मशहूर लेखक सलीम खान और उनके बेटे सुपरस्टार सलमान खान के बीच काफी मजूबत रिश्ता है। दोनों को कई मौकों पर साथ देखा जाता है। सलमान अपने पिता का पूरी तरह से ध्यान रखते हुए नजर आते हैं। वैसे सलमान अपने परिवार के सभी लोगों के काफी नजदीक हैं और जब भी काम से फुर्सत मिलती है तो उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताना नहीं भूलते। इस बीच सलीम ने एक इंटरव्यू में सलमान के साथ अपने रिश्ते के बारे में खुलकर बात की। मैजिक मोमेंट्स के साथ बातचीत में सलीम (89) ने कहा कि मैंने अपने सभी बच्चों को डांटा है, लेकिन सलमान ने मुझसे सबसे बुरी बातें सुनी हैं, क्योंकि वो सबसे बड़े हैं।
एक दिन सलमान ने मुझसे कहा कि उसकी आदतें मुझसे काफी मिलती-जुलती हैं। मैंने कहा, ‘बेटा, ये तुम्हारे लिए तारीफ हो सकती है, लेकिन मेरे लिए नहीं। कृपया समझ लो कि मैं नहीं चाहता कि तुम मेरी कोई भी आदत अपनाओ।’ मेरे पिता भी काफी स्ट्रिक्ट थे। मैं उनसे बहुत डरता था। मैं उस समय बुरी तरह डर जाता था जब मैं उनके चमड़े के जूतों की आवाज सुनता था। मैं अपने बच्चों के लिए ऐसा पिता नहीं बनना चाहता था। मैं चाहता था कि मेरे बच्चे मेरे दोस्त बनें। ऐसा भी हुआ है जब मैंने 6-6 महीने तक सलमान से बात नहीं की।
ऐसा हो चुका है, अगर वो कुछ करता है जो मुझे पसंद नहीं, या उसने कुछ गलत किया तो मैं उससे बात नहीं करता। तब अगर मैं खिड़की के पास बैठा हूं तो वो आराम से आगे निकल जाता। वो मुझसे मिले बिना घर से चुपके से निकल जाता। बाद में, वो वापस आकर कहता, ‘माफ करना, मैंने जो किया वो सही नहीं था।’ मैंने एक बात नोटिस की है कि जब भी कोई व्यक्ति जीवन में सफल होता है, तो वो एक चीज भूल जाता है : एक इंसान के रूप में उसका विकास। जब कोई क्रिकेट खिलाड़ी महानता हासिल करता है, तो वो केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करता है और किसी और चीज पर नहीं।
अचानक एक दिन जावेद अख्तर ने मुझसे कहा कि वो अलग होना चाहता है : सलीम खानसलीम खान और जावेद अख्तर दोनों ही दिग्गज लेखक हैं और उन्होंने बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक शानदार फिल्मों की सौगात दी। साल 1971 से 1987 तक इस जोड़ी ने 24 फिल्में लिखीं, जिनमें से 20 ब्लॉकबस्टर रहीं। एक दिन अचानक उन्होंने तय किया कि वे अब साथ काम नहीं करेंगे। पिछले साल उनके जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री आई थी, जिसमें भी दोनों ने अलग होने की असल वजह नहीं बताई। अब सलीम ने इस पर बात की है। सलीम ने इस बारे में कहा कि मुझे ही कभी समझ नहीं आया, मैं आप सबको कैसे समझाऊं?
अचानक एक दिन जावेद ने मुझसे कहा कि वो अलग होना चाहता है। हम रात-दिन काम करते थे। उसने जब मुझे कहा कि मैं अलग होना चाहता हूं, तब मुझे लगा कि उसे मैंने ठीक से नहीं सुना। लेकिन वो अलग होने के लिए ही कह रहा था। तब मैंने उससे पूछा कि तुमने सोच ही लिया होगा, ये फैसला अचानक से तो नहीं लिया होगा। उसने मुझसे कहा कि वो बहुत लंबे समय से इस बात पर विचार कर रहा था।
जब मैंने ये बात सुनी तो खड़े होकर अपने घर जाने लगा। तब वो मुझे मेरी कार तक छोड़ने के लिए आ रहा था। मैंने उसे रोका और कहा कि मैं अपना ध्यान खुद रख सकता हूं। मैंने मन में उसके लिए कभी भी कड़वाहट नहीं रखी। हमारे कभी लड़ाई भी नहीं हुई। एक पार्टनरशिप थी जो अचानक एक दिन टूट गई। क्यों टूटी आखिर क्या हुआ, जो किसी को पता नहीं चला।