रहमान खुद को असफल मानकर करना चाहते थे आत्महत्या, जानें उनके जीवन की अनसुनी बातें

ए आर रहमान को संगीत की दुनिया का दिग्गज माना जाता हैं, जिन्होनें भारतीय फिल्मों के साथ विदेशों में भी अपने संगीत का नाम किया हैं। वर्तमान समय के सफल और बेहतरीन संगीतकार ए आर रहमान के जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। क्या आप जानते है कि ए आर रहमान के जीवन में एक ऐसा पल भी आया है जब वे रोज आत्महत्या करने की चाह रखते थे। उनके जन्मदिन के ख़ास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुडी कुछ अनसुनी बातें बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते है इनके बारे में...

* रहमान कभी भी फिल्मों में संगीत देना नहीं चाहते थे। वे बैंड और नॉन-फिल्मी म्यूजिक तक सीमित रहना चाहते थे। लेकिन उन्हें फिल्म म्यूजिक चुनना पड़ा। 11 साल की उम्र में वे मलयालम म्यूजिक में बतौर इंस्ट्रूमेंटलिस्ट स्थापित हो गए थे।

* 25 साल की उम्र में रहमान खुद को बेहद असफल मानते थे और रोज आत्महत्या के बारे में सोचते थे।

* रहमान के पिता की मृत्यु के बाद घर खर्च चलाने के लिए उनकी मां, पिता के वाद्य यंत्रों को किराए से देती थीं। दुनियाभर के इन यंत्रों को चलाना सिर्फ रहमान को ही आता था, इसलिए वे यंत्रों के साथ जाते थे।

* रहमान की अरेंज मैरिज हुई थी। अपनी पहली मुलाकात में उन्होंने पत्नी सायरा बानो से कहा था, 'अगर हम डिनर कर रहे होंगे और मुझे कोई धुन सूझेगी, तो हमें डिनर छोड़ना होगा।' इस बारे में उनकी पत्नी कहती हैं कि रहमान ने उन्हें शादी से पहले ही 'ऑटो-ट्यून' कर दिया था।

* रहमान को अपने जन्म के समय के नाम 'दिलीप कुमार' से नफरत है क्योंकि यह उन्हें उनके मुसीबतों भरे कल की याद दिलाता है। उन्हें अपने पुराने नाम पर कितना एतराज है, यह इस बात से भी पता चलता है कि उन्होंने किताब के प्रकाशकों से कहा कि किताब में उनका नाम दिलीप कुमार केवल एक बार ही लिखा जाए। पूरी किताब में रहमान या एआर नाम का ही इस्तेमाल हुआ है।

* रहमान ने अपना पहला रिकॉर्डिंग स्टूडियो 'पंचतान रिकॉर्ड इन' चेन्नई में अपने घर के आंगन में बनाया था। इसी स्टूडियो ने उनकी जिंदगी बदल दी। अब भी वे जब चेन्नई में होते हैं, ज्यादातर इसी स्टूडियो में रिकॉर्डिंग करते हैं। उनके सहयोगियों के मुताबिक रहमान का सबसे अधिक रचनात्मक कार्य यहीं सामने आता है।

* ऑस्कर सेरेमनी में पहनने के लिए फिल्मों में रहमान को मौका देने वाले डायरेक्टर मणि रत्नम विशेष ड्रेस देना चाहते थे। लेकिन रहमान की पत्नी ने मशहूर फैशन डिजाइनर सब्यसाची से काली शेरवानी तैयार करवाई थी।

* म्यूजिक में पर्फेक्शन लाने के लिए रहमान कोई भी एल्बम रिलीज होने के बीस दिन पहले उसके गानों में लगातार डूबे रहते हैं। वे एक-एक गाने को कई बार सुनते हैं। इस दौरान वे मुश्किल से दिन में एक घंटे सोते हैं।

* किताब रहमान के मजाकिया पहलू को भी सामने लाती है। एक गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान डायरेक्टर इम्तियाज अली ने पूछा कि क्या सिंगर मोहित चौहान को कॉफी दे दें? रहमान ने मना करते हुए कहा, 'नहीं। उन्हें तड़पने दो। दर्द उन्हें बेहतर संगीतकार बनाएगा।'

* रहमान इन दिनों फिल्में बनाने में भी काफी समय दे रहे हैं। जहां वे 99 सॉन्ग्स नाम की हिन्दी म्यूजिकल फिल्म प्रोड्यूस कर रहे हैं वहीं ले मस्क फिल्म का उन्होंने निर्देशन किया है। 'ले मस्क' वर्जुअल रियलिटी आधारित शॉर्ट फिल्म है जिसे रहमान 5डी में रिलीज करेंगे। अपने इस नए पैशन के बारे में रहमान कहते हैं कि वे फिल्म निर्माण में इसलिए आए क्योंकि वे बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं।