Bappi Lahiri Death: बप्पी दा छोड़ना चाहते थे म्यूजिक इंडस्ट्री, ये थी वजह

70-80 के दशक में बॉलीवुड को एक से बढ़कर एक आइकॉन‍िक गाने देने वाले लिजेंड्री सिंगर बप्पी लहरी का 69 साल की उम्र में मंगलवार को निधन हो गया। मिथुन चक्रवर्ती का गाना आई एम ए डिस्को डांसर आज भी लोगों को जुबानी याद है। वो बप्पी दा ही थे जिनकी आवाज ने इस गाने को घर-घर पॉपुलर किया था। बप्पी का जन्म 27 नवंबर 1952 को कोलकत्ता में हुआ था। उन्होंने अपने अलग अंदाज की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई थी। बप्पी का इंडस्ट्री में 48 साल का करियर था। उन्होंने अपने करियर में तकरीबन 5000 गाने कंपोज किए। इसमें उन्होंने हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, मराठी, पंजाबी, उड़िया, भोजपुरी, आसमी भाषाओं के साथ-साथ बांग्लादेश की फिल्मों और अंग्रेजी गानों को भी कंपोज किया था। जानते हैं उनकी ज़िंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...

बढ़ती का नाम दाढ़ी से किया था बॉलीवुड डेब्यू

म्यूज‍िक लेजेंड बप्पी लाह‍िड़ी ने 1973 में हिंदी फिल्म 'नन्हा श‍िकारी' में अपना पहला म्यूज‍िक स्कोर द‍िया था। हालांक‍ि बीते साल उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि किशोर कुमार की फिल्म बढ़ती का नाम दाढ़ी से उन्होंने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था।

कभी छोड़ना चाहते थे म्यूजिक इंडस्ट्री

एक बार बप्पी बोले थे, किशोर दा को मैं किशोर मामा कहता था, उनके साथ बहुत सारी फिल्मों में गाने गाए, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद मुझे लगा की मुझे म्यूजिक का काम बंद कर देना चाहिए। 1987 में किशोर दा के जाने के बाद काम में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। फिर डैडी ने मुझे कहा कि किशोर मामा का आशीर्वाद तुम्हारे साथ हमेशा रहेगा, काम मत छोड़ो। तब 1991 में शब्बीर कुमार ने मेरा गाना 'गोरी हैं कलाइयां' गाया और वो सुपरहिट हुआ। फिर कुमार सानू ने 'जिंदगी एक जुआ' में मेरे लिए गाना गाया।

सोने के शौकीन थे बप्पी दा

सालों से हिंदी सिनेमा को चार्टबस्टर गाने देते आए बप्पी दा अपने अलग तरह के लुक और सोने के शौकीन होने के लिए भी पहचाने जाते थे। बप्पी लहरी का नाम सुनते ही हर किसी के दिमाग में सोने की चैनों से भरी शख्सियत दिखती है।

बप्पी दा ने एक पुराने इंटरव्यू में कलाई, उंगलियों और गले में सोने की मोटी ज्वेलरी पहनने का कारण बताया था। बप्पी अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली के बड़े प्रशंसक थे। एल्विस अपनी परफॉर्मेंस के दौरान सोने की चेन पहना करते थे। एल्विस को ही देखकर बप्पी दा ने प्रेरणा ली थी कि जब वो कामयाब हो जाएंगे तो अपनी एक अलग छवि बनाएंगे। कामयाब होकर बप्पी दा ने सोना पहना, जिससे उन्हें इंडिया का गोल्ड मैन तक कहा जाने लगा। इसी के साथ सिंगर ने बताया कि वो सोने को अपने लिए लकी मानते हैं।

डिस्को डांसर सिंगर बप्पी दा ने साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में दावेदारी पेश की थी। नामांकन के दौरान सिंगर ने अपनी कुल संपत्ति और सोना-चांदी का ब्यौरा दिया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास कुल 752 ग्राम सोना और 4.62 किलो चांदी है। ये विवरण उन्होंने 6 साल पहले दिया था। फिलहाल सोने का भाव 51,000 रुपए है, जिसके अनुसार बप्पी दा के पास लगभग 40 लाख रुपए का सोना- चांदी मौजूद है। कुल संपत्ति की बात करें तो बप्पी दा 20 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक थे।

बप्पी दा की ही तरह उनकी पत्नी चित्रानी लहरी भी सोने और डायमंड की शौकीन हैं। 2014 में उन्होंने दावेदारी भरते हुए बताया कि उनके पास बप्पी दा से भी ज्यादा 967 ग्राम सोना, 8.9 किलो चांदी और 4 लाख रुपए के हीरे हैं।