेक्शन का सहारा ले रहा हो। इस दौरान आपके शरीर के कई हिस्सों पर खून के थक्के जमा हो सकते हैं। इससे बचाव के लिए आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए साथ ही घर पर गर्म और ठंडा सेंक का पालन करना चाहिए।
शरीर में सूजन का खतराविटामिन बी-12 की मात्रा के बढ़ने पर कुछ लोगों के शरीर में सूजन भी दिखाई दे सकती है, जिसमें उन्हें हाथ-पैर से काम करने के दौरान तकलीफ महसूस होगी। ऐसे में आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपके शरीर में सूजन क्यों आई है। हालांकि कुछ लोगों के शरीर में ये सूजन आने के बाद अपने आप चली जाती है, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो आपको एक्सपर्ट से मिलने की जरूरत है।