
सलमान खान की आगामी फिल्म सिकंदर का इंतजार सभी को है, जो इस ईद पर पर्दे पर आएगी। फिल्म की थीम अब तक सामने नहीं आई है, लेकिन सलमान की उम्र को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। 27 दिसंबर को सलमान खान 60 साल के हो जाएंगे, और फिल्म में उनके साथ दो अभिनेत्रियां रश्मिका मंदाना और काजल अग्रवाल हैं। रश्मिका मंदाना, जो कि सिर्फ 28 साल की हैं, और काजल अग्रवाल जो 39 साल की हैं, दोनों का सलमान के साथ क्या संबंध है, यह फिलहाल अस्पष्ट है।
फिल्म के गानों और टीजर में सलमान और रश्मिका की कैमिस्ट्री साफ दिख रही है, जिससे कहानी का रहस्य और भी गहरा हो गया है। सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि 60 साल के सलमान खान के साथ 28 साल की रश्मिका मंदाना की जोड़ी कैसी लगेगी? दोनों के उम्र के अंतर को फिल्म में कैसे दिखाया जाएगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि, गाने और टीजर से यह लगता है कि दोनों के किरदार प्रेमी-प्रेमिका के रूप में दिखाए गए हैं। वहीं, काजल अग्रवाल का किरदार और उनका सलमान या रश्मिका से संबंध भी अभी तक रहस्य बना हुआ है। फिल्म के होली गीत में तीनों कलाकारों को एक साथ देखा गया था, जिसने कुछ रहस्यमय संकेत दिए हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह कहानी किस दिशा में आगे बढ़ती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या बॉलीवुड फिल्मों में हीरो और हीरोइन के बीच उम्र का अंतर कोई मायने रखता है? पर्दे पर इस तरह के बड़े एज गैप पहले भी देखे जा चुके हैं, और यह पहली बार नहीं है। सलमान खान और रश्मिका मंदाना के बीच करीब 32 साल का अंतर है, और इसी तरह के उम्र के अंतर को पुराने जमाने की फिल्मों से लेकर आज तक कई बार पर्दे पर दिखाया गया है।
दिलीप कुमार और सायरा बानो में 22 साल का उम्र का अंतरदिलीप कुमार और सायरा बानो से लेकर सलमान और रश्मिका तक, बॉलीवुड में इस तरह की बेमेल जोड़ी अक्सर देखने को मिली है। खास बात यह है कि दर्शकों के मनोरंजन पर इन जोड़ीदारों के उम्र के अंतर का कभी भी कोई असर नहीं पड़ा। दिलीप कुमार और सायरा बानो ने 1970 में फिल्म गोपी में एक साथ काम किया था, जहां दोनों के बीच लगभग 22 साल का अंतर था। उस समय दिलीप कुमार का स्टारडम ढलने की ओर था, लेकिन फिर भी सायरा बानो के साथ उनकी जोड़ी को लोगों ने खूब पसंद किया और फिल्म हिट हुई। बाद में, दोनों ने एक-दूसरे से शादी भी की। इसने साबित किया कि उम्र के अंतर के बावजूद स्क्रीन पर उनकी केमिस्ट्री ने दर्शकों का दिल जीता।
राज कपूर और हेमा मालिनी के बीच 24 साल का उम्र का अंतरदेव आनंद और राज कपूर ने हमेशा अपने अभिनय करियर में कम उम्र की हीरोइनों के साथ काम किया और उन्हें पर्दे पर नायक की भूमिका निभाई। दोनों ही कलाकार नई-नई हीरोइनों को लॉन्च करने के लिए प्रसिद्ध थे। देव आनंद ने अपनी फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा में जीनम अमान को पर्दे पर उतारा, जबकि राज कपूर ने 1968 में सपनों का सौदागर फिल्म से हेमा मालिनी को हीरोइन के तौर पर ब्रेक दिया।
तब राज कपूर और हेमा मालिनी के बीच लगभग 24 साल का उम्र का अंतर था। उस वक्त राज कपूर 44 साल के थे, जबकि हेमा मालिनी केवल 20 साल की थीं। बावजूद इसके, दोनों की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीता और फिल्म को एक बड़ी सफलता मिली। यह साबित करता है कि बॉलीवुड में उम्र का अंतर कभी भी अभिनय की ताकत को प्रभावित नहीं करता।
जीतेंद्र और श्रीदेवी के बीच 20 साल का उम्र का अंतरअस्सी और नब्बे के दशक में, बॉलीवुड के कई बड़े सुपरस्टार्स ने अपनी से आधी उम्र की हीरोइनों के साथ पर्दे पर शानदार जोड़ी बनाई। 1983 की फिल्म हिम्मतवाला में जीतेंद्र की उम्र 41 साल थी, जबकि श्रीदेवी सिर्फ 20 साल की थीं। बावजूद उम्र के इस बड़े अंतर के, दोनों की जोड़ी इतनी हिट हुई कि इसके बाद कई फिल्मों में उनके साथ काम किया गया और ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता हासिल करने में सफल रही।
यह वही दौर था जब राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन ने भी श्रीदेवी के साथ काम किया था। दिलचस्प बात ये है कि अमिताभ, राजेश खन्ना और जीतेंद्र तीनों का जन्म साल 1942 में हुआ था, फिर भी इन स्टार्स ने श्रीदेवी के साथ शानदार केमिस्ट्री और काम किया।
अमिताभ बच्चन और अमृता सिंह के बीच 25 साल का उम्र का अंतर अमिताभ बच्चन की फिल्म इंकलाब ने जब बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया था, उस समय उन्होंने कई फिल्मों में अपनी जोड़ी बनाई, जिसमें शराबी में जया प्रदा, मर्द में अमृता सिंह और गंगा जमुना सरस्वती में मीनाक्षी शेषाद्री के साथ काम किया था। इन फिल्मों में उनकी जोड़ी को लेकर दर्शकों के बीच मिलीजुली प्रतिक्रिया आई थी, खासकर मर्द में अमृता सिंह और गंगा जमुना सरस्वती में मीनाक्षी शेषाद्री के साथ उनके रोमांस ने आलोचकों को चौंका दिया था।
बाद के वर्षों में, अमिताभ बच्चन ने कुछ ऐसी फिल्मों में काम किया जिनमें उम्र के अंतर को कहानी का हिस्सा बनाया गया था। चीनी कम में तब्बू, और नि:शब्द में जिया खान के साथ उनकी जोड़ी ने एक नया आयाम लिया। तब्बू अमिताभ से करीब 29 साल छोटी थीं, जबकि जिया खान उनसे 46 साल छोटी थीं। इन फिल्मों में दोनों हीरोइनों को किरदारों में अमिताभ के बच्चों के समान दिखाया गया, जो दर्शकों के लिए एक दिलचस्प पहलू था।
एज गैप क्यों मायने नहीं रखता?हिंदी फिल्मों में एज गैप का सवाल सालों पुराना है, और इसका उत्तर कई पहलुओं में निहित है। बॉलीवुड में ज्यादातर फिल्में पुरुष प्रधान होती हैं, जहां नायिकाएं हीरो की सहायक भूमिका में होती हैं। नायिका प्रधान फिल्मों को छोड़ दें तो हीरोइनों के किरदार आमतौर पर रोमांस, गाने, रूठने-मनाने या हीरो की जान बचाने तक ही सीमित होते हैं। फिल्म का सारा दारोमदार हीरो के कंधे पर होता है, इसलिए हीरोइन की उम्र अक्सर महत्वपूर्ण नहीं मानी जाती।
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक लंबा समय तक यह धारणा रही है कि हीरोइन का खूबसूरत होना, अच्छा अभिनय करना और डांस में माहिर होना ज्यादा मायने रखता है। उदाहरण के लिए, 2000 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म लगान में आमिर खान ने अपने से 16 साल छोटी हीरोइन, ग्रेसी सिंह के साथ काम किया। यह एक पुरानी सोच का हिस्सा था जो फिल्म इंडस्ट्री में दशकों से चली आ रही थी।
हालांकि, हाल के वर्षों में इस सोच में बदलाव आया है। अब ऐश्वर्या राय, करीना कपूर, रानी मुखर्जी जैसी अभिनेत्रियां भी उम्र में बड़ी होने के बावजूद लीड रोल में नजर आ रही हैं। फिर भी, मुख्यधारा की कमर्शियल फिल्मों में सुपरस्टार्स के साथ कम उम्र की हीरोइनों को दिखाने का पुराना रिवाज अभी भी कायम है।