
मशहूर गायिका नेहा कक्कड़ के पति और गायक रोहनप्रीत सिंह आज बुधवार (1 दिसंबर) को अपना 27वां जन्मदिन मना रहे हैं। हालांकि नेहा-रोहनप्रीत ने इसका सेलिब्रेशन मंगलवार रात से ही शुरू कर दिया। इस सेलिब्रेशन का एक वीडियो नेहा ने इंस्टा अकाउंट पर शेयर किया है। रोहन व्हाइट कलर बाथरोब तथा नेहा ब्लैक आउटफिट में दिख रही हैं। नेहा ने पूल किनारे रोहनप्रीत के लिए प्यारा सा डेकोरेशन किया। रोहन इस सप्राइज को देख पहले नेहा का माथा चूमते हैं। इसके बाद दोनों लिपलॉक किस करते दिखे। नेहा ने कैप्शन में लिखा-हैप्पी बर्थडे लाइफ! रोहनप्रीत औऱ पार्टी तो आज शाम को होने वाली है!!!! असली पार्टी तो आज होगी।
नेहा ने मंगलवार को ही सोनी टीवी पर इंडियन आइडल का एक वीडियो क्लिप अपलोड किया। इसमें कपल स्टेज पर बोलना माही बोलना... पर परफॉर्म कर रहा है। नेहा ने लिखा ''तुम्हारा कल बर्थडे है, ये पोस्ट तुम्हारे लिए, तुम जैसा कोई नहीं रोहनप्रीत सिंह, आई लव यू''। इसके साथ ही नेहा ने दिल की इमोजी भी लगाई है। नेहा पिछले साल 26 अक्टूबर को रोहनप्रीत के साथ शादी के बंधन में बंधी थीं। तब उनकी फोटो और वीडियो खूब वायरल हुए थे। पिछले दिनों दोनों पेरिस में एफिल टॉवर के सामने मस्ती करते दिखे थे। उनका पिछला गाना दो गल्लां था।
कोरोनाकाल में जान गंवाने वाले वन योद्धाओं को 40 लाख रुपए देंगी दीया
एक्ट्रेस
दीया मिर्जा ने अपने जन्मदिन को अग्रिम पंक्ति के उन वन योद्धाओं को
समर्पित करने का फैसला किया है, जिनकी कोविड महामारी के कारण मौत हो गई थी।
दीया ने वन योद्धाओं के परिवारों को 40 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने
का वादा किया है। मिलाप और अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट की गई एक
लंबी-चौड़ी अपील में दीया ने कहा कि इस साल मेरे जन्मदिन पर मैं उन सभी
लोगों से अनुरोध करती हूं जो मुझे फूल या उपहार भेजना चाहते हैं कि हमारे
वनरक्षकों (वन योद्धाओं) की मदद के लिए डब्ल्यूटीआई को पैसे दान करें।
इससे
बेहतर मेरे लिए जन्मदिन का उपहार नहीं हो सकता है। आपका उपहार भारत के
जंगल संरक्षक के शोक संतप्त परिवारों का समर्थन करने में मदद करेगा,
जिन्होंने हमारी प्राकृतिक विरासत की रक्षा करते हुए कोविड-19 के दौरान
अपनी जान गंवाई है। 9 दिसंबर को अपने 40वें जन्मदिन से शुरुआत करते हुए,
अगले 40 दिनों तक मैं हर दिन एक लाख रुपए दान करूंगी और उम्मीद करती हूं कि
आप सभी अपनी क्षमताओं के साथ योगदान देंगे। वन योद्धा हमारे संरक्षक है,
जो प्रकृति की सेवा में जान जोखिम में डालते हैं।