दिग्गज फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी : द डायमंड बाजार' के हर ओर चर्चे हैं। भंसाली ने इस सीरीज के माध्यम से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर डेब्यू किया। यह सीरीज 1 मई को पहली बार नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई थी। इसमें कई दिग्गज कलाकारों को साथ काम करने का मौका मिला है। किसी को तारीफ मिल रही है, तो किसी की खिंचाई की जा रही है। 'हीरामंडी' में 'आलमजेब' का किरदार निभाने वालीं शर्मिन सहगल की सबसे ज्यादा आलोचना हो रही है।
भंसाली की भांजी शर्मिन की ट्रोलिंग को लेकर सीरीज की ही साथी कलाकार ऋचा चड्ढा ने रिएक्शन दी है। 'लज्जो'' का किरदार निभाने वालीं ऋचा ने पिंकविला को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे सच में ऐसा लगता है कि यह ऑडियंस का हक है। यह ऑडियंस का हक है कि वह शो को पसंद करें या ना करें। आपको परफॉर्मेंस पसंद आती है, आपको परफॉर्मेंस नहीं भी पसंद आती है। लेकिन आज क्या हो रहा है, मुझे क्या लगता है कि सोशल मीडिया के जमाने में लोग जब ट्रॉल करना शुरू करते हैं, मीम्स बनाने शुरू कर देते हैं, यह सब करना थोड़ा हर्टफुल तो होता है।
मुझे लगता है सभी के लिए होता है। हमें किसी से भी अनकाइंड नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसा नहीं है कि कल आपके साथ नहीं हो सकता। और हर कोई इंसान है। उल्लेखनीय है कि ऋचा ने इस साल की शुरुआत में अपनी प्रेग्नेंसी अनाउंस कर दी थी। ऋचा और उनके पति एक्टर अली फैजल ने यह गुड न्यूज शेयर की थी।
अदिति राव हैदरी और अध्ययन सुमन ने ऐसे किया शर्मिन का बचाव‘हीरामंडी’ में ‘बिब्बोजान’ का रोल करने वालीं एक्ट्रेस अदिति राव हैदरी ने भी शर्मिन को ट्रॉल करने वालों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मैं जानती हूं कि कुछ लोगों को कोई चीज पसंद आती है और कुछ लोगों को नहीं। इसे कहने का एक तरीका है। यह बहुत मतलबी हो सकता है। यह बहुत घटिया हो गया है और मुझे लगता है कि यह सही नहीं है और ऐसा नहीं होना चाहिए। मुझे नहीं पता कि और क्या कहूं लेकिन मुझे बुरा लग रहा है।
मुझे लगता है कि हम सभी को इसे समझना चाहिए और एक-दूसरे के लिए मौजूद रहना चाहिए। मुझे यह भी लगता है कि लोग वही करते हैं जो उन्हें लगता है कि उनके लिए महत्वपूर्ण है। अगर कुछ लोग मतलबी होना चाहते हैं तो यह उनका विशेषाधिकार है। हमें इसके आस-पास कोई रास्ता खोजना होगा वरना ये सच में कठिन हो जाएगा। जो कोई भी इसका सामना कर रहा है, मैं बस इतना कहूंगी, पॉजिटिव को देखो।
सीरीज में ‘नवाब’ की भूमिका निभाने वाले अध्ययन सुमन ने कहा कि दर्शकों को परफॉर्मेंस की आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन पर्सनल अटैक का सहारा लेना एक लिमिट क्रॉस करता है और किसी व्यक्ति के आत्मविश्वास और करिअर की गति को गहराई से प्रभावित कर सकता है।