कंगना रनौत ने बॉलीवुड के लोगों को बताया बेवकूफ और बुद्धिहीन, पार्टियों में होती है डेटिंग सहित इन बातों पर चर्चा

एक्ट्रेस कंगना रनौत (38) अधिकतर समय खबरों में रहती हैं। उनकी बिंदास अंदाज में कही गई बातें उन्हें हमेशा चर्चाओं में रखती हैं। कंगना किसी की परवाह नहीं करती और अपने दिल की बात खुलकर कहती हैं, अब वो चाहे किसी को पसंद आए या नहीं। उनकी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत कम लोगों से बनती है। अब तो वह राजनीति के मैदान में भी उतर चुकी हैं। वह हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा की लोकसभा सांसद हैं।

हाल ही में अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के प्रमोशन के दौरान कंगना ने राज शमानी के यूट्यूब चैनल पर कई मुद्दों पर बात की। ‘इमरजेंसी’ में कंगना ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। यह मच अवेटेड फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होगी। कंगना से जब राज ने पूछा कि क्या आपके बॉलीवुड में कोई दोस्त हैं? तो उन्होंने कहा कि देखो मैं बॉलीवुड टाइप की इंसान नहीं हूं, ठीक है। मैं बॉलीवुड के लोगों की दोस्त नहीं बना पाऊंगी यह पक्का है।

बॉलीवुड के लोग अपने आप से ही बहुत ज्यादा मोहित हैं। वे बेवकूफ हैं और बुद्धिहीन हैं। मैं बॉलीवुड में बहुत वक्त बिता चुकी हूं और इसे अच्छी तरह जानती हूं। फिल्मी सितारे अगर शूटिंग नहीं कर रहे हैं तो उनका रूटीन ऐसा होता है, वो सुबह उठते हैं। थोड़ी फिजिकल ट्रेनिंग करते हैं, दोपहर बाद सो जाते हैं।

फिर उठते हैं जिम जाते हैं और घर आकर फिर से सो जाते हैं, या टीवी देखते हैं। वे टिड्डों की तरह हैं। पूरी तरह से ब्लैंक। तो अब आप इस तरह के लोगों से कैसे दोस्ती कर सकते हैं। उन्हें बिलकुल अंदाजा नहीं है कि कहां पर क्या हो रहा है। वे बातचीत नहीं करते हैं, उन्हें चीजों को लेकर कोई अंदाजा नहीं होता है कि क्या चल रहा है। उनमें जरा सा भी धैर्य नहीं होता है कि वो कहां पर मिल रहे हैं और क्या कर रहे हैं।

कंगना को बॉलीवुड में नहीं मिला कोई ऐसा तमीज का इंसान जो...

इसके बाद कंगना ने बताया कि कैसे पार्टियों में लोग दिखावटी बर्ताव करते हैं और जबरन फैंसी और फॉरेन एक्सेंट वाली इंग्लिश बोलकर कूल दिखने की कोशिश करते हैं। कंगना ने कहा कि वहां पर लोग सिर्फ ब्रांडेड बैग्स, घड़ियों और फैंसी चीजों के बारे में ही बात करते रहते हैं। आप हैरान होंगे कि मैंने बहुत कोशिश की कि मुझे बॉलीवुड में कोई ऐसा तमीज का इंसान मिले जो ब्रांडेड बैगों और गाड़ियों से ऊपर कुछ बात कर पाए।

सिर्फ डायरेक्टर्स और राइटर्स ही इन चीजों से ऊपर उठ चुके हैं, लेकिन क्योंकि उनका एज ग्रुप अलग है, इसलिए मैं उनके साथ हैंगआउट नहीं करतीं। उन पार्टियों में जिस तरह की बातें होती हैं वो वाकई बहुत शर्मिंदगी वाली होती हैं। वे एक-दूसरे की डेटिंग या रिलेशनशिप को लेकर बातें करते रहते हैं या फिर फिटनेस पर बात करते हैं।

मेरे लिए तो उन पार्टियों में जाना किसी ट्रॉमा से कम नहीं है। मैं इन पार्टियों में नहीं जा सकतीं। कंगना अवार्ड फंक्शन में भी नहीं जातीं। एक्ट्रेस से जब पूछा गया कि क्या सारे अवार्ड फंक्शन फेक होते हैं हमारे यहां? तो उन्होंने एक सैकंड का भी वक्त लिए बगैर कहा कि बिल्कुल होते हैं। मैंने तो बहुत पहले ही उन्हें रिजेक्ट कर दिया था।