कुंद्रा का छलका दर्द! तोड़ी चुप्पी, लिखा-मीडिया और परिवार ने पहले ही घोषित कर दिया ‘दोषी’, की यह अपील

एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा को हाल ही पोर्नोग्राफी मामले में राहत मिली है। अग्रिम जमानत मांग रहे कुंद्रा की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने 4 हफ्ते के लिए रोक लगा दी है। साथ ही महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया है। कुंद्रा ने कोर्ट को बताया था कि उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जमानत मिल चुकी है। कुंद्रा करीब दो महीने जेल में रहे थे। कुंद्रा को मुंबई पुलिस ने जुलाई में गिरफ्तार किया था और सितंबर में जमानत दी गई थी। अब कुंद्रा ने जेल से बाहर आने के बाद पहली बार अपना बयान जारी किया है। कुंद्रा ने मीडिया से इस मामले में दखल ना देने और उनकी प्राईवेसी का सम्मान करने की अपील की है।

कुंद्रा ने कहा, 'बहुत चिंतन के बाद मुझे लगा कि तमाम भ्रामक और गैर-जिम्मेदाराना बयानों और कई आर्टिकल्स पर मेरी चुप्पी को कमजोरी समझा जा रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि मैं अपनी लाइफ में कभी भी 'पोर्नोग्राफी' के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन में शामिल नहीं हुआ हूं। यह पूरा प्रकरण कुछ और नहीं बल्कि एक विच हंट है। ये मामला विचाराधीन है इसलिए मैं स्पष्ट नहीं कर सकता, लेकिन मैं मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हूं और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, जहां सच्चाई की जीत होगी। हालांकि दुर्भाग्य से मुझे मीडिया और मेरे परिवार द्वारा पहले ही 'दोषी' घोषित कर दिया गया है और मुझे विभिन्न स्तरों पर अपने मानवीय और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए लगातार बहुत दर्द का सामना करना पड़ा है। ट्रोलिंग/नकारात्मकता और लोगों की घृणा बढ़ती ही जा रही है।

निरंतर मीडिया ट्रायल के साथ मेरी गोपनीयता बनी रहे : राज कुंद्रा

राज कुंद्रा ने आगे कहा कि मैं शर्म से अपना चेहरा नहीं छिपाता, लेकिन चाहता हूं कि इस निरंतर मीडिया ट्रायल के साथ मेरी गोपनीयता में कोई दखल न हो। मेरी प्राथमिकता हमेशा से मेरा परिवार रहा है, इस मोड़ पर और कुछ भी मायने नहीं रखता है, मेरा मानना है कि हर व्यक्ति को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है और मैं यही अनुरोध करता हूं। इस स्टेटमेंट को पढ़ने के लिए समय निकालने और अब से मेरी निजता का सम्मान करने के लिए धन्यवाद।'

आपको बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने कुंद्रा की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज कर दी थी। कुंद्रा ने इसके खिलाफ 25 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल की गई याचिका में कुंद्रा ने कहा था कि मेरे बनाए वीडियो एरोटिक जरूर हैं, लेकिन इनमें कोई फिजिकल या सेक्सुअल एक्टिविटी नहीं दिखाई गई है। मैं किसी पोर्न वीडियो को बनाने या प्रसारित करने में शामिल नहीं हूं और मुझे गलत तरीके से फंसाया गया है।