
अभिनेता कमल हासन की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'ठग लाइफ' अब कानूनी विवादों में घिर गई है। फिल्म की कर्नाटक में स्क्रीनिंग सुनिश्चित कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को नोटिस जारी किया है और अगले हफ्ते मामले पर सुनवाई तय की है।
याचिका में लगाए गंभीर आरोप, धमकियों का जिक्रयाचिकाकर्ता एम महेश रेड्डी ने दावा किया है कि फिल्म को कर्नाटक में रोके जाने की धमकियां खुलकर दी जा रही हैं, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
उनके वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि: राज्य सरकार अराजक तत्वों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है, बल्कि उनके रवैये से लगता है कि वे उनका परोक्ष समर्थन कर रही है।
भाषाई विवाद की वजह से शुरू हुआ विरोधइस विवाद की जड़ें 28 मई के उस कार्यक्रम से जुड़ी हैं, जहां कमल हासन ने चेन्नई में एक प्रमोशनल इवेंट में कहा था: “कन्नड़ का जन्म तमिल से हुआ है।”
इस कथन ने कर्नाटक और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में विरोध की आग भड़का दी। कई कन्नड़ संगठनों और भाजपा नेताओं ने इस टिप्पणी को अपमानजनक बताया और कमल हासन से बिना शर्त माफी की मांग की।
‘ठग लाइफ’ के सिनेमाघरों में चलने पर धमकियांयाचिका में कहा गया है कि कन्नड़ समर्थक संगठनों की ओर से यह धमकी दी गई है कि यदि यह तमिल फिल्म सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई, तो थिएटरों में आग लगा दी जाएगी।
याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि राज्य सरकार को सभी सिनेमाघरों में पर्याप्त सुरक्षा देने का आदेश दिया जाए ताकि दर्शक भयमुक्त होकर फिल्म देख सकें और निर्माता-निर्देशक की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनी रहे।
फिल्म की कहानी और स्टारकास्ट'ठग लाइफ' को देशभर में 5 जून को हिंदी, तमिल, तेलुगू और मलयालम भाषाओं में रिलीज किया गया है। यह एक एक्शन-थ्रिलर फिल्म है जिसमें एक माफिया डॉन की कहानी दिखाई गई है, जो विश्वासघात के बाद बदले की राह पर निकलता है।
क्या कहता है यह विवाद?'ठग लाइफ' विवाद केवल एक फिल्म तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम सांस्कृतिक अस्मिता की बहस को भी सामने लाता है। अब देखना यह होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस पर क्या निर्णय देती है और क्या कर्नाटक सरकार सिनेमाघरों में शांति से फिल्म प्रदर्शन सुनिश्चित कर पाएगी।