बढ़ते वजन के पीछे काफी हद तक हमारा खान-पान जिम्मेदार है। बढ़ता वजन कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। ऐसे में अगर आप अपना वजन कम कर रहे हैं तो तुरंत प्रभाव से अपनी रसोई में से सफेद चीजों को बाहर निकाल दे। सफेद चीजों में चीनी, सफेद चावल और मैदा जैसी चीजे शामिल हैं। हालांकि दूध, पनीर, टोफू, पनीर, सफेद बीन्स, मशरूम, लहसुन और दही जैसी खाने की सफेद चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं हैं।
दरअसल, दरअसल सफेद चीजों में पोषण मूल्य कम होता है और सिंपल शुगर अधिक होता है जिस वजह से यह इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल को जल्दी से बढ़ा देती है। इंसुलिन बढ़ने से थोड़े समय के भीतर ही भूख लग सकती है। इस तरह आपके खाने की लालसा बढ़ सकती है। इसके अलावा सफेद चीजों के सेवन से हृदय रोग, टाइप 2 डायबिटीज और निश्चित रूप से मोटापे का खतरा अधिक होता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी सफेद चीजों के बारे में बताने जा रहे जो आपके बढ़ते वजन के लिए जिम्मेदार है...
सफेद चावलअगर आप वजन कम कर रहे हैं, तो सफेद चावल खाने से बचें। आप इसके बजाय ब्राउन राइस खा सकते हैं। चावल में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में प्रतिदिन दोपहर, रात चावल खाएंगे, तो आपका वजन बढ़ सकता है। वजन अधिक है या बढ़ रहा है, तो चावल खाना बंद कर दें। चावल में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। चावल शुगर लेवल को बढ़ाता है। जब आप प्रतिदिन अधिक मात्रा में चावल खाएंगे तो डायबिटीज होने का खतरा बढ़ सकता है। सफेद चावल में फाइबर अधिक नहीं होता है। ऐसे में इसे ज्यादा मात्रा में खाने से गैस की समस्या भी हो सकती है। कई बार पेट भारी और फूला हुआ नजर आता है। ब्राउन राइस में फाइबर, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स, कैल्शियम, आयरन और यहां तक कि एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं, इसलिए सफेद चावल पर एक अच्छा विकल्प है।
रिफाइंड चीनीचीनीका सेवन करने का मतलब है सेहत के लिए खतनराक बीमारियों को न्यौता देना। इसके बजाय गुड़ या स्टीविया की पत्तियों का सेवन करें। सफेद चीनी को खत्म करना वास्तव में बिना पसीना बहाए अतिरिक्त वजन कम करने का सबसे आसान तरीका है। चीनी खाने से कुछ प्रकार के कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। चीनी से बने फूड और ड्रिंक्स सबसे पहले मोटापा को बढ़ाते हैं जो आपके कैंसर के जोखिम को काफी बढ़ा देता है। इसके अलावा, चीनी आपके शरीर की सूजन को बढ़ाती है और इंसुलिन प्रतिरोध का कारण भी बन सकती है, और इस तरह से ये दोनों कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं। चीनी की बजाय आप गुड़ जैसे बेहतर विकल्प चुनें क्योंकि यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, वायुमार्ग को साफ करता है, और चूंकि यह पोटेशियम, आयरन और अन्य खनिजों से भरपूर है, इसलिए यह परिष्कृत चीनी की तुलना में बहुत बेहतर है।
सफेद ब्रेडसफेद यानी ब्रेड वाइट ब्रेड मैदे से बनती है। मैदा आंतों में चिपक जाता है जिससे पेप्टिक अल्सर या लिवर डैमेज होने की संभावना रहती है। ब्रेड में ग्लूटेन की मात्रा अधिक होती है जिससे पेट दर्द, डायरिया जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। सफेद ब्रेड वजन घटाने के लिए अच्छा नहीं है इसलिए आपको ऐसी ब्रेड की तलाश करनी चाहिए जिसमें साबुत गेहूं या साबुत अनाज हो। सफेद ब्रेड की बजाय ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड पर स्विच करें।
सफेद नमक
सफेद नमक का सेवन आपके कम किए हुए वजन को फिर बढ़ा देगा और पतला होने में रूकावट पैदा करेगा। इसके बजाय सेंधा नमक का सेवन करें। सफेद नमक का ज्यादा सेवन, पसीना अधिक निकलने के लिए जिम्मेदार होता है। अगर आपने सफाई पर ध्यान नहीं दिया, तो यह त्वचा रोग और इंफेक्शन भी दे सकता है। आपको अपने दैनिक जीवन से कभी भी नमक को खत्म नहीं करना चाहिए क्योंकि इलेक्ट्रोलाइट संतुलन और शरीर के अन्य कार्यों को बनाए रखने के लिए इसकी आवश्यकता होती है। आप दूसरे विकल्प पर उपचार कर सकते हैं, उदाहरण के लिए सेंधा नमक। सेंधा नमक में लगभग 84 ट्रेस मिनरल्स होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
मैदामैदा में अत्यधिक मात्रा में स्टार्च होता है, जिसके सेवन से मोटापा की संभावना बढ जाती है और धीरे धीरे बैड कलेस्ट्रॉल और ब्लड में ट्राइग्लीसराइड का स्तर भी बढ़ने लगता है। ऐसे में अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं और कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाना चाहते तो मैदा खानें से बचें। इसके बजाय साबुत गेहूं का आटा या ओटमील पाउडर लें।