US आर्मी की चेतावनी - फिल्म 'जोकर' की रिलीज के दिन थियेटर्स में हो सकती है गोलीबारी

टॉड फिलिप्स (Todd Phillips) और जोआक्विन फॉनिक्स की फिल्म 'जोकर (Joker)' यूएई में 3 अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही है। भारत में यह फिल्म 2 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। वही इस फिल्म के रिलीज से पहले अमेरिकी सेना ने अपने कमांडर्स को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि फिल्म के रिलीज के दिन हिंसा फैलने का खतरा है। एफबीआई से मिले इनपुट्स के बाद आर्मी ने नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया के कुछ पोस्ट्स का विश्लेषण करने के बाद ये सामने आया है कि फिल्म जोकर की रिलीज़ के दिन इंसेल समुदाय के कुछ लोग थियेटर्स पर गोलीबारी कर सकते हैं। इंसेल एक मॉर्डन टर्म है जो उन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है जो अपनी जिंदगी में महिलाओं की नामौजूदगी के चलते काफी फ्रस्ट्रेट रहते हैं।

आर्मी ने अपने सर्विस सदस्यों के लिए जारी किए गए इस नोटिस में ये भी कहा है कि अगर उनका पाला ऐसे किसी सनकी मिजाज शख्स से पड़ता है जो ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे तो ऐसे में भागना या फिर छिपना और फंस जाने की स्थिति में लड़ना ही सबसे सही उपाय हो सकता है।

लॉस एजेंलेस पुलिस डिपार्टमेंट लोगों को सतर्कता और एहतियात बरतने के लिए कह रही हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि सिनेमाप्रेमी इस फिल्म को देखने के लिए जा सकते हैं। एक ऑनलाइन रिसर्च के अनुसार, लॉस एजेंलेस में कई थियेटर्स में ये फिल्म मिडनाइट रिलीज़ के लिए तैयार है।

इसलिए विवादों में घिरी जोकर

इस फिल्म की आलोचना की जा रही है, क्योंकि इसमें एक ऐसे व्यक्ति के प्रति सहानुभूति भरा नजरिए पेश किया गया है, जो अकेलेपन के नाम पर बंदूक से हिंसा फैलाता है। 2012 में द डार्क नाइट फिल्म के प्रदर्शन के दौरान कोलोराडो के अरोरा में एक सिनेमाघर में एक बंदूकधारी ने भीड़ पर गोलिया चलाई थीं। इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों ने वॉर्नर बर्दर्स को खुला खत लिखा है। इस खत में गन वॉइलेंस फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की अपील की गई है।

7 साल पहले हुई थी ऐसी ही घटना

साल 2012 में जब क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म 'दि डार्क नाइट राइजेज' रिलीज हुई थी तो उस समय कोलोराडो में एक शख्स ने थियेटर में गोलीबारी की थी। जिसमें 12 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। ये समुदाय ना केवल उस शख्स को अपना आदर्श मानते हैं बल्कि जोकर के किरदार को भी अपना आदर्श मानते हैं क्योंकि उसे भी समाज से काफी रिजेक्शन झेलना पड़ता है।

हालांकि फिल्म के प्रोड्यूसर्स वॉर्नर ब्रदर्स ने इस विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अमेरिका में गन कल्चर बेहद चिंता की बात है लेकिन हमारी कहानी का मकसद ये है कि हम लोगों के बीच मुश्किल मुद्दों को लेकर बातचीत का कल्चर पैदा करना चाहते हैं। हम ये साफ करना चाहते हैं कि ये फिल्म किसी भी स्तर पर रियल लाइफ हिंसा को सपोर्ट नहीं करती है और फिल्ममेकर से लेकर स्टूडियो तक, किसी की भी इस कैरेक्टर को हीरो की तरह प्रस्तुत करने की मंशा नहीं है।